ग्वालियर l अखण्ड सुहाग का प्रतीक करवाचौथ का त्यौहार बुधवार को श्रद्धा-भाव के साथ मनाया गया। इस दिन महिलाओं ने दिनभर बिना जल और अन्न के रहकर 13 घण्टे से अधिक का निर्जला व्रत किया और रात्रि में छलनी में चांद का दीदार करके अपने पति के हाथ से जल ग्रहण किया। इसके बाद पति की पूजा करके अखण्ड सौभाग्यवति होने का वरदान पाया। सुहागिन महिलाओं के लिए करवाचौथ का त्यौहार बहुत मायने रखता है। कहा जाता है कि इस व्रत को करने से पति की आयु बढ़ती है। अतः नवविवाहिताओं ने खासकर इस और उनके साथ त्यौहार को अपने-अपने अन्दाज में मनाया।
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