गुरुवार, 26 नवंबर 2020
शीतलहर ने कंपाया, नवंबर में ही दिन में जले अलाव
ग्वालियर। तमिलनाडू में आए निवर तूफन का असर शहर में ऐसा दिखाई दिया कि नवंबर में ही लोगों को सर्दी से बचाव के लिए दिन में ही अलाव जलाने पर मजबूर कर दिया।
गुरुवार सुबह से सर्द हवा और घने कोहरे के साथ बादलों की मौजूदगी ने दिन में अंधेरा कर दिया, वहीं पारा बढ़ने के बावजूद सर्द हुई सुबह ने ठिठुराकर रख दिया। धूप के दर्शन न होने के कारण लोगों में ठंड का भय ज्यादा समा गया और वह घर में दुबके रहे, जिन्हें जरूरी काम था वह भी, देर से और मोटे गर्म कपड़े पहनकर ही घर से निकले। ऐसे में दिनवर्षा बुरी तरह प्रभावित हुई। ठंड के सितम का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिन में ही लोग अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने का असफल प्रयास करते दिखाई दिए।
Featured Post
अमेरिका में रह रहे भारतीयों पर गाज, भारत से डाक सेवा बंद
अगर आपके परिवार का कोई सदस्य अमेरिका में रहता है तो ये खबर आपके लिए ही है. क्योंकि भारतीय डाक विभाग 25 अगस्त, 2025 से अमेरिका के लिए ज्याद...

-
भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को पानी पी पीकर भले ही कोसते हों लेकिन संकट की हर घडी में...
-
वोट चोरी के मुद्दे पर देश का बिखरा विपक्ष पहली बार इतनी मजबूत से प्रकट हुआ है कि सत्ता के होश फाख्ता हो गए हैं. पिछले 11 साल में विपक्ष वोट ...
-
सुरक्षा में सहयोग और वन वर्धनिक कार्यों में ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ाने के लिए जगह जगह चलाई जाएगी सामूहिक भोजन की मुहिम सामूहिक भोजन से स्ट...
-
भारत में सबसे कम 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी यदि जीवित होते तो आज वे 81 साल के हो जाते, लेकिन राजीव गांधी नान वायलोजीकल...
-
*🌞सूर्योदय :-* 05:53 बजे *🟠सूर्यास्त :-* 18:55 बजे श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* *श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* *सूर्य*:- -सूर...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें