बुधवार, 9 अप्रैल 2025

' ट्रम्पोसिन ' की शिकार दुनिया में खौफ ?

आपने नाम सुना होगा ' एनासिन '  का ! ये एक एक दर्द  निवारक दवा है। लेकिन ' ट्रम्पोसिन ' एक ऐसी दवा है जिससे पूरी दुनिया का सिरदर्द इन दिनों बढ़ा हुआ है।  पूरी दुनिया ट्रम्पोसिन के साइड इफेक्ट्स से बचने की जुगत में लगी हुई है। क्या रूस,क्या चीन ,क्या भारत सबके सब ट्रम्पोसिन से घबड़ाये हुए हैं। अब आप समझ गए होंगे कि आखिर ये ट्रम्पोसिन क्या बला है ? नहीं समझे ! तो जान लीजिये कि ये ट्रम्पोसिन अमेरिका के राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रम्प की नयी टैरिफ नीति है ,जिसकी वजह से दुनिया के तमाम  शेयर बाजार औंधे  मुंह पड़े हुए हैं। 

अमेरिका में दूसरी बार राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड सर ने दुनिया के साथ टैरिफ युद्ध छेड़ दिया। ये तृतीय विश्व युद्ध का नया रूप है। डोनाल्ड सर ने ये टैरिफ वार क्यों शुरू किया,ये या तो ट्रम्प साहब जानते हैं या उनका भगवान। ट्रम्प साहब के टैरिफ वार के निशाने पर सबसे ऊपर चीन है। मंगलवार को व्हाइट हाउस ने चीन पर कुल 104  प्रतिशत टैरिफ लगाने की पुष्टि की, जो   आज 9 अप्रैल से लागू होगा।

आपको बता दें कि महामहिम डोनाल्ड ट्रम्प साहब ने  सोमवार को कहा था कि अगर चीन ने अमेरिका पर लगाया गया 34  प्रतिशत  टैरिफ वापस नहीं लिया तो उसे मार्च में लगाए 20  प्रतिशत  और 2 अप्रैल को लगाए गए 34  प्रतिशत  टैरिफ के साथ बुधवार से 50  प्रतिशत एक्स्ट्रा टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।हिन् ने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ टैक्स के बदले में अमेरिका पर टैरिफ  टैक्स बढ़कर  34  प्रतिशत कर दिया था 

अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ टैक्स को लेकर शुरू हुई   तकरार थमने के बजाय लगातार बढ़ रही है। चीन ने कहा था कि  हम ट्रेड वॉर के लिए तैयार हैं।चीन ने कहा था कि हमारे ऊपर लगे टैरिफ को और बढ़ाने की धमकी देकर अमेरिका गलती के ऊपर गलती कर रहा है। इस धमकी से अमेरिका का ब्लैकमेलिंग करने वाला रवैया सामने आ रहा है। चीन इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। अगर अमेरिका अपने हिसाब से चलने की जिद करेगा तो चीन भी आखिर तक लड़ेगा।अमेरिका के टैरिफ वार के खिलाफ जितना मुखर चीन है उतना मुखर और कोई देश नहीं है ।  भारत तो बिलकुल नहीं  है ।  चीन ने दुनिया के लिए साफ संदेश भेजा था- ‘अगर ट्रेड वॉर हुआ, तो चीन पूरी तरह तैयार है- और इससे और मजबूत होकर निकलेगा।' चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपल्स डेली ने रविवार को एक टिप्पणी में लिखा: 'अमेरिकी टैरिफ का असर जरूर होगा, लेकिन 'आसमान नहीं गिरेगा।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 60 देशों पर टैरिफ लगा दिया है।

अमेरिका चीन पर टैरिफ थोपने से पहले शायद ये भूल गया किअमेरिका के करीब  760 अरब डॉलर के सरकारी बॉन्ड हैं। मतलब ये कि चीन के पास अमेरिकी इकोनॉमी को प्रभावित करने की बड़ी ताकत है। वहीं, चीन ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है।चीन ने 1.9 लाख करोड़ डॉलर का अतिरिक्त लोन इंडस्ट्रियल सेक्टर को दिया है। इससे यहां फैक्ट्रियों का निर्माण और अपग्रेडेशन तेज हुआ। हुआवेई ने शंघाई में 35,000 इंजीनियरों के लिए एक रिसर्च सेंटर खोला है, जो गूगल के कैलिफोर्निया हेडक्वार्टर से 10 गुना बड़ा है। इससे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन कैपेसिटी तेज होगी। 

महामिहम डोनाल्ड ट्रम्प के ट्रम्पॉसिन का असर भारत पर भी आज से पड़ने लगेगा । ट्रम्प के फैसले के मुताबिक, 9 अप्रैल यानी आज से भारतीय उत्पादों पर 26  प्रतिशत  अतिरिक्त टैरिफ लगना शुरू हो जाएगा। इससे अमेरिका को भेजे जाने वाले टेक्सटाइल प्रोडक्ट पर भी 26  प्रतिशत  अतिरिक्त टैरिफ लगेगा। इसे देखते हुए अमेरिका के खरीदारों ने पानीपत के एक्सपोर्टर्स को दिया ऑर्डर रोक दिया है। ट्रम्प प्रशासन अपनी हठधर्मी पर आमादा है। व्हाइट हाउस ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया था कि ट्रम्प चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों तक रेसिप्रोकल टैरिफ रोकने पर विचार कर रहे हैं।

