मंगलवार, 24 जून 2025

बारह दिन का महाभारत और युद्ध विराम

 

आज की अच्छी खबर ये है कि ईरान, इजराइल और अमेरिका के बीच पिछले बारह दिन से चल रहे लोमहर्षक अमानवीय, अनैतिक और अयाचित युद्ध पर विराम लग गया. गनीमत है कि इस युद्ध विराम की घोषणा चीन, रूस या विश्वगुरु भारत ने नहीं बल्कि खुद हमलावर अमेरिका ने की है. ये मौका था कि भारत अमेरिका से पहले युद्ध विराम की घोषणा कर अमेरिका से अपने अपमान का बदला ले लेता. खैर !

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के बाद ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर लागू हो गया है. दोनों देशों के बीच बीते 12 दिनों से जंग चल रही थी, जिसके वजह से दोनों देशों को लगातार जान-माल का नुक़सान हो रहा था. दोनों ही देश एक-दूसरे पर हवाई हमले कर रहे थे. दुनिया इस हिंसक, क्रूर लडाई को तीसरे विश्व युदध के आगाज के रूप में देख रही थी, लेकिन बला टल गई. अब अगले 24 घंटे में युद्ध की औपचारिक तौर पर अंत हो जाएगा. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ ही दुनियाभर के देश युद्ध को समाप्त करने की अपील कर रहे थे ताकि मध्य पूर्व में शांति बहाल हो सके.



अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया.उन्होंने कहा, मिडिल ईस्ट में शांति बहाल का रास्ता साफ हो गया है.

दोनों देश के बीच बीते 12 दिनों से जंग चल रही थी, लगातार हवाई हमले किए जा रहे थे. जिसकी वजह से स्थिति और तनावपूर्ण होते जा रहा था. इस दौरान दोनों ही पक्षों को जान-माल का नुक़सान हुआ. हालांकि, अब दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से सीजफायर पर बात बन गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया है कि अगले 24 घंटे में औपचारिक तौर से युद्ध की समाप्ति हो जाएगी.मजे की बात देखिए कि जिस अमेरिका ने ईरान को नेस्तनाबूत करने की कसम खाई थी उसी अमेरिकी प्रशासन ने दोनों पक्षों को शांति के लिए प्रेरित किया. 

 आपको याद होगा कि ईरान ने कतर की राजधानी में स्थित अमेरिकी अल-उदीद बेस (सैन्य ठिकाना) पर सोमवार को मिसाइल हमले कर दागकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था. जिसकी वजह से कतर को कुछ घंटों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करना पड़ा था. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी बेस पर हमले के बाद कहा कि ईरान किसी के समक्ष झुकेगा नहीं. ईरान आत्मसमर्पण करने वाला राष्ट्र नहीं है. 

 द्वापर में धरती का सबसे विनाशकारी युद्ध महाभारत 18दिन चला था, लेकिन खाडी का ये युद्ध 12दिन में ही ठिठक गया. एक जमाने में खाडी युद्ध 8साल तक चला था. लेकिन तब के और अब के हालात में बहुत अंतर आ गया है. इस युद्धविराम के बाद अब रूस और यूक्रेन को भी जनहित में युद्ध रोक देना चाहिए. ईरान, इजराइल, अमेरिका, रूस और यूक्रेन से बेहतर तो हम भारत वाले हैं जो हमने तीन दिन में युद विराम स्वीकार कर लिया.हम जानते हैं कि युद्ध लीला कोई रामलीला या रासलीला नहीं है. युद्ध हमेशा से विनाशकारी होता है.

ईरान -इजराइल युद्ध लंबा खिंच सकताश्रथा लेकिन रूस और चीन के साथ ही ईरान के तेवर देख अमेरिका को युद्ध विराम की घोषणा करना पडी, अन्यथा इजराइल और अमेरिका का एजेंडा तो ईरान में तख्ता पलटने का था. खुदा का करम है कि ये एजेंडा पूरा नहीं हुआ. इसके लिए दुनिया के सभी पक्षों का शुक्रिया, उनका भी जिन्होंने ईरान का समर्थन किया, उनका भी जिन्होंने मौन धारण किया. भगवान करे कि अब युद्ध की चिंगारी दुनिया के किसी भी हिस्से में न भडके. इस विनाषक, भयावह, नृशंस युद्ध में बेमौत मारे गये ईरानियों, इजराइलियों और अमरीकियों को ऊपरवाला जन्नत फरमाए. जो जख्मी हुए हैं उन्हे सेहत दे. इस युद्ध से हुए नुकसान की भरपाई आसानी से नहीं होगी. एक लंबा अरसा लगेगा हालात मामूल पर आने में.

बधाई उन ईरानियों को जो अपनी संप्रभुता और स्वाभिमान के लिए लडे. बधाई उन इजराइलियों और अमरीकियों के अलावा दुनिया के उन तमाम लोगों और संगठनों को को जो इस युद्ध के खिलाफ अपनी -अपनी जमीन पर लडे. जो तटस्थ रहे उनका हिसाब भी समय करगा ही.

@ राकेश अचल

24 जून 2025,मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:25 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:21 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *आषाढ़* माह कृष्ण पक्ष *चतुर्दशी तिथि* 18:59 बजे तक फिर अमावस्या तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* रोहिणी नक्षत्र:12:53 बजे तक फिर मृगशिरा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज  *शूल* है।

*करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल नहीं है भद्रा 08:33 बजे तक 

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                  उत्तर दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  15:52 बजे से 17:37

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:55 बजे से 12:51 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- 

*मुहूर्त* :-  कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-वृष मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-मेष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

रोग 05:26 - 07:10 अशुभ

उद्वेग 07:10 - 08:55 अशुभ

चर 08:55 - 10:39 शुभ

लाभ 10:39 - 12:24 शुभ

अमृत 12:24 - 14:08 शुभ

काल 14:08 - 15:52 अशुभ

शुभ 15:52 - 17:37 शुभ

रोग 17:37 - 19:21 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

काल 19:21 - 20:37 अशुभ

लाभ 20:37 - 21:53 शुभ

उद्वेग 21:53 - 23:08 अशुभ

शुभ 23:08 - 24:24* शुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

सोमवार, 23 जून 2025

अब मिलकर बजाइए जलमध्यडमरू

 चौंकिए मत, ईरान पर अमरीकी हमले के बाद ईरान ने वही किया जिसकी आशंका थी. ईरान ने होर्मुज स्ट्रेट को बंद कर दिया. ये रास्ता एक तरह का जल मध्य डमरू है. ये डमरू अपनी रचना की वजह से महत्वपूर्ण है. आप कहेंगे कि आखिर ये क्या बला है, तो पहले इसे जान लीजिये.

जलमध्यडमरू, जिसे जलसंधि या जलडमरूमध्य भी कहा जाता है, एक संकीर्ण जलमार्ग है जो दो बड़े जल निकायों (जैसे समुद्र, महासागर या खाड़ी) को जोड़ता है। इसका भौगोलिक आकार अक्सर  शंकर जी के प्रिय डमरू  जैसा होता है,. डमरू मदारी भी बजाते थे. आजकल मदारी नाम की संस्था समाप्त हो चुकी है, लेकिन जल के मध्य डमरु आज भी महत्वपूर्ण है.. इसमें  दो बड़े जल क्षेत्रों के बीच एक तंग हिस्सा होता है, इसलिए इसे जलडमरूमध्य कहा जाता है।यह डमरू कोई बनाता नहीं है बल्कि ये प्राकृतिक रूप से बनता है, जैसे टेक्टोनिक प्लेटों की गति या जल के कटाव से नौकाएँ और जहाज इस मार्ग से एक जलाशय से दूसरे जलाशय तक जा सकते हैं, जो व्यापार और परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है।जलसंधियाँ व्यापारिक और सैन्य नौवहन पर नियंत्रण के लिए कूटनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती हैं। उदाहरण के लिए, होर्मुज जलसंधि तेल व्यापार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।इसका भू-राजनीतिक महत्व भी कम नहीं है.इन पर नियंत्रण को लेकर इतिहास में कई बार अंतरराष्ट्रीय विवाद हुए हैं, जैसे जिब्राल्टर जलसंधि पर स्पेन, ब्रिटेन और मोरक्को के बीच तनाव।

ईरान के ऊपर अमेरिका हमले के बाद इस युद्ध के विकराल रूप लेनी की संभावनाए अपने चरम पर है. ईरान ने ऐलान किया है कि वह अमेरिका के इस हमले का जवाब देगा. हालांकि इजराइल ने अमेरिका के हमले के बाद इजराइल पर करीब 30 मिसाइलें दागी हैं. अब ईरान की संसद ने एक ऐसा फैसला किया है, जिसके बाद बिना मिसाइल दागे पूरी दुनिया ही जाएगी.

