सोमवार, 19 मई 2025

चार दिनों में चार बड़े ग्रहों का बदलना लंबे समय तक करेगा प्रभाव

कहते है  ग्रह ही राज्य देते है और ग्रह ही राज्य हर लेते हैं  स चराचर ग्रहों के ही अधीन हैं।

चार दिनों में ग्रहों का राजा सूर्य ने 15 मई की रात मेष राशि से वृष राशि में प्रवेश किया, ग्रहों में सबसे अधिक ज्ञान,ध्यान,शिक्षा दीक्षा के कारक गुरु ने 14 मई की रात वृष से मिथुन में प्रवेश किया अब 18 मई को शाम 07:20 बजे राहु मीन राशि से कुंभ में इसी समय केतु कन्या राशि से सिंह राशि में प्रवेश कर रहे है।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने कहा कि इन ग्रहों के परिवर्तन जिन राशियों में ग्रह पहुंच रहे है उन्हें बड़ी परेशानी रहेगी।

इस के अलावा बुध 16 मई  से 12 जून तक अतिचारी गति चलने से राजनेताओं में परस्पर टकराव बढ़ेगा देश के पश्चिमी उत्तरी क्षेत्रों में हिंसा, दुर्भिक्ष की संभावना रहेगी। जनता में भय बना रहेगा।

तेल,तिलहन काली मिर्च, किराने का सामान में तेजी आएगी। चांदी एक लाख से ऊपर ही अच्छी तेजी में रहेगी।

जैन ने कहा कि प्रत्येक राशि भी प्रभावित होगी।

*क्या होगा राशियों पर असर*:- प्रत्येक राशियों पर अलग-अलग रूप से प्रभाव पड़ेगा। 

18 मई को शाम 07 बजकर 20 मिनट पर राहु अपनी स्वभाविक गति यानि वक्री गति से कुंभ राशि में और केतु अपनी वक्री गति से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे और वर्ष पर्यंत राहु, कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में ही गोचर करते रहेंगे। राहु और केतु एक राशि में लगभग 18 महीनों तक रहते हैं।गुरु एक राशि में  लगभग 13 महीने तक  रहते हैं।गुरु,राहु और केतु के इस गोचर का आपकी राशियों पर और आपके जीवन पर क्या प्रभाव होगा।

मेष राशि - 

गुरु आप के तृतीय ,राहु आपके ग्यारहवें स्थान पर, जबकि केतु आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे इनके प्रभाव से आपके जीवन में धन लाभ ,मान सम्मान के अवसर सामने आ सकते हैं। किंतु संतान क्या कैसे कर रही है उसपर ओर जीवन साथी  पर ध्यान देना होगा।

 वृष राशि :- गुरु आप के द्वितीय ,राहु  दसवें, केतु आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। परिवार में वृद्धि,धन वृद्धि परंतु केतु चौथे मां  को रोग पीड़ा अशांति देगा।

  जीवनसाथी और दोस्तों से आपको विशेष सहयोग मिलेगा। 

 मिथुन राशि - 

 गुरु प्रथम,राहु नवें स्थान पर,  केतु  तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु विलंब और भय से कार्य करने देंगे राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी रुचि कुछ कम हो सकती है। आपको जीवनसाथी और संतान का लाभ मिलेगा। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने के पूरे चांस नजर आ रहे हैं।  

 कर्क राशि - 

 गुरु बारहवें स्थान पर राहु आपके आठवें स्थान पर, जबकि केतु आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु से शत्रुओं पर विजय गुप्त व साहसी कार्य पूर्ण होंगे राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा व्यावसायिक दृष्टि से आपको थोड़ा संभलकर काम करना चाहिए।

सिंह राशि - 

 गुरु देव ग्यारहवें स्थान पर राहु  सातवें स्थान पर, जबकि केतु आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे।

गुरु से नए आर्थिक लाभ उन्नति,नौकरी में पदोन्नति  राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहेंगे।

व्यवसाय में कभी कभी देरी रुकावटें।

कन्या राशि- 

 गुरु दशमे,राहु  छठे स्थान पर, जबकि केतु  बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। मित्रो से मत भेद स्थान हानि,स्थान परिवर्तन राहु-केतु  से  ही व्यर्थ के खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की जरूरत है। इस दौरान किसी भी काम को टालने से आपको बचना चाहिए। 

 तुला राशि -

 गुरु नवें स्थान पर,राहु आपके पांचवें स्थान पर, जबकि केतु आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। संतान की उन्नति,धन लाभ रुके कार्य गुरु पूर्ण कराएंगे।राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको कारोबार में अचानक लाभ । 

 वृश्चिक राशि- 

गुरु देव आठवें स्थान पर,राहु आपके चौथे स्थान पर, जबकि केतु आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। 

स्वास्थ्य का खाश ध्यान रखना होगा।राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको पारिवारिक सुख में कमी महसूस हो सकती है। आपको इस दौरान अपने विरोधी पक्ष से थोड़ा सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा आपको अपनी माता की सेहत का ख्याल रखना चाहिए।

 धनु राशि- 

गुरुदेव सातवें स्थान पर,राहु आपके तीसरे स्थान पर, जबकि केतु आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे।

विवाह,पत्नी सुख के लिए  उत्तम वर्ष है कार्य व्यापार से आर्थिक लाभ, उन्नति।

राहु-केतु के इस गोचर भी  आपको जीवन में लाभ और सफलता मिलेगी। परिवार के लोगों से, खासकर कि संतान से आपको सहयोग मिलेगा। नौकरी के क्षेत्र में आपकी तरक्की होगी। 

 मकर राशि- 

 गुरुदेव छठे स्थान पर,राहु आपके दूसरे स्थान पर, जबकि केतु आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे।पुत्र से मतभेद एवं इस दौरान आपको पैसों के मामले में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। अपने काम की बागडोर अपने हाथ में रखना आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा। परिवार के मामले में भी किसी तीसरे व्यक्ति से कोई राय न लें, तो बेहतर रहेगा।

 कुंभ राशि - 

गुरु देव पांचवें ,राहु आपके पहले यानि लग्न स्थान पर, जबकि केतु आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के प्रभाव से आप की तर्क शक्ति सूझबूझ बढ़ेगी कार्यों में सफलता धन का सही उपयोग होगा।

राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने कार्यों की पूर्णता के लिए थोड़ी ज्यादा मेहनत और लगन की जरूरत है। इस दौरान आपको अपने कार्य ईमानदारी के साथ पूरे करने चाहिए। 

 मीन राशि- 

गुरु चतुर्थ स्थान पर,राहु आपके बारहवें स्थान पर, जबकि केतु आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे।

गुरुदेव के प्रभाव से परिवार मित्रो से अशांति महशूस  होगी स्थान परिवर्तन भी हो सकता है।राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको कभी-कभी धन हानि होगा, तो कभी-कभी अचानक से आपके खर्चें बढ़ सकते हैं। सेहत के मामले में इस दौरान आपको अपनी आंखों और गले का खास ध्यान रखना चाहिए। 

साथ ही अपने महत्वपूर्ण काम करते समय आपको अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

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