ग्वालियर। शासन की नई शराब नीति न मानने और निविदा शर्तों का उल्लंघन करने पर शासन ने शराब ठेकेदारों के लाइसेंस रद्द करते हुए शराब दुकानें अपने हाथ में ले ली हैं। आबकारी विभाग ही अपने कर्मचारी तैनात कर दुकानों का संचालन करवा रहा है। लिहाजा शासन ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत शेष अवधि के लिए शराब दकानों का पर्ननिर्धारण के बीच एक समय अवधि के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कुछ दिनों के लिए ठेका देना चाह रहा है। लेकिन शराब ठेकेदार इस व्यवस्था में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। वह 365 दिन के लिए ही ठेका लेना चाहते हैं। शराब ठेके छोड़ने के बाद आबकारी विभाग द्वारा फिलहाल जिले की बिक्री में टॉप 17 दुकानों को 7 दिन के लिए ठेके संचालन करने की शरुआत रविवार से करने जा रहा है। हालांकि ठेकेदारों को देने के चलते पिछोर (डबरा) की शराब दुकान शनिवार को संचालित करने की शुरुआत हो चुकी है। विभाग को उम्मीद है कि 17 दुकानों से अगले 7 दिन में लगभग 50 करोड़ से ज्यादा की राशि मिलेगी। वहीं शराब दुकानों को टेंडर प्रक्रिया के बाच शहर का शराब दुकानों में बिक्री जारी है, लेकिन लोग कोरोना महामारी के खौफ को नजरअंदाज कर शारीरिक दूरी का कहीं पालन करते हुए नजर नहीं आ रहे थे। शराब को लेकर लोग इस महामारी तक को भूल गए हैं, जिसका आबकारी विभाग और पुलिस विभाग की टीमें भी पालन नहीं करा पा रही हैं।
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