ट्रम्प प्रशासन ने दुनिया के तमाम गरीब देशों को भी नहीं छोड़ा है ।  अमेरिका ने कम्बोडिया पर सबसे ज्यादा 49  प्रतिशत,वियतनाम पर 46और श्रीलंका पर 44  प्रतिशत टैरिफ लगाया है। बांग्लादेश पर 37  और थायलॅण्ड पर 36  फीसदी टैरिफ थोपा गया है। योरोपीय यूनियन पर सबसे कम 20  फीसदी टैरिफ लगाया गया है। 

अमेरिका के इस टैरिफ   वार का असर खुद अमेरिका पर भी पड़ रहा है।अमेरिकी शेयर बाजार में मंगलवार को फिर से बड़ी गिरावट देखने को मिली। एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.6 फीसदी गिरा, जबकि पहले 4.1 फीसदी की बढ़त बाने के बाद यह एक अच्छे दिन की ओर बढ़ रहा था। इस गिरावट के बाद यह इंडेक्स फरवरी में बनाए गए अपने रिकॉर्ड से करीब 10 फीसदी नीचे चला गया।  भारत के सेंसेक्स में 19 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।विशेषज्ञों  का कहना  है कि आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा हो सकता है। भारत सरकार ने चीन की तरह अमेरिका के इस टैरिफ वार को लेकर चुप्पी साध रखी है।  न संसद को कुछ बताया है और न सड़क को। हालाँकि ट्रम्पोसिन का असर दिखाई देने लगा है ।  दो दिन पहले ही भारत में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2  रुपया प्रति लीटर के साथ ही रसोई गैस के दामों में 50  रूपये प्रति सिलेंडर का इजाफा किया गया है। 

चीन जहाँ एक और अमेरिका से टैरिफ वॉर के मुद्दे पर लगातार जड्ड ले रहा है वहीं दूसरी और भारत हिन्दू-मुस्लिम में हैउलझा है। देश में ताइर्फ वॉर पर कहीं कोई विमर्श नहीं हो रह।  कांग्रेस तक इस मुद्दे पार मौन है। उसे भी वक्फ बोर्ड संषोधन क़ानून से फुरसत नहीं मिली है । कनग्रेस गुजरात में बैठकर चुनावों  की तैयारी कर रही है जबकि जरूरत थी टैरिफ के मुद्दे पर सरकार को जगाने के लिए आंदोलन करने की। आने वाले द्दिन दुनिया   के दूसरे देशों कि तरह भारत पर क्या कहर वरपा सकते हैं कहना कठिन है ।  लेकिन आप सावधान रहिये। सतर्कता में ही भलाई है। 

@ राकेश अचल

9अप्रैल 2025, बुधवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:03 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:42 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *द्वादशी  तिथि*  22:55 बजे  तक फिर त्रयोदशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* मघा नक्षत्र 09:56 तक  चलेगा।

    *योग* :- आज *गंड*  है। 

 *करण*  :-आज  *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा नहीं  गंडमूल  09:56 बजे तक है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 12:23 से 12:58बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: विष्णु द्वादशी

*मुहूर्त* : यज्ञोपवीत है   कोई नहीं 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-सिंह, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

🌞 *चोघडिया, दिन*

लाभ 06:03 - 07:38 शुभ

अमृत 07:38 - 09:13 शुभ

काल 09:13 - 10:48 अशुभ

शुभ 10:48 - 12:23 शुभ

रोग 12:23 - 13:58 अशुभ

उद्वेग 13:58 - 15:33 अशुभ

चर 15:33 - 17:07 शुभ

लाभ 17:07 - 18:42 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

उद्वेग 18:42 - 20:07 अशुभ

शुभ 20:07 - 21:32 शुभ

अमृत 21:32 - 22:57 शुभ

चर 22:57 - 24:22*

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

मंगलवार, 8 अप्रैल 2025

ग्वालियर में आरओबी बनने से शहरवासी चंद्रबदनी नाका से हाईवे तक सीधे जा सकेंगे

विवेकानंद नीडम आरओबी व छात्रावासों का मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया वर्चुअल लोकार्पण


ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर में तेजी से अनेक विकास कार्य मूर्तरूप ले रहे हैं। ग्वालियर से आगरा तक सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से ग्वालियर और दिल्ली में कोई अंतर नहीं रहेगा। साथ ही वेस्टर्न बाईपास पेस  अन्य बड़े-बड़े विकास कार्य होने जा रहे हैं, जिससे अधोसंरचनागत विकास के साथ – साथ आर्थिक दृष्टि से भी ग्वालियर विकसित होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में आयोजित हुए विवेकानंद नीडम रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के लोकार्पण कार्यक्रम को भोपाल से वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ग्वालियरवासियों को इस सौगात के लिये बधाई दी। साथ ही कहा कि भारत सरकार द्वारा ग्वालियरवासियों को वेस्टर्न बाइपास के रूप में एक और बड़ी सौगात दी है। केन्द्र सरकार द्वारा 4 हजार करोड से अधिक लागत से प्रदेश में मंजूर की गईं चार महत्वपूर्ण सड़कों में ग्वालियर की वेस्टर्न बायपास भी शामिल है। 
  लगभग 937 मीटर लम्बाई और 76 मीटर स्पान में केन्द्रीय सड़क निधि से 42 करोड़ 80 लाख रूपए की लागत से लोक निर्माण विभाग के सेतु निर्माण संभाग और रेलवे द्वारा इस आरओबी का निर्माण किया गया है। रेलवे द्वारा आरओबी के 37 मीटर भाग का निर्माण किया गया है। यह आरओबी बनने से एजी ऑफिस ब्रिज पर यातायात का दबाव कम होगा। साथ ही लश्कर कम्पू से लेकर अन्य बस्तियों के निवासियों को कलेक्ट्रेट व न्यू सिटी सेंटर की बस्तियों एवं हाईवे तक जाने में कम दूरी तय करनी पड़ेगी। साथ ही जाम से मुक्ति मिलेगी। चंद्रबदनी नाका से अब हाईवे (शिवपुरी व दतिया राष्ट्रीय राजमार्ग) तक एक और सीधी सड़क शहरवासियों को मिल गई है। 

 छात्रावासों का हुआ लोकार्पण 
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आरओबी के साथ-साथ लगभग 7 करोड 87 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास भवन ठाठीपुर व अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास भवन सिरोल का भी वर्चुअल रूप से लोकार्पण किया। ये दोनों छात्रावास 50 – 50 सीटर हैं और प्रत्येक छात्रावास का निर्माण 3 करोड 93 लाख 38 हजार रूपए की लागत से किया गया है।

डॉ अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन सौपा

ग्वालियर 8 अप्रैल । दलित आदिवासी महापंचायत के चार सदस्यी प्रतिनिधी मंडल ने ग्वालियर के चंद्रवदनी नाका झांसी रोड पर स्थित शासकीय डॉक्टर अंबेडकर पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य श्री जैन को ज्ञापन सोपा । ज्ञापन में मांग की गई है कि जैसा कि कॉलेज का नाम है जिनके नाम कॉलेज का नाम है उनके नाम अभी तक कॉलेज परिसर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब की प्रतिमा स्थापित नहीं है डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा कॉलेज कैंपस में लगाई जाए ।

 ज्ञापन सौंप कर प्राचार्य से चर्चा की और उन्होंने कहा कि अध्ययन करता हूं की प्रतिमा कैसे लगेगी  मार्गदर्शन लेता हूं  ज्ञापन पर कार्रवाही अवश्य करूंगा और की गई कार्रवाई से प्रतिनिधी मंडल को और दलित आदिवासी पंचायत को भी अवगत कराया जाएगा । 

ज्ञापन सोपने गए प्रतिदिन मंडल महापंचायत के संस्थापक संरक्षक डॉ जवर सिंह अग्र प्रांत अध्यक्ष महेश मदुरिया ग्वालियर चंबल संभाग के प्रभारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दारा सिंह कटारे जिला अध्यक्ष संदीप सोलंकी शामिल थे l 

8 अप्रैल 2025, मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:05 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:41 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *एकादशी तिथि*  21:12 बजे  तक फिर द्वादशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* आश्लेषा नक्षत्र 07:54  तक  चलेगा।

    *योग* :- आज *शूल*  है। 

 *करण*  :-आज  *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक नही भद्रा 08:32 से 21:13 बजे तक  गंडमूल   है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी  पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 15:32 से 17:07 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: कामदा  एकादशी

*मुहूर्त* :   कोई नहीं 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-कर्क, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

रोग 06:04 - 07:39 अशुभ

उद्वेग 07:39 - 09:14 अशुभ

चर 09:14 - 10:48 शुभ

लाभ 10:48 - 12:23 शुभ

अमृत 12:23 - 13:58 शुभ

काल 13:58 - 15:32 अशुभ

शुभ 15:32 - 17:07 शुभ

रोग 17:07 - 18:42 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

काल 18:42 - 20:07 अशुभ

लाभ 20:07 - 21:32 शुभ

उद्वेग 21:32 - 22:57 अशुभ

शुभ 22:57 - 24:23*शुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

गाजी से लड़ना आसान ,मंहगाई से लड़ना मुश्किल

दुनिया   की सबसे बड़ी पार्टी के कार्यकर्ता प्रयागराज में मसूद गाजी से तो लड़ सकते हैं लेकिन महंगाई से लड़ना उनके बूते की बात नहीं है। देश में मोदीजी के राज में महंगाई बिना पदचाप के बढ़ रही है लेकिन एक देवतुल्य कार्यकार्ता ऐसा नहीं है जो अपना भगवा ध्वज लेकर   इस मंहगाई पर चढ़ाई कर दे। प्रयागराज में भगवा लेकर मसूद गाजी की दरगाह पर चढ़ने वाले लगता है कागजी शेर हैं। 

केंद्र की सरकार देश में अलग-अलग मुद्दों पर एक साथ काम कर रही है। एक तरफ सरकार देश के मुसलमानों से लड़ रही है । तो दूसरी तरफ कांग्रेस से । तीसरी तरफ ममता बनर्जी से तो चौथी तरफ स्टालिन से ,लेकिन महंगाई से लड़ने की कूबत केंद्र सरकार में नहीं है ।  उलटे सरकार ने बीती रात अचानक बिना कोई वजह बताये रसोई गैस के सिलेंडर पर 50  रूपये  और पेट्रोल-डीजल पर प्रति लीटर 2  रूपये का उत्पादन शुल्क बढ़ा  दिया। सरकार का दावा है कि इससे पेट्रोल और डीजल के खुदरा दाम नहीं बढ़ेंगे। सवाल ये है कि  यदि खुदरा दाम नहीं बढ़ेंगे तो ये बढ़ा हुआ उत्पादन शुल्क आखिर सरकार किस्से वसूल करेगी।?

मैंने देश में अनेक दलों की सरकारें और अनेक दलों को विपक्ष में बैठे देखा है ,लेकिन ये पहली ऐसी सरकार है जो सीना ठोंककर महंगाई को बढ़ा रही है और कह रही है कि  इससे कुछ नहीं होगा। ये उसी पार्टी की सरकार है जो अतीत में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ाये जाने पर न सिर्फ जार-जार रोती थी बल्कि सड़क से संसद तक खाली सिलेंडर लेकर,बैलगाड़ियों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन  किया करती थी।   लेकिन पिछले एक दशक ने इस सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं कि साथ ही जनता की प्रतिकार की क्षमता को छीन लिया है।  समूचे विपक्ष को कुंद बना दिया है। अब न सत्ता पक्ष के लिए मंहगाई मुद्दा है और न विपक्ष के लिए। जनता के लिए भी मंहगाई मुद्दा नहीं, एक मजबूरी बन चुकी है ,इसलिए उसे अब सड़कों पर उतरने में लज्जा आती है। ऐसी संकोची जनता का अभिनंदन किया जाना चाहिए। 

प्रयागराज के  सिकंदरा  में  सैयद सालार मसूद ग़ाज़ी की दरगाह  है।  मैंने ये दरगाह देखी है। सिकंदरा स्थित इस दरगाह में पाँच मज़ारें हैं, जहाँ पर दोनों धर्मों के लोग जाते हैं यहीं   पर महाराजा सुहेलदेव सुरक्षा सम्मान मंच के कार्यकर्ताओं ने रामनवमी के दिन भगवा झंडा फहरा दिया और पुलिस देखती रह गयी ।  उत्तर प्रदेश की पुलिस ऐसे तमाशों को देखने के लिए ही बनी है। जाहिर है की दरगाह पर भगवा ध्वजारोहण  से तनाव पैदा हुआ लेकिन  पुलिस का कहना है कि स्थिति शांतिपूर्ण है।प्रयागराज में गंगानगर के डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया, यहाँ कुछ युवकों ने धार्मिक झंडा लहराकर नारेबाज़ी की. इनको मौक़े पर मौजूद पुलिस ने रोका. इस घटना की जाँच की जा रही है। इस मामले में महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के अध्यक्ष मनेंद्र प्रताप सिंह को हिरासत में लिया गया है। 

लेकिन हैरानी होती है कि  गाजी मसूद की दरगाह होया औरंगजेब का मकबरा को लेकर परेशान देशवासी एक बार भी पेट्रोल और डीजल के साथ ही रसोई गैस की कीमतें बढ़ाये जाने से परेशान नहीं होते । उन्हें अपनी ही सरकार पर गुस्सा नहीं आता। आये भी कैसे ? सरकार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हाथों में भगवा थमाकर उन्हें दूसरे कामों में लगा दिया है। बेचारे हिन्दू ,बहुसंख्यक हिन्दू कार्यकर्ता भूल गए हैं कि  सरकार उन्हें मूर्ख बना रही है ।  उनसे बंगाल में ममता बनर्जी की सत्ता उखाड़ने के लिए उन्हें भालू और वानर सेना में भर्ती करा दिया गया है। उन्हें स्टालिन को उखाड़ने की जिम्मेदारी दी गयी है। मंहगाई   सरकार के लिए कोई मुद्दा है ही नहीं।

हम हिन्दुओं से भले तो अमेरिका के ईसाई हैं  जो अपनी सरकार के गलत फैसलों  के खिलाफ सड़कों पर हैं। उनके हाथों में सलीब नहीं है। वे अपने नेताओं की तस्वीरों पर जूते-चप्पल चला रहे हैं  उनके ऊपर ईसाइयत को बचाने की नहीं बल्कि देश को मंहगाई और मंदी से बचाने की जिम्मेदारी है। अमेरिका की जनता किसी पोंगापंथ का शिकार नहीं है ,हालाँकि अमेरिका में भी वो सब हुआ जो हमारे प्यारे हिंदुस्तान में हो रहा है। अमेरिका की जनता को ' अमेरिका फर्स्ट ' का नारा दिया गया था ,लेकिन किया गया उलटा।  टैरिफ बढ़कर अमेरिका की सरकार ने आधी से ज्यादा दुनिया को अपना दुश्मन बना लिया। अमेरिका के शेयर बाजार औंधे पड़े है।  बेरोजगारी अचानक बढ़ गयी है ।  धड़ाधड़ छंटनी हो रही है। किन्तु इस सबका विरोध भी हो रहा है। सरकार पर दबाब बनाया जा रहा है। 

मंहगाई ने देश की उन करोड़ों लाड़ली बहनों को संकट में डाल दिया है जो बामुश्किल अपनी रसोई की आग ज़िंदा रखे हुए थीं ।। अब आम महिलाओं के साथ ही उन महिलाओं को भी रसोई गैस की बढ़ी कीमत देना पड़ेगी जिन्हें उज्ज्वला योजना के तहत रियायती सिलेंडर मिलता था। बाजार में इस्तेमाल के लिए जाने वाला सिलेंडर तो लगातार मंहगा होता ही जा  रहा है। उसका बोझ भी परोक्ष रूप से आपके ऊपर ही पड़ता है ।  आप जिस खोमचे  से समोसा  10  रुपया देकर खाते थे अब उसकी दाम बढ़ते -बढ़ते 20  रुपया  हो चुके हैं।हमारे शहर ग्वालियर में तो समोसा 25  रूपये का बिक रहा है।  डीजल के दाम पढ़े तो पहले से मुसीबत के मारे किसान की कमर टूटने वाली है ।  किसान की कमर टूटेगी तो क्या आम आदमी अपनी कमर बचा पायेगा ?

हमारी सरकार इलेक्ट्रानिक सुरक्षा प्रणाली के इस्तेमाल से देश की सीमाओं की सुरक्षा करने का दावा तो  करती है लेकिन मंहगाई से जूझने का उसके पास कोई प्लान नहीं है। हमारी सरकार को फ़िक्र बिहार विधानसभा चुनाव जीतने की है ।  वक्फ बोर्ड क़ानून में संशोधन के बाद वक्फ की सम्पत्ति हड़पने की है। सरकार के मुकाबले विपक्ष और खासकर कांग्रेस को चिंता गुजरात जीतने की है। भारत जोड़ो यात्रा करने वाली कांग्रेस मंहगाई के मुद्दे पर सड़कों से नदारद दिखाई दे रही है ।  कांग्रेस के पास भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं जैसा जोश है ही नहीं। इसलिए बैशाखियों की सरकार मनमानी पर आमादा है। 

पेट्रोल और डीजल पर उत्पादन शुल्क बढ़कर कितना कमाएगी सरकार  ये हमें नहीं बताया गया ,लेकिन शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में  सरकार ने  ऑल इण्डिया तृण मूल कांग्रेस  की सांसद माला रॉय  को बताया था कि  सरकार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क  के रूप में 27.90 रुपये लीटर और डीजल पर प्रति लीटर 21.80 रुपये की आय होती है।  अब सरकार अपनी आय तो बढ़ा रही है लेकिन जनता की कमर   तोड़ने पर आमादा है ।  सरकार का कहना है कि  उसे जो आमदनी होगी वो तेल कमापनियों को मिलने वाले मार्जिन से होगी,आम आदमी पर इसका कोई असर नहीं पडेगा। लेकिन ये झूठ है ।  तेल कंपनियां  अपने मार्जिन में से सरकार का खजाना क्यों भरने लगीं ? वे तो जनता की जेब पर ही डाका डालेंगी । 

@ राकेश अचल

सोमवार, 7 अप्रैल 2025

ग्वालियर रेलवे स्टेशन का नाम डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम से किये जाने की मांग

महामहिम  राष्ट्रपति  , प्रधानमंत्री , केंद्रीय रेलवे मंत्री , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल  के नाम ज्ञापन दिया 

ग्वालियर 7 अप्रैल । भारत के प्रथम कानून मंत्री,संबिधान निर्माता,भारत  भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम ग्वालियर का रेलवे स्टेशन करने की मांग को लेकर आज  7 अप्रैल को ग्वालियर कलेक्ट्रेट पर देश की महामहिम राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , केंद्रीय रेलवे मंत्री ,सहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल  जी के नाम ज्ञापन देते हुए  2 सूत्रीय मांग पत्र में *ग्वालियर रेलवे स्टेशन का नाम संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के नाम से किया जाए* एवं *ग्वालियर न्यायालय में बाबा साहब जी की प्रतिमा अविलम्ब स्थापित कराई जाने* की प्रमुख मांगो को लेकर ज्ञापन दिया गया । यदि संयुक्त मोर्चा की मांगों को ना माने जाने की स्थिति में ग्वालियर अंचल में रेलवे स्टेशन का नाम बाबा साहब के नाम पर कराए जाने के लिये आंदोलन की अग्रसर होने पड़ेगा ।

 ज्ञापन देने वालोँ  में प्रमुख रुप श्री नरेंद्र चौधरी जी,वरिष्ठ समाजसेवी फूल सिंह माथुर जी, डॉ जबर सिंह अग्र जी, मकरंद बौद्ध जी,दारा सिंह कटारे जी,महेश मथुरिया जी,डॉ प्रदीप पंडोलिया जी,नरोत्तम जाटव जी,होम सिंह नरवरिया जी, सुरेंद्र सविता जी,वीरेंद्र दीपंकर,लक्ष्मीनारायण जाटव जी,आर एस चौकोटिया जी,मोहर पाल वर्मा जी,उदयभान जाटव जी,हीरा लाल पटेल जी,बीरबल धाकड़ जी,राममूर्ति सेंगर जी,रामरतन जाटव जी,रामअवतार जाटव जी,राहुल बरैया जी,महेश रत्नाकर जी,रामप्रकाश जाटव जी,कोक सिंह राजे जी,नरेंद्र चौरसिया जी,प्रदीप जौहरी जी,बसन्त सोनी जी,महाराज सिंह जी,मलखान सिंह जी,रामप्रकाश जाटव जी आदि सेकड़ो की संख्या में साथी उपस्थित रहे ।

PM मोदी की प्रस्तावित यात्रा : कलेक्टर ने की अधिकारियों के साथ बैठक

 

ग्वालियर 7 अप्रैल ।  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की 11 अप्रैल को प्रस्तावित यात्रा की तैयारियों के सिलसिले में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। 

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित यात्रा की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी और निर्देश दिए कि समय रहते सभी व्यवस्थायें पूर्ण करना सुनिश्चित करें। 

प्रस्तावित यात्रा कार्यक्रम के अनुसार 11 अप्रैल को विमान द्वारा वायु सेना के विमानतल पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का आगमन होगा। यहाँ पर कुछ देर रुकने के पश्चात प्रधानमंत्री श्री मोदी अशोकनगर जिले में आनंदपुर ट्रस्ट में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिये रवाना होंगे। 

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

मुख्य सचिव ने भी व्हीसी के जरिए की चर्चा 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित यात्रा के संबंध में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन द्वारा भी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के साथ सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए। व्हीसी व्हीसी में संभागीय आयुक्त कार्यालय से संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री व आईजी श्री अरविंद सक्सेना शामिल हुए। इसके साथ ही कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष से कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह सहित विभागीय अधिकारी शामिल हुए।

अयोध्या के राम एक बार फिर निशाने पर

 

अयोध्या के राम एक बार फिर निशाने पर है ।पूरे   45  साल पहले राम नाम को चुनावी बाजार में उतारने वाली भाजपा देश के शेष 10  राज्यों पर सत्तारूढ़ होने के लिए एक बार फिर रामायुध लेकर निकल पड़ी है। इस बार भाजपा का लक्ष्य दक्षिण के साथ पूरब का बंगाल जीतने का भी है। भाजपा ने अपने वानर-भालू इन दोनों ही दिशाओं में तैनात कर दिए हैं। रामनवमी से ये अभियान शुरू हो गया है। 

सत्तारूढ़ होने के लिए राम को साधन और साध्य बनाने वाली भाजपा का दुस्साहस देखिये कि वो एक और बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से मोर्चा ले रही है तो दक्षिण में तमिलनाडु में मुख्यमंत्री स्टालिन से भाषा के मुद्दे पर मोर्चा खोल चुकी है। सबसे पहले बंगाल की बात करते है।  बंगाल में रामनवमी जो कुछ दिखा, वह ममता की धड़कनें बढ़ाने वाला है। भाजपा  नेता अब खुलेआम ‘70  फीसदी  ह‍िन्‍दू राम की सेना’ की बातें करने लगे हैं।  उधर, आरएसएस और विश्व‍ ह‍िन्‍दू पर‍िषद  भी अब सिर्फ बंगाल ही बंगाल का जाप कर रही है है. भाजपा चौतरफा जोर लगाकर बंगाल में सत्ता का खेल बदलने की तैयारी में है।

भाजपा हमेशा से ध्रुवीकरण को जीत   का अमोघ अस्त्र मानती है।  रामनवमी पर भाजपा ने , आरएसएस और वीएचपी के साथ मिलकर  पूरे बंगाल में 2000 से ज्यादा शोभायात्राएं निकालीं।  भाजपा का दावा है कि इस बार एक करोड़ से ज्यादा लोग सड़कों पर उतरे. यह हिंदू ध्रुवीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, आपको ज्ञात ही होगा कि  पश्चिम बंगाल की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी करीब 70  प्रतिशत  है, जबकि मुस्लिम आबादी लगभग 27  प्रतिशत  है। वर्ष  2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा  को 38.15  प्रतिशत  वोट मिले थे और उसने 77 सीटें जीती थीं. वहीं टीएमसी ने 48  फीसदी  वोटों के साथ 215 सीटों पर कब्जा किया था।  वोट शेयर में दोनों पार्टियों के बीच करीब 10 प्रतिशत   का अंतर है। . भाजपा का मानना है कि अगर वह हिंदू वोटरों के अतिरिक्त 5-7 प्रतिशत  को अपने पक्ष में कर ले, तो खेल बदल सकता है,यानि खेला हो सकता है। 

इसी एजेंडे के तहत पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को रामनवमी के अवसर पर पूर्वी मेदिनीपुर के सोनचूरा में राम मंदिर की आधारशिला रखी। यह मंदिर नंदीग्राम में बनाया जाएगा। सुवेंदु अधिकारी नंदीग्राम से ही भाजपा विधायक हैं। 2007 में तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ नंदीग्राम में ही बड़ा आंदोलन किया था।.6 जनवरी 2007 को भूमि अधिग्रहण आंदोलन के दौरान सोनाचुरा गांव में गोली लगने से सात लोगों की जान गई थी। 

आइये अब आपको तमिलनाडु ले चलते है।  रामनवमी को ही तमिलनाडु में प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ने रामेश्वरम में नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया और 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली अन्य विकास योजनाओं का शुभारंभ किया।लेकिन मुख्यमंत्री स्टालिन मोदी जी के इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। आपको बता दें कि  भाजपा और स्टालिन में परिसीमन के मुद्दे पर ठनी हुई  है।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया को लेकर राज्य के लोगों की आशंकाओं को दूर करना चाहिए।स्टालिन ने  कहा कि मोदी को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि संसद में एक प्रस्ताव पारित किया जाए ताकि तमिलनाडु के अधिकारों पर अंकुश नहीं लगे।

प्रधानमंत्री मोदी जी रामेश्वरम (तमिलनाडु)तमिलनाडु के रामेश्वरम में 700 करोड़ की लागत से बने एशिया के पहले वर्टिकल सी ब्रिज का  उद्घाटन करने गए थे,उन्होंने और रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई।लेकिन मोदी यहां भी राजनीति करने से बाज नहीं आये ।  उन्होंने  त्रिभाषा फार्मूले से जुड़े विवाद पर तमिलनाडु की स्टालिन सरकार पर तंज कसा और कहा कि केंद्र सरकार के पास चेन्नई से रोज कई चिट्ठियां आती हैं, लेकिन हैरत होती है कि उनपर तमिलनाडु के नेता तमिल में हस्ताक्षर भी नहीं करते। पीएम ने स्टालिन सरकार से आग्रह किया कि तमिलनाडु में भी मेडिकल की पढ़ाई स्थानीय तमिल भाषा में कराने का प्रबंध होना चाहिए, ताकि अंग्रेजी नहीं जानने वाले गरीब बच्चों को भी डाक्टर बनने में सहूलियत हो । मोदी जी ने तमिलनाडु में भी राम नाम का जाप किया और कहा कि कुछ घंटे पहले ही अयोध्या के भव्य मंदिर में सूर्य की किरणों ने श्रीराम को तिलक किया है। उपस्थित जनसमूह से उन्होंने जय श्रीराम के नारे भी लगवाए। मोदी जी जय हिन्द नहीं कहते वे जय श्रीराम कि नारे लगवाते हैं ,क्योंकि वे नहीं मानते की भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। उनकी नजर में भारत हिन्दू राष्ट्र था और हिन्दू राष्ट्र है। 

भाजपा कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि सभी नेता भी आजकल जमुहाई भी लेते हैं तो राम का नाम लेते हुए लेते हैं। भाजपाइयों  ने पढ़ लिया है कि  -

राम-राम कह जे जमुहाई

तिन्ह न पाप-पुंज  समुहाई। 

भाजपा राजसत्ता हासिल कर जन कल्याण करने से पहले देश में राम राज का लेबल लगाकर संघराज  लाना चाहती है। उसकी कोशिश की  जिसे सराहना करना है वो सराहना करे,जिसे विरोध करना है वो विरोध करे। हमारा काम तो सियासत में राम नाम के दुरूपयोग के प्रति आपको आगाह करना है ।  राम हमारे भी आराध्य हैं ,लेकिन सियासत के लिए नहीं। अपने राम को सियासी दलदल से बाहर निकालिये। क्योंकि राम कभी सत्ता के पीछे नहीं भागे जबकि भाजपा की हर कोशिश सत्ता हासिल करने के लिए है। 

@ राकेश अचल

7 अप्रैल 2025, सोमवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:05 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:41 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *दशमी तिथि*  20:22 बजे  तक फिर एकादशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* आश्लेषा नक्षत्र दिन रात   तक  चलेगा।

    *योग* :- आज *घृति*  है। 

 *करण*  :-आज  *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा भी गंडमूल   है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 07:40 से 09:14 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: श्री धर्म राज दशमी

*मुहूर्त* :  नामकरण,अन्नप्राशन,यज्ञोपवीत अन्य कोई नहीं 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-कर्क, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 06:06 - 07:40 शुभ

काल 07:40 - 09:14 अशुभ

शुभ 09:14 - 10:49 शुभ

रोग 10:49 - 12:23 अशुभ

उद्वेग 12:23 - 13:58 अशुभ

चर 13:58 - 15:32 शुभ

लाभ 15:32 - 17:07 शुभ

अमृत 17:07 - 18:41 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

चर 18:41 - 20:07 शुभ

रोग 20:07 - 21:32 अशुभ

काल 21:32 - 22:57 अशुभ

लाभ 22:57 - 24:23*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

रविवार, 6 अप्रैल 2025

लंका जीतने की और आगे बढ़ती भाजपा


हमने कांग्रेस को बनते नहीं देखा । राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को बनते नहीं देखा । जनसंघ भी हमारे धराधाम पर आने से पहले बन गया था ,लेकिन हमने भाजपा को बनते और युवा होते देखा है ।  हम भाजपा की चाल,चरित्र और चेहरे से भी भलीभांति वाकिफ हैं और अब हम भाजपा को राजनीति की लंका जीतने के  लिए लगातार आगे बढ़ते हुए देख रहे हैं। मजे की बात ये है कि भाजपा ही राम है और भाजपा ही रावण। उसका युद्ध अपने आप से है। 

आइये आपको भाजपा की राम-खानी सुनाता हूँ। देश में 1975  में लगे आपातकाल के हटने के बाद एकजुट हुए विपक्ष में यदि जनसंघ की दोहरी सदस्य्ता का मुद्दा जन्म न लेता तो शायद भाजपा का जन्म होता ही नहीं। लेकिन जो होना होता है ,वो होकर रहता है।मेरे जन्म से आठ साल पहले बने जनसंघ का नया अवतार थी भाजपा। भाजपा हालाँकि जनता पार्टी का प्रतिउत्पाद है लेकिन है जनसंघ ही। जनसंघ के संस्थापक    श्यामाप्रसाद मुखर्जी थे। वे कैसे थे मुझे नहीं पता ,किन्तु मुझे पता है कि   वर्ष 1977  में आपातकाल की समाप्ति के बाद जनसंघ का उस समय गठित  जनता पार्टी  में  विलय हो गया था ।  आपातकाल हटने कि बाद सन 1977  के आम चुनावों में इसी जनता पार्टी ने कांग्रेस को सत्ताच्युत किया था।  जनसंघ के तेज़ाब ने 1980  में जनतापार्टी को जलाकर भस्म कर दिया।  तीन वर्षों तक सरकार चलाने के बाद 1980  में जनता पार्टी विघटित हो गई। 

देश की राजसत्ता में अकेले काबिज होने का सपना देखने वाले पुराने जनसंघियों ने मिलकर 6  अप्रैल 1980  को जनसंघ  के स्थान पर भारतीय जनता पार्टी का गठन कर लिया ।  इसकी नीव में अटलबिहारी बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के अलावा उनकी पीढ़ी के तमाम पुराने जनसंघी थे। भाजपा ने  1984 के आम चुनावों में पहली बार हिस्सा लिय। भाजपा को कुल  दो  सीटें मिलीं। मुमकिन था की भाजपा को कुछ ज्यादा सीटें मिल जातीं किन्तु  1984 में  प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के कारण कांग्रेस के पक्ष में जो सहानुभूति की लहर चली उसने सभी राजनीतिक दलों की हवा खराब कर दी थी। 

भाजपा ने सत्ता में आने के लिए पहली बार राम नाम का सहारा लिया और  राम जन्मभूमि आंदोलन को चुनावी मुद्दा बनाया ।  ये मुद्दा भाजपा को फल गया। राम नाम ने भाजपा को संजीवनी दे दी। भाजपा   कुछ राज्यों में चुनाव जीतते हुये और राष्ट्रीय चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करते हुये 1996 में  संसद में सबसे बड़े दल के रूप में नमूदार हुई । भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया जो 13,लेकिन ये सरकार कुल  दिन चली।आप कह सकते हैं कि  भाजपा की पहली सरकार की भ्रूण हत्या हो गयी। आज की भाषा में भाजपा की प्रथम सत्ता का ' मिसकैरेज' हो गया। भाजपा को बहुत जल्द समझ में आ गया कि  देश की राजसत्ता पर  कब्जा करना उसके अकेले के बूते की बात नहीं है। इसके लिए गठबंधन आवश्यक है। 

देश में 1998 में आम चुनावों के बाद भाजपा ने भानुमति का कुनवा जोड़क्सर जो गठबंधन बनाया उसे  राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) नाम दिया गया। गठबंधन का प्रयोग कामयाब हुआ और एक बार फिर श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में  भाजपा की सरकार बनी जो सिर्फ  एक वर्ष  चली। अगले  आम-चुनावों में राजग को पुनः पूर्ण बहुमत मिला और श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार ने अपना कार्यकाल पूर्ण किया। इस प्रकार पूर्ण कार्यकाल करने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी।लेकिन पंडित अटल बिहारी बाजपेयी का तिलिस्म बहुत जल्द  टूट भी गया और 2004  के आम चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। भाजपा को पूरे एक दशक तक सत्ता का वनवास भोगना पड़ा । 

भाजपा ने इस एक  दशक तक संसद में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाई और 2014  के आम चुनावों में भाजपा ने बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी को हटाकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना पोस्टर वाय बनाया। देश की जनता को रामराज  का नहीं अच्छे दिनों का नारा दिया। ये नारा असर कर गया और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतकर सत्ता में वापस आगयी । आगे की रामकहानी आप सब जानते हैं।  भाजपा अपने हिंदुत्व के कार्ड को खेलते हुए आज  भारतीय जनता पार्टी देश के 29 राज्यों में से 19  राज्यों में अकेले या अपने सहयोगियों के साथ सरकार चला रही है। हालाँकि 2025  तक भाजपा की अपनी ताकत संसद में क्षीण हुयी है लेकिन उसके इरादे अभी भी मजबूत हैं। भाजपा अब 2047  तक सत्ता नहीं छोड़ना चाहती। इसके लिए भाजपा कुछभी दांव पर लगाने कि लिए कमर कसे है। 

भाजपा के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री सत्ता की लंका जीतने के लिए भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल-नए पंबन रेल पुल का उद्घाटन कर चुके है।  राम ने लंका जीतने के लिए नल-नील द्वारा बनाये पुल का उद्घाटन किया था। इस पुल को पार करने से क्या भाजपा सत्ता की वैतरणी पार करते हुए अपनी कल्पना की सोने की लंका जीत पाएगी या नहीं ये आने वाले दिन बताएँगे,क्योंकि हमारे पुरखे श्री नरेश सक्सेना कहते हैं कि -

'पुल पार करने से

पुल पार होता है

नदी पार नहीं होती

नदी पार नहीं होती नदी में धँसे बिना

नदी में धँसे बिना

पुल का अर्थ भी समझ में नहीं आता

नदी में धँसे बिना

पुल पार करने से

पुल पार नहीं होता

सिर्फ़ लोहा-लंगड़ पार होता है

कुछ भी नहीं होता पार

नदी में धँसे बिना

न पुल पार होता है

न नदी पार होती है।

भाजपा ने नरेश सक्सैना  की ये कविता पढ़ी है या नहीं  मुझे नहीं पता किन्तु लगता है कि  अब भाजपा नदी पार करने के फेर में देश को आकंठ साम्प्रदायिकता  में डुबो देना चाहती है। भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। 

@ राकेश अचल