अगर ईरान इस होर्मुज स्ट्रेट को बंद कर देगा, तो तेल की कीमते आसमान छू सकती हैं हालांकि बता दें कि ईरानी संसद में तो ये प्रस्ताव पारित हो चुका है, लेकिन इस मामले में अंतिम फैसला ईरानी सुप्रीम लीडर लेंगे.


आपको बता दें कि दुनिया का 20 फीसदी तेल इसी रास्ते से जाता है. इसमें ज्यादातर एशियाई देशों को जाने वाला तेल हैं. तेल ही नहीं यहां से गैस भी ट्रांस्पोर्ट की जाती है और यह रास्ता ऐशियाई देशों के मध्य पूर्व में निर्यात का रूट भी है. जिसमें भारत, चीन और पाकिस्तान अहम हैं. जाहिर है कि ईरान के इस फैसले के खिलाफ अमेरिका और सख्त कदम उठा सकता है.

एशिया के दूसरे देशों की तरह ही भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर तेल मध्यपूर्व के देशों से लेता हैं. भारत का करीब 50 फीसदी तेल और गैस होर्मुज की खाड़ी से आता हैं. भारत अपनी एल एन जी का 40 फीसदी कतर और 10 फीसदी दूसरे खाड़ी देशों आयात करता हैं. वहीं भारत 21 फीसद इराक और बाकी दूसरे खाड़ी देशों से आयात करता है.

अगर होर्मुज को ईरान ने बंद किया तो भारत में तेल की कीमतें आसमान छू सकती हैं. साथ भारत की ओर से खाड़ी देशों में एक्सपोर्ट होने वाला सामान भी लंबा रास्ता लेकर निर्यात होगा, जो निर्यात की लागत को बढ़ाएगा.लेकिन भारत इस नये युद्ध में अभी तक अपना रुख तय नहीं कर पाया है. भारत की सरकारी पार्टी इसलिए खुश है कि एक इस्लामिक देश बर्बाद हो रहा है. भारत की सरकार और सरकारी पार्टी हमलावर इजराइल के प्रति सहानुभूति रखती है क्योंकि उसे लगता है कि इजराइलियों की नस्ल और हिंदुओं की नस्ल एक है. यानि श्रेष्ठ नस्ल. लेकिन सरकार और सरकारी पार्टी भूल जाती है कि कौवों के कोसने से ढोर नहीं मरते. युद्ध न वियतनाम को समाप्त कर सका, न अफगानिस्तान को. न सीरिया को न ईराक को. यूक्रैन भी अभी बाकी है, हाँ हर युद्ध में मानवता पिसती है. आज भी पिस रही है.

बहरहाल ईरान अमेरिका, इजराइल युद्ध आपकी जेब पर भी भारी पडने वाला है. भले ही हम रूस से तेल लेने लगे हैं. लेकिन  अर्थव्यवस्था का तेल निकालने के बहुत से तरीके बाकी है. भारत का मौन, या रटी -रटाई गागरौनी भारत की छवि धुमिल कर रहे हैं.

@राकेश अचल

वन परिक्षेत्र जतारा अन्तर्गत वृक्षारोपण का महाकुंभ हुआ शुरू

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

एक पेड़ मां के नाम 2.0 के तहत लगाए जा रहे 1.50 लाख पौधे

परा, आलपुर, पीरपानी, हरपुरा, महेबा, और कररई के जंगल में 204 हैक्टेयर वन भूमि पर किया जा रहा वृहद वृक्षारोपण कार्य

विदित हो कि कई वर्षों से पुराने अतिक्रमण से प्रभावित वन परिक्षेत्र जतारा की वन भूमि को अतिक्रमण बेदखली का अभियान चलाकर विगत दो वर्षों में 700 हैक्टेयर से भी अधिक वन भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर विगत वर्ष 250 हैक्टेयर वन भूमि पर 1.25 लाख से भी अधिक पौधों का पौधा रोपण किया गया था जो आज हरा भरा जंगल बन गया है उसी तारतम्य में अतिक्रमण मुक्त वन भूमि और पूर्व से चिन्हित वन भूमि पर इस वर्ष 2025 में 1.50 लाख पौधे लगाए जाने की योजना के तहत *एक पेड़ मां के नाम 2.0 के तहत* विगत दिवस वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के कुशल नेतृत्व में वृक्षारोपण के महाकुंभ की शुरुआत की गई।

विगत दो दिनों में 25 हजार से भी अधिक पौधों का पौधारोपण कार्य कर लिया गया है जो जुलाई के पहले सप्ताह तक पूर्ण करते हुए 1.50 लाख पौधे रोपित कर लिए जाएंगे।

इसके अलावा पुराने वर्षों के वृक्षारोपण क्षेत्रों में भी 50 हजार से भी अधिक पौधे मृत पौधों की जगह लगाए जाएंगे।

वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के द्वारा बताया गया कि उक्त पौधों के अलावा जुलाई माह तक अतिक्रमण बेदखली की कार्यवाही करके लगभग 100 हैक्टेयर खाली वन भूमि पर भी इसी जुलाई माह में वृक्षारोपण किया जाना प्रस्तावित है जिसके लिए अतिक्रमणकारियों को वन भूमि खाली करने के नोटिस दे दिए गए हैं। यदि उनके द्वारा स्वयं से वन भूमि को खाली नहीं किया जाता है तो विधिवत अतिक्रमण बेदखली की कार्यवाही करके रिक्त कराई गई वन भूमि पर विगत वर्ष की तरह इस वर्ष वृक्षारोपण करके सुरक्षित किया जाएगा।

23 जून 2025,सोमवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:25 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:21 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *आषाढ़* माह कृष्ण पक्ष *त्रयोदशी तिथि* 22:09 बजे तक फिर चतुर्दशी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* कृतिका नक्षत्र:15:16 बजे तक फिर रोहिणी नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज  *धृति* है।

*करण*  :-आज  *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल नहीं है भद्रा 22:09 बजे से

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                 पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  07:10 बजे से 18:55

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:55 बजे से 12:51 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- सोम प्रदोष व्रत,मास शिवरात्रि

*मुहूर्त* : नामकरण है अन्य  कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-वृष मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-मेष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 05:26 - 07:10 शुभ

काल 07:10 - 08:55 अशुभ

शुभ 08:55 - 10:39 शुभ

रोग 10:39 - 12:23 अशुभ

उद्वेग 12:23 - 14:08 अशुभ

चर 14:08 - 15:52 शुभ

लाभ 15:52 - 17:37 शुभ

अमृत 17:37 - 19:21 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

चर 19:21 - 20:37 शुभ

रोग 20:37 - 21:52 अशुभ

काल 21:52 - 23:08 अशुभ

लाभ 23:08 - 24:24*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

रविवार, 22 जून 2025

स्वर्गीय जोर सिंह कुशवाहा स्मृति सम्मान इस वर्ष राकेश अचल को

ग्वालियर/मध्य प्रदेश काव्य धारा मंच एवं आदर्श कला निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में श्रमिक नेता स्वर्गीय श्री जोर सिंह कुशवाहा की पुण्य स्मृति में एक भव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 24 जून 2025 को सायंकाल 5:30 बजे इंटक मैदान, सब्जी मंडी हजीरा में आयोजित होगा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  पूर्व  संभागीय कमिश्नर अखिलेदु अर्जरिया होंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुरेश सम्राट करेंगे 

उक्त आयोजन मेंवरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार राकेश अचल जी होंगे, जिन्हें जोर सिंह कुशवाहा स्मृति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, कवि सम्मेलन में शहर के प्रमुख कवियों द्वारा अपनी रचनाओं का पाठ किया जाएगा।

मध्य प्रदेश काव्य धारा मंच के अध्यक्ष नयन किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्यक्रम साहित्य और कला के प्रति लोगों को जागरूक करने और साहित्यकारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। सभी साहित्य प्रेमियों से अनुरोध है कि वे इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी गरिमा मयी उपस्थिति दर्ज कराएं।

क्या सरकारें खुद न्यायाधीश बन सकती है ?

 


मै लंबे समय से जो कहता आया हूँ कि सरकारें न्यायपालिका का काम नहीं कर सकतीं. यही बात अब भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने  भी यही बात हाल ही में कही कि सरकारें कभी भी न्यायपालिका की जगह नहीं ले सकतीं। इस सप्ताह की शुरुआत में भारत में सरकारी प्राधिकारियों द्वारा निजी संपत्तियों के प्रतिशोधात्मक विध्वंस  के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रकाश डालते हुए सीजेआई ने कहा कि कार्यपालिका,  न्यायाधीश, जूरी  और जल्लाद नहीं बन सकती।

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, चीफ जस्टिस ने कहा कि हाल ही में, कोर्ट ने संरचनाओं के विध्वंस के मामले में निर्देशों के संबंध में न्यायालय ने राज्य अधिकारियों द्वारा अभियुक्तों के घरों और संपत्तियों को ध्वस्त करने के निर्णयों की जांच की, जो कि उन्हें न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए जाने से पहले ही दंड के रूप में दिए गए थे। यहां, न्यायालय ने माना कि इस तरह के मनमाने विध्वंस, जो कानूनी प्रक्रियाओं को दरकिनार करते हैं, कानून के शासन और अनुच्छेद 21 के तहत आश्रय के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करते हैं। कार्यपालिका एक साथ न्यायाधीश, जूरी और जल्लाद नहीं बन सकती।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले ने इस बात की पुष्टि की है कि संवैधानिक गारंटियों को न केवल नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति, विशेष रूप से कमजोर लोगों की गरिमा, सुरक्षा और भौतिक कल्याण को भी बनाए रखना चाहिए।

न्यायमूर्ति गवई, जिन्होंने पिछले साल फैसला सुनाने वाली पीठ का नेतृत्व किया था, 18 जून को मिलान अपीलीय न्यायालय में “देश में सामाजिक-आर्थिक न्याय प्रदान करने में संविधान की भूमिका: भारतीय संविधान के 75 वर्षों पर विचार” विषय पर बोल रहे थे।

सीजेआई गवई ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारत द्वारा हासिल किए गए सामाजिक-आर्थिक न्याय ने भारतीय संविधान के आलोचकों को गलत साबित कर दिया है। उन्होंने संवैधानिक लक्ष्यों को मजबूत करने में न्यायपालिका द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला।

सीजेआई गवई ने कहा कि मैं कह सकता हूं कि संसद और न्यायपालिका दोनों ने 21वीं सदी में सामाजिक-आर्थिक अधिकारों के दायरे का विस्तार किया है । उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान ने आम लोगों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया है.

आपको याद होगा कि पिछले कुछ वर्षों में देश की तमाम डबल इंजिन की सरकारों ने बुलडोजर संहिता लागू कर  हत्या, बलात्कार, अतिक्रमण के आरोपियों के खिलाफ अंधाधुंध तरीके से बुलडोजर का इस्तेमाल कर एक वर्ग विशेष को प्रताडित किया था. बुलडोजर संहिता लागू करने में उप्र की योगी सरकार सबसे आगे रही. बाद में मप्र, राजस्थान, उत्तराखंड की भाजपा सरकारों ने बुलडोजर का इस्तेमाल किया थ. पीडितों ने सर्वोच्च न्यायालय की शरण ली थी. कुछ राज्य सरकारों ने माननीय अदालत के निर्देश के बावजूद बुलडोजर  का इस्तेमाल बंद नहीं किया था. अब आप उम्मीद कर सकते हैं कि डबल इंजन की सरकारों  को सदबुद्धि आएगी और सरकारें अर्थात न्यायाधीश बनने की कुचेष्टा नहीं करेगी.

उल्लेखनीय है कि 2024 में, सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाइयों पर महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ कीं और दिशानिर्देश जारी किए। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि:किसी व्यक्ति का घर केवल इसलिए नहीं तोड़ा जा सकता क्योंकि वह किसी अपराध का आरोपी या दोषी है।बुलडोजर कार्रवाई से पहले उचित नोटिस देना अनिवार्य है, जिसमें कम से कम 15 दिन का समय दिया जाना चाहिए।कार्रवाई कानून के शासन और प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुरूप होनी चाहिए। बिना सुनवाई के किसी को दंडित करना असंवैधानिक है।अगर अवैध निर्माण सिद्ध होता है, तो केवल उसी हिस्से को हटाया जा सकता है, और पूरी संपत्ति को ध्वस्त करना अंतिम उपाय होना चाहिए।गलत कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को मुआवजा देना होगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कार्यपालिका (प्रशासन) यह तय नहीं कर सकती कि कोई दोषी है या नहीं; यह न्यायपालिका का अधिकार है। बुलडोजर कार्रवाइयाँ सामूहिक दंड के समान हैं, जो संविधान के खिलाफ है।सामाजिक प्रभाव: कुछ लोग बुलडोजर कार्रवाइयों को अपराध के खिलाफ कठोर कदम मानते हैं और इसे समर्थन देते हैं, जैसा कि एक सर्वे में 54% लोगों ने उत्तर प्रदेश में इसे माफिया के खिलाफ प्रभावी बