रविवार, 13 अप्रैल 2025

13अप्रैल 2025, रविवार का पंचांग

 


*सूर्योदय :-* 05:59 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:44 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *प्रतिपदा   तिथि*  29:51 दिन रात चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* चित्रा नक्षत्र 21:10 बजे तक फिर स्वाती नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *हर्षण*  है। 

 *करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा,गंडमूल  नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 17 :09 बजे से 18:45 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: 

*मुहूर्त* :  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 05:59 - 07:35 अशुभ

चर 07:35 - 09:10 शुभ

लाभ 09:10 - 10:46 शुभ

अमृत 10:46 - 12:22 शुभ

काल 12:22 - 13:58 अशुभ

शुभ 13:58 - 15:33 शुभ

रोग 15:33 - 17:09 अशुभ

उद्वेग 17:09 - 18:45 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

शुभ 18:45 - 20:09 शुभ

अमृत 20:09 - 21:33 शुभ

चर 21:33 - 22:57 शुभ

रोग 22:57 - 24:21*अशुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

शनिवार, 12 अप्रैल 2025

वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा का जतारा विधायक हरिशंकर खटीक के द्वारा किया गया लोकार्पण

*लोकार्पण में भोपाल मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद*

*मध्य प्रदेश में निर्मित हुआ अनोखा और आलीशान रेंज ऑफिस*

*नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय के साथ साथ तीन वनरक्षक आवास और लाइन क्वार्टर का भी हुआ लोकार्पण*

Aapkedwar news–ajay Ahirwar 

जतारा–वन परिक्षेत्र जतारा अन्तर्गत प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख भोपाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक कैंपा भोपाल, वन संरक्षक छतरपुर एवं वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन में वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के द्वारा अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता को दर्शाते हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 में कैम्पा योजना अंतर्गत 22 लाख की लागत से फूल फैसिलिटी युक्त नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा का निर्माण कराया गया।


स्टेट रिज्यूम अर्थात् रियासत कालीन समय से निर्मित पुरानी जर्जर एवं जीर्ण-शीर्ण हालत में वन परिक्षेत्र कार्यालय का वर्षों से संचालन किया जा रहा था जिसमें वर्षात के दौरान अक्सर पानी भरा रहता था और कीड़े मकोड़े निकलते थे साथ ही पार्किंग एवं अन्य सुविधाओं का अभाव बना रहता था जिसको दृष्टिगत रखते हुए अपनी जिद्द और लगन को कायम रखते हुए एवं अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली को एक बार फिर से जाहिर करते हुए वन सुरक्षा के साथ-साथ वानिकी एवं निर्माण कार्यों पर भी अपनी पकड़ रखने वाले वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार एवं उनकी टीम ने मध्य प्रदेश का सबसे अच्छा एवं अलग स्टाइल में नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा के साथ-साथ कैंपा और कार्य आयोजना एवं विकास मद से तीन वनरक्षक आवास और लाइन क्वार्टर का गुणबत्ता पूर्ण निर्माण कार्य निर्धारित मात्रा से हटकर अलग एवं अधिक मात्रा में निर्धारित समय पर कराते हुए वन विभाग में वन परिक्षेत्र जतारा की अलग पहचान स्थापित कराई गई।

नव निर्मित वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा में सोफा, काउच, एयर कंडीशनर, एवं अन्य नवीन सामग्री के साथ-साथ समस्त ऑफिस स्टॉफ/बाबुओं के कमरों में नए कंप्यूटर स्थापित करते हुए संपूर्ण नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा को ऑनलाइन किया जाकर समस्त निर्मित नवीन वन रक्षक आवासों और लाइन क्वार्टर में पानी, बिजली और अंडर ग्राउंड वाटर रिचार्ज एवं ड्रेनेज सिस्टम के साथ पूर्ण करते हुए लोकार्पण के लिए तैयार किया गया। जिसका लोकार्पण 11/04/2025 विक्रम संवत 2082 दिन शुक्रवार चैत्र शुक्ल चतुर्दशी को  स्थानीय क्षेत्रीय विधायक हरिशंकर खटीक के द्वारा अपने सभी कार्यक्रम को दरकिनार करते हुए प्राथमिकता के आधार पर वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के विशेष अनुरोध पर किया गया, जिसके दौरान स्थानीय विधायक हरिशंकर खटीक के द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा के वन सुरक्षा के कार्यों की सराहना करते हुए उत्कृष्ट निर्माण कार्यों की सराहना की गई।

