रविकांत दुबे
ग्वालियर। सूफी संतों ने देश को प्रेम भाई चारा और अमन का पैगाम दिया है। बुराई का बदला नेकी से और दुश्मनी का बदला दोस्ती से देकर हम समाज में सद्भाव बनाए रख सकते हैं। यह बात दरगाह हजरत ख्वाजा खानून के सज्जाद नशीन हजरत ख्वाजा रशिद खानूनी ने 809 वें उर्स मेले के समापन पर कही। मेले के तीसरे दिन सुबह संदल पोशी और शजरा ख्वानी व नमाज दरगाह के सभागार में कब्बाली की मजलिश हुई। जिसमें कब्बालों ने रंग और कौल पढ़ा। इसके बाद हाफिज साजिद अली, हाफिज अब्दुल कादिर मौलाना जकी, हाफिज इंतजार सा आदि ने कुराना पाठ किया। उर्स शरीफ का समापन अजमेर शरीफ से आई चादर पेश कर कुल के छींटे के साथ हुआ। छींटा नायव सज्जादा नशीन डा. एजाज खानूनी ने दिया। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर की ओर से अजमेर शरीफ के लिए चादरें भेजी गई।
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