विधायक हरिशंकर खटीक ने नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा और नवीन वनरक्षक आवासों के गुणबत्ता पूर्ण निर्माण कार्यों को विधानसभा जतारा की शान बताया गया और ऐसे ही निर्माण कार्यों को कराए जाने के लिए वन विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी कराए जाने की अपील की गई।

वन विभाग जतारा के द्वारा उक्त लोकार्पण कार्यक्रम स्थानीय एवं क्षेत्रीय विधायक जतारा हरिशंकर खटीक एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक निगरानी एवं मूल्यांकन भोपाल , वन संरक्षक छतरपुर, वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के मुख्य आतिथ्य एवं अध्यक्षता में भव्यता के साथ किया गया।

वन विभाग के नवीन भवनों एवं नवीन वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा के लोकार्पण कार्यक्रम में टीकमगढ़ जिले एवं जन-जन के चहेते जतारा विधायक हरिशंकर खटीक , मोहन लाल मीणा अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक निगरानी एवं मूल्यांकन भोपाल, नरेश सिंह यादव वन संरक्षक छतरपुर, राजाराम परमार वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़, गौरव जैन वन मंडल अधिकारी अनुसंधान एवं वन विस्तार सागर, मनीषा बघाड़े उपवन मंडल अधिकारी टीकमगढ़, नितिन निगम उपवन मंडल अधिकारी कल्दा, राम किशन सोलंकी उपवन मंडल अधिकारी अनुसंधान एवं विस्तार सागर, नितेश सोनी वन परिक्षेत्र अधिकारी टीकमगढ़, सौरभ जैन वन परिक्षेत्र अधिकारी टीकमगढ़, लक्ष्मी यादव वन परिक्षेत्र अधिकारी अनुसंधान एवं विस्तार टीकमगढ़,नगरपालिका उपाध्यक्ष रिंकू पठान,मंडल अध्यक्ष बम्होरी मनोज सिंह कलरा, मुकेश अहिरवार अनुसूचित जाति जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष जतारा रोहित चौरसिया, मंडल उपाध्यक्ष दीपू शर्मा, मंडल महामंत्री राजीव साहू, जनपद सदस्य प्रतिनिधि सोहित पाल , भजन लाल अहिरवार खरगूपुरा सरपंच, निज सहायक जतारा विधायक एन.आर.घोष, वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार, उत्कृष्ट निर्माण कार्य को कराने वाली टीम अंतर्गत डिप्टी रेंजर ओमप्रकाश रैकवार, शुभम पटेल वनरक्षक, राजेश विक्रम सिंह डिप्टी रेंजर, जालम प्रजापति डिप्टी रेंजर, रियाजउद्दीन काजी डिप्टी रेंजर, अश्वनी मिश्रा डिप्टी रेंजर, सी.पी.सौर डिप्टी रेंजर, एवं वन परिक्षेत्र जतारा के समस्त वनरक्षक, प्रबंधक, स्थाईकर्मी, वन समिति सुरक्षा श्रमिक एवं सैकड़ों की संख्या में अन्य आम जन उपस्थित रहे, जिनके द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम उपरांत एक एक पौधा नवीन परिक्षेत्र कार्यालय परिसर जतारा में रोपित किया गया।।

12अप्रैल2025, शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:00 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:43 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *पूर्णिमा  तिथि*  29:51 बजे  तक फिर प्रतिपदा तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* हस्त नक्षत्र 18:07 बजे तक फिर चित्रा नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *व्याघात*  है। 

 *करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल  नहीं है भद्रा 16:36 बजे तक।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 09:11 से 10:47 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: श्री हनुमान जयंती,चैत्र पूर्णिमा,भगवान पद्म प्रभु जी ज्ञान कल्याणक

*मुहूर्त* :  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 06:00 - 07:36 अशुभ

शुभ 07:36 - 09:11 शुभ

रोग 09:11 - 10:47 अशुभ

उद्वेग 10:47 - 12:22 अशुभ

चर 12:22 - 13:58 शुभ

लाभ 13:58 - 15:33 शुभ

अमृत 15:33 - 17:09 शुभ

काल 17:09 - 18:44 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

लाभ 18:44 - 20:08 शुभ

उद्वेग 20:08 - 21:33 अशुभ

शुभ 21:33 - 22:57 शुभ

अमृत 22:57 - 24:22*शुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

मुसलमानो ! मेरा कहा मानो हिंसा से दूर रहो

वक्फ बोर्ड संशोधन क़ानून के खिलाफ मुर्शिदाबाद से लेकर देश  के अनेक हिस्सों से जो प्रतिक्रियाएं  आ रहीं हैं वे चिंताजनक है।  क़ानून का विरोध कर रहे देश वासियों के लिए ये परीक्षा का समय है,ख़ास तौर पर उन अल्पसंख्यक मुसलमानों के लिए जो इस क़ानून से प्रभावित होने वाले हैं। इसलिए अब ये उनकी जिम्मेदारी है कि वे देश में अराजकता पैदा न होने दें,क्योंकि यदि अराजकता पैदा होती है तो सत्ताप्रतिष्ठां का लक्ष्य साधना और आसान हो जाता है। 

नए वक्फ कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आव्हान पर  शुक्रवार से देशभर में 'वक्फ बचाव अभियान' शुरू कियागया है। । इसके चलते देशभर में मुसलमान सड़कों पर उतर आए हैं । सबसे ज्यादा भीड़ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सड़कों पार आयी और अप्रत्याशित रूप से प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बसें जलाईं, पथराव किया। हिंसा में 3 लोगों की गोली लगने से मौत भी हुई है। हालात काबू में करने के लिए सीसुब को  तैनात किया गया है। मुर्शिदाबाद की हिंसा का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता।  आंदोलनकारियों  को समझ लेना चाहिए कि  हिंसा के जरिये वे कुछ भी हासिल नहीं कर सकते ।  यदि उन्हें कुछ हासिल करना है तो विरोध के लिए गांधी वाला रास्ता अपनाना होगा। विरोध के लिए सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा से बड़ा कोई दूसरा हथियार दुनिया में नहीं है। 

बंगाल के मुसलमान हिंदुस्तान के दूसरे इलाकों के मुसलमानों से अलग नहीं हैं। फिर बंगाल सरकार नए कानून को लागू न करने की बात भी कर चुकी है ।  ऐसे में ऑल इंडिया मुस्लिम परसनल ला बोर्ड को चाहिए   कि  वो अपने आव्हान में इस बात की साफ़ ताकीद करें कि  किसी भी तरह की हिंसा किसी भी आंदोलन में नहीं होगी। 

दरअसल  ये नया क़ानून बनाया इसीलिए गया है कि  अल्पसंख्यक समाज हिंसक हो और इसी बिना पर उन्हें  देशद्रोही करार देकर हिन्दू ध्रुवीकरण की प्रक्रिया  को और तेज किया जा सके।  देश के मुसलमानों को अपने आंदोलन के जरिये जहाँ एक और क़ानून का विरोध  करना चाहिए और दूसरी और ध्रुवीकरण  की प्रक्रिया को भी शिथिल करना चाहिए। ये आसान काम है। इसे किया जा सकता है। 

किसी भी क़ानून के विरोध के लिए हिंसा का रास्ता उचित हो ही नहीं सकत।  देश के अल्पसंख्यक मुसलमानों को देश के किसानों से प्रेरणा लेना चाहिए जिन्होंने अपनी किसान बिरादरी   के 700  से ज्यादा लोगो की कुर्बानी देकर इसी सरकार को घुटने टेकने के लिए विवश कर दिया था। सरकार ने एक क्या तीन क़ानून वापस लिए थे। मुसलमान भी सत्याग्रह करें।  उन्हें तो वैसे भी एक महीने के रोजे रखने का अभ्यास है।  यदि उन्हें लगता है कि  नया क़ानून उनके हितों के खिलाफ है तो वे अनशन करें, कानूनी   लड़ाई लड़ें ,जन जागृति करें। पूरे देश से अपने लिए समर्थन और संरक्षण मांगें। देश के मुसलमानों को क्या नहीं पता कि  देश के बहुसंख्यक  समाज ने संसद में उनके साथ खड़े होकर इस क़ानून का विरोध किया है ।  हिंसा से तो  इस क़ानून  के खिलाफ उन तमाम गैर मुसलमान सांसदों का विरोध भी जाया हो जाएगा जिन्होंने समरसता के लिए अपने-अपने समाज की नाराजगी मोल ली है। 

आपको बता दें कि  भुस में आग लगाने की गलती हमारी सरकार ने की है और अब हमारी सरकार जमालो की तरह एक तरफ खड़ी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के 'वक्फ बचाव अभियान' का पहला चरण  07 जुलाई तक यानि कुल  87 दिन तक चलेगा। इसमें वक्फ कानून के विरोध में 1 करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे। जो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास  मोदी को भेजे जाएंगे। इसके बाद अगले चरण की रणनीति तय की जाएगी।इस क़ानून के खिलाफ मानव शृंखला बनाने, पत्रकार वार्ताएं करने के तरीके का समर्थन  किया जा सकता है किन्तु हिंसा का नहीं। बहुत जरूरी है कि  मुस्लिम समाज अपने भीतर से कोई गांधी,कोई जेपी पैदा करे । कसाब या तहव्वुर राणा नहीं। कसाब या तहव्वुर राणा को आखिर हिंसा के रास्ते से क्या मिला ? मुसलमानों को क्या मिला ,सिवाय तोहमत के,सिवाय हिकारत के ! 

देश में किसानों की संख्या यदि 10  करोड़ है तो मुसलमानों की संख्या 20  करोड़ है। वे गांधी के बताये रास्ते पर चलकर सब कुछ हासिल कर सकते हैं ,लेकिन हिंसा के रास्ते पर चलकर उन्हें कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। हिंसा किसी भी समस्या का हल है ही नहीं। आज दुनिया में चौतरफा हिंसा का तांडव है लेकिन मनुष्यता को इससे क्या हासिल हो रहा है ? मैं और मेरे जैसे तमाम असंख्य लोग देश में हिन्दू-मुसलमान की राजनीति के खिलाफ खड़े रहे हैं ,हमने साम्प्रदायिकता का विरोध कर अपने ऊपर शहरी नक्सली,कलम के नक्सली ,काफिर ,देशद्रोही जैसे तमाम ठप्पे  लगवाए हैं किन्तु यदि मुसलमान हिंसा का रास्ता अख्तियार करते हैं तो ये हमारी लड़ाई को भी कमजोर करने की कोशिश मानी जाएगी। हम अपनी चुनी सरकार के खिलाफ  नहीं है।  हमें सरकार के फैसलों से यदि इत्तफाक नहीं है तो हम उसका विरोध कर सकते हैं ,लेकिन गांधीवादी तरीके से। 

यदि अल्पसंख्यक मुसलमान हिंसा करेंगे  तो उन्हें सरकार की और से प्रतिहिंसा के लिए भी तैयार रहना चाहिए। सरकार के लिए किसी भी हिंसा का दमन करने के लिए प्रतिहिंसा करना बेहद आसान है ।  सरकार के पास हिंसा का दमन करने के लिए पुलिस है, अर्द्धसैन्य बल हैं और अंत में सेना भी है। अब ये तय अल्पसंख्यक आंदोलनकारियों और मुस्लिम परसनंल ला बोर्ड को तय करना है कि  उसे कौन सा रास्ता पसंद है ?दुनिया में कोई भी जंग हिंसा के रास्ते से नहीं जीती गयी और यदि जीती भी गयी तो वो जीत कभी मुक़्क़मिल जीत नहीं मानी गयी। अल्पसंख्यक समाज को समझना चाहिए कि  वे एक धर्मनिरपेक्ष  और संप्रभु देश के नागरिक हैं ,भले ही आज की सरकार उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कार रही है किन्तु ये एक अस्थाई घटना है। इससे विक्षुब्ध होने की जरूरत नहीं है। कोईभी दल कोई भी विचारधारा हमेशा के लिए सत्तारूढ़ नहीं होती। निजाम के बदलते ही हालात भी बदलते हैं। इस बदलाव का इन्तजार भी करना चाहिए। 

मुझे उम्मीद है कि  मुस्लिम नेता,शिक्षाविद और राजनीतिक दल वक्फ बोर्ड क़ानून के खिलाफ हो रहे किसीभी आंदोलन को किसीभी सूरत में हिंसक नहीं होने देंगे ।  उनके आंदोलन की कामयाबी तभी सुनिश्चित की जा सकती है जबकि देश में अब दूसरा मुर्शिदाबाद काण्ड नहीं होने की गारंटी दी जाये। आप सब जानते हैं  कि  बबूल का पेड़ बोने से आम हासिल नहीं हो सकते। 

@ राकेश अचल

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

ग्रह चाल से व्यापारिक वस्तुओं की तेजी मन्दी और मौसम का मिज़ाज



अब सरकार के हाथ आतंकी राणा की तुरुप

 

भाजपा की किस्मत अच्छी है या ,भाजपा की रणनीति, ये कहना कठिन है ,लेकिन एक बात तय है कि भाजपा के तरकश में हमेशा एक न एक नया  तीर जरूर रहता है ।  औरंगजेब,राणा सांगा,वक्फ बोर्ड संशोषधन कानून के बाद अब भाजपा के हाथ आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा लग गया है।  तय है कि  भारतीय कानून के हिसाब से राणा को उसके गुनाहों के लिए मौत की सजा ही मिलेगी,लेकिन जब ये सजा मिलेगी तब क्या बिहार या बंगाल में विधान सभा के चुनाव भी हो रहे होंगे ? या राणा को तब तक ज़िंदा रखा जाएगा जब तक की इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव सम्पन्न नहीं हो जाते। 

 मुंबई 26/11 आतंकी हमलों के मास्‍टरमाइंड  तहव्‍वुर हुसैन राणाको भारत लाने में पूरे 17 साल लग गए ।  कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गयी कोशिश भाजपा सरकार के समय में पूरी हो पायी। राणा आखिर अमेरिका से भारत आ ही गया। एनआईए ने उसे ग‍िरफ्तार कर पट‍ियाला हाउस कोर्ट में पेश क‍िया और 20 द‍िन की रिमांड मांगी।  अदालत ने 18 दिन की कस्टडी मंजूरी की है। एनआईए  ने कोर्ट को बताया कि आपराधिक साजिश के तहत आरोपी नंबर 1 डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले तहव्वुर राणा से पूरे ऑपरेशन पर चर्चा की थी।  हेडली ने राणा को एक ईमेल भेजा, जिसमें बताया क‍ि इस हमले के ल‍िए क‍िस तरह की चीजों की जरुरत है।  उसमें सामान और पैसों का ब्‍यौरा द‍िया गया था । आपको याद होगा कि   मुंबई आतंकी हमलों में 175 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 300 से ज्‍यादा लोग घायल हो गए थे। राणा  पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है ।  64 वर्षीय राणा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी रहा है। 

राणा को 2008 के मुंबई हमलों में सम्मिलित होने के सिलसिले में 2009  में  गिरफ्तार किया गया था, । राणा  जाइलैंड्स-पोस्टेन पर हमले के प्रयास से भी जुड़ा था, जिसने पैगंबर मुहम्मद के विवादास्पद कार्टून प्रकाशित किए थे। राणा पर एक दर्जन  अपराधों के लिए आरोप लगाए गए थे, उनमें से अमेरिकी नागरिकों की हत्या में सहायता करने और उसे बढ़ावा देने का आरोप भी सम्मिलित था।  राणा को मुंबई हमलों में प्रत्यक्ष भागीदारी के आरोप से अमेरिकी अदालत ने बरी कर दिया था, लेकिन उसे आतंकवाद के लिए भौतिक सहायता प्रदान करने का दोषी ठहराया गया था,। राणा को वर्ष 2013  में 14 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी।

राणा के भारत पहुंचते ही राजनीति भी शुरू हो गयी है ।  शिवसेना उद्धव ठाकरे पार्टी के नेता संजय राउत ने कहा है कि  राणा को मौत  की सजा तो मिलेगी लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव के समय। राउत का आरोप है कि  भाजपा राणा का इस्तेमाल  विधानसभा चुनाव में हथियार के रूप में करना चाहती है। राउत की मांग है कि  जिस तरह से राणा का प्रत्यर्पण हुआ है उसी तरह 2016  में पाकिस्तान में गिरफ्तार किये गए कुलभूषण जाधव का भी प्रत्यर्पण कराया जाना चाहिए ।  जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुना रखी है ,लेकिन उस पर अभी अमल नहीं हुआ है। राउत ने तो भगौड़े नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की भी मांग कर डाली। उन्होंने कहा की भाजपा सरकार राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय नहीं ले सकती,क्योंकि राणा के प्रत्यर्पण का अभियान कांग्रेस सरकार  के समय शुरू हुआ था। 

संदर्भ के लिए आपको बता दूँ कि  मुंबई हमलों का एक मात्र ज़िंदा आरोपी अजमल कसाब भारत सरकार द्वारा पहले ही फांसी पर चढ़ाया जा चुका है।  कसाब को 21  नवंबर 2012  को   फांसी दी गयी थी।  उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी। तब भाजपा ने कांग्रेस पर कसाब को लम्बे समय तक जेल में बिरियानी खिलने का आरोप लगाया था। यानी राजनीति तब भी हुई थी और आज भी हो रही है जबकि आतंकियों की गिरफ्तारी और उन्हें दी जाने वाली सजा राजनीति का विषय नहीं है। 

@ राकेश अचल

11अप्रैल 2025, शुक्रवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 06:01 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:43 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *चतुर्दशी  तिथि*  27:21 बजे  तक फिर पूर्णिमा तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 15:09 बजे तक फिर हस्त नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *ध्रुव*  है। 

 *करण*  :-आज  *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा,गंडमूल  नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 10:47 से 12:22 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: शिव दमनक चतुर्दशी,नृसिंह दोलोत्सव

*मुहूर्त* :  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

चर 06:01 - 07:36 शुभ

लाभ 07:36 - 09:12 शुभ

अमृत 09:12 - 10:47 शुभ

काल 10:47 - 12:22 अशुभ

शुभ 12:22 - 13:58 शुभ

रोग 13:58 - 15:33 अशुभ

उद्वेग 15:33 - 17:08 अशुभ

चर 17:08 - 18:43 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 18:43 - 20:08 अशुभ

काल 20:08 - 21:33 अशुभ

लाभ 21:33 - 22:57 शुभ

उद्वेग 22:57 - 24:22*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

गुरुवार, 10 अप्रैल 2025

30 अप्रैल तक नहीं कराई ई - केवायसी तो नहीं मिलेगा राशन

ग्वालियर 10अप्रैल । शेष बचे खाद्यान्न पर्चीधारी परिवारों की ई-केवायसी कराने का काम जिले में अभियान बतौर जारी है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर राशन वितरण व्यवस्थास से जुड़े विभागों के अधिकारी गुरुवार को मोहना,  घाटीगांव व नयागांव सहित जिले की अन्य उचित मूल्य की दुकानों पर पहुँचे और ई-केवायसी कार्य को अंजाम दिलाया। इन दलों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए स्थापित किये गए खरीदी केंद्रों का निरीक्षण भी इस दौरान किया।  उल्लेखनीय है शासन द्वारा उचित मूल्य की दुकानों से राशन प्राप्त करने के लिये ई-केवायसी अनिवार्य किया गया है, जो पात्रता पर्चीधारी उपभोक्ता 30 अप्रैल तक ई-केवायसी नहीं करायेंगे, उन्हें राशन नहीं मिलेगा। इसलिए राशन लेने आ रहे उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे 30 अप्रैल तक अपनी ई-केवायसी अवश्य करा लें।

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने शेष हितग्राहियों की ई-केवायसी करने के साथ-साथ मृत, अपात्र व अस्तित्वहीन हितग्राहियों के विलोपन का काम करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि उचित मूल्य के दुकानदारों की नियमित बैठक लेकर सर्वोच्च प्राथमिकता से ई-केवायसी का काम कराएं। साथ ही कहा है कि ई-केवायसी के दौरान राशन वितरण का काम प्रभावित नहीं होना चाहिए। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने ऐसे उपभोक्ता जिनकी मृत्यु हो गई है अथवा चार माह से नियमित खाद्यान्न प्राप्त नहीं कर रहे हैं, उनकी सूची तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं।

प्रभारी मंत्री सिलावट 11 अप्रैल से दो दिवसीय प्रवास पर

ग्वालियर 10 अप्रैल । जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट 11 अप्रैल को ग्वालियर के दो दिवसीय प्रवास पर आएंगे। श्री सिलावट इस दिन प्रात: काल लगभग 7:40 बजे रतलाम भिण्ड एक्सप्रेस से ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुँचेंगे। यहाँ से होटल तानसेन जायेंगे। निर्धारित कार्यकम के अनुसार प्रभारी मंत्री श्री सिलावट प्रात: 10:30 बजे मुखर्जी भवन पहुँचकर स्थानीय कार्यक्रम मे भाग लेंगे। 

श्री सिलावट दोपहर 1:40 बजे वायु सेना के विमानतल पर पहुँचकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी करेंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ग्वालियर से वायुमार्ग द्वारा अशोकनगर जिले के प्रवास पर जाएंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी की विदाई के दौरान सायंकाल 5:30 बजे भी प्रभारी मंत्री श्री सिलावट वायुसेना के विमानतल पर मौजूद रहेंगे।प्रभारी मंत्री श्री सिलावट 12 अप्रैल को प्रात: 10 बजे कलेक्ट्रेट के सभागार में विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक लेंगे। इसके बाद यहीं पर ग्वालियर नगर निगम की पेयजल एवं अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर नगर निगम आयुक्त व अन्य अधिकारियों की बैठक लेंगे। श्री सिलावट सायंकाल 7:50 बजे रेलवे स्टेशन पहुँचकर रतलाम एक्सप्रेस द्वारा इंदौर के लिये प्रस्थान करेंगे।

' फ्यूचर प्लान ' पर टिका है कांग्रेस का ' फ्यूचर '

 

आने वाले दिनों के लिए कांग्रेस का ' फ्यूचर प्लान ' क्या है ये राहुल गाँधी  के अलावा कोई नहीं जानता ,लेकिन एक पत्रकार होने के नाते मैं इतना दावे के साथ कह सकता हूँ कि  कांग्रेस का 'फ्यूचर ' कांग्रेस के ' फ्यूचर  प्लान ' पर ही टिका है। कांग्रेस 2014  से सत्ता से बाहर हैं। और अभी उसे 2029  तक सत्ता से बाहर ही रहना है ।  सत्तारूढ़ होने के लिए उसे अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर ऐसा फ्यूचर प्लान ' बनाना होगा जो उसकी सत्ता में वापसी करा सके। कांग्रेस की जैसी तैयारी   अभी दिखाई देती है उसे देखकर लगता है कि  कांग्रेस के लिए सत्ता अभी भी ' आकाश-कुसम' जैसी ही है।

पिछले दिनों   गुजरात   में हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक और अधिवेशन में पार्टी की भाववि रणनीति पर मंथन किया गया। सबकी नजर इसी मंथन से निकलने वाले उत्पाद पर टिकी रही ।  इस मंथन से कांग्रेस को अमृत मिला  या विष ,ये कहना कठिन है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी केलगातार  कमजोर होने के मुद्दे पर बैठक में मंथन हुआ। कांग्रेस वर्किंग कमेटी में यह बात भी उठी कि पार्टी बीते कल की यानि अतीत की  बात कर रही है,  लेकिन कांग्रेस के पास फ्यूचर एक्शन प्लान नहीं है।  पार्टी के एकछत्र नेता राहुल गांधीने  इस सवाल का  जवाब दे दिया. राहुल गांधी ने साफ-साफ कहा कि उनके पास ' फ्यूचर एक्शन प्लान ' है। 

गुजरात के अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल को सम्पन्न  कांग्रेस के  अधिवेशन  अधिवेशन का मकसद संगठन को मजबूत करना और देश के प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था। अधिवेशन के बाद छनकर बाहर आयी खबरों के मुताबिक  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने  पार्टी नेताओं से अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) और महिलाओं का फिर से समर्थन हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की।  सूत्रों ने बताया कि राहुल ने कांग्रेस की विस्तारित कार्य समिति की बैठक में इस बात पर जोर दिया कि पार्टी के पास अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का समर्थन है, लेकिन ओबीसी वर्गों तथा अन्य कमजोर तबकों का समर्थन भी हासिल करने की जरूरत है । राहुल  ने कहा कि महिलाओं का भी समर्थन हासिल करना होगा जो देश की आबादी का करीब 50 फीसदी हैं। 

कांग्रेस के इस अधिवेशन में जातीय जनगणना से लेकर प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी द्वारा देश को बेचने और ईवीएम से फर्जी चुनाव करने से लेकर अमरीकी टैरिफ का मुद्दा भी जेरे बहस रहा। अधिवेशन में शशि थरूर जैसे नेताओं का नाम लिए बिना पार्टी में भाजपा के स्लीपर सेलों की भी बात उठी ,लेकिन सवाल ये है कि  तमाम मुद्दों   को चिन्हित करने के बाद ऐसी क्या कार्ययोजना बनाई गयी है जो भाजपा क वेग से आगे बढ़ रहे रथ को रोक सके।  भाजपा पिछले एक दशक में कांग्रेस से इतना ज्यादा आगे निकल गयी है कि  उसे सत्ताच्युत करना आसान नहीं है। देश जानना चाहता है कि  कांग्रेस भाजपा का मुकाबला आखिर किस तरह करने जा रही है। 

इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि  देश को एक अलग दिशा में धकेलने में लगी भाजपा को केवल और केवल कांग्रेस ही रोक सकती है,लेकिन वो अभी अकेले नही।  भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस को आईएनडीआईए के सहारे ही आगे बढ़ना होगा ,लेकिन क्या कांग्रेस आने वाले दिनों   में भाजपा की बैशाखियाँ छीन सकती है ? शायद नहीं ,क्योंकि हाल ही में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर तमाम लानत-मलानत के बावजूद टीडीपी और जेडीयू ने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा है।कांग्रेस ने 2024  के आम चुनाव में अपने सहयोगी दलों के साथ भाजपा की बढ़त को कम किया ,भाजपा को स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं करने दिया,किन्तु कांग्रेस भाजपा को सत्ता से अलग नहीं कर पायी। 

कांग्रेस के समाने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी कार्यकर्ताओं को हताश   होने से बचाने की है। कांग्रेस का हताश कार्यकर्ता  भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ताओं और आरएसएस के शाखामृगों का मुकाबला नहीं कर सकता। एक दशक तक सत्ता में रहने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता और संघ  के  शाखामृग आर्थिक रूप से भी सम्पन्न हुए हैं। भाजपा और संघ ने इसी एक दशक में पूरे देश   में संघ और भाजपा के पांच सितारा कार्यालयों की श्रृंखला खड़ी कर ली है। इलेक्टोरल बांड का अकूत पैसा भी भाजपा के पास है। ऐसे में एक मात्र रास्ता ये बचता है कि कांग्रेस एक नई आक्रमकता के साथ चुनाव मैदान में उतरे।

कांग्रेस के अधिवेशन में अच्छी बात ये रही कि  स्लीपर सेल समझे जाने वाले नेताओं को भी बोलने दिया गय।  असंतुष्ट  नेताओं का प्रतिनिधित्व शशि थरूर जैसे नेताओं ने किया। अब कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे विभीषणों की संख्या पहले के मुकाबले कुछ कम हुई है। कांग्रेस अब राहुल गाँधी के नियंत्रण वाली कांग्रेस है ।  कांग्रेस को  परिवारवाद से मुक्त करना -कराना एक अलग मुद्दा है जो शायद इस अधिवेशन में बहस के लिए नहीं आया। आ भी नहीं सकता था ।  यही परिवारवाद कांग्रेस की सबसे बड़ी कमजोरी है और सबसे बड़ी ताकत भी। कांग्रेस के लिए ये अंतिम अवसर है ,2029  के बाद कांग्रेस मुमकिन है कि   किसी कालपात्र में पड़ी दिखाई दे वामपंथी दलों की तरह या समाजवादी दलों की तरह। राहुल गाँधी जिस दिन अपना फ्यूचर प्लान सार्वजनिक करेंगे उस दिन हमभी बता सकेंगे  कि कांग्रेस  का फ्यूचर क्या है ? कांग्रेस ने टाइगर  मोदी जी की मांद में घुसकर उन्हें चुनौती दी है ,देखिए आगे-आगे होता है क्या ?

@ राकेश अचल

10 अप्रैल 2025, गुरुवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:02 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:42 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2082* शाके-1947 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष *त्रयोदशी  तिथि*  25:00 बजे  तक फिर चतुर्दशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 12:24 बजे तक फिर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *वृद्धि*  है। 

 *करण*  :-आज  *कैलब* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा,गंडमूल  नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 13:58 से 15:33 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:58 बजे से 12:49 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: भगवान महावीर जयंती,अनंग त्रयोदशी,प्रदोष व्रत 

*मुहूर्त* : नाम  कारण , अन्नप्राशन है  अन्य कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मीन, चन्द्र-सिंह, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 06:02 - 07:37 शुभ

रोग 07:37 - 09:12 अशुभ

उद्वेग 09:12 - 10:47 अशुभ

चर 10:47 - 12:23 शुभ

लाभ 12:23 - 13:58 शुभ

अमृत 13:58 - 15:33 शुभ

काल 15:33 - 17:08 अशुभ

शुभ 17:08 - 18:43 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

अमृत 18:43 - 20:08 शुभ

चर 20:08 - 21:32 शुभ

रोग 21:32 - 22:57 अशुभ

काल 22:57 - 24:22*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

Featured Post

अनुसूचित जाति वर्ग के वर्ष 2016 में बंद किए गए कन्या बालक आश्रम चालू कराने को लेकर केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात कर मांग की

  ग्वालियर 26 अप्रैल । विभिन्न समस्याओं को लेकर आज ग्वालियर आगमन पर  ज्योतिरादित्य सिंधिया  केंद्रीय मंत्री को वर्ष 2016 में मध्य प्रदेश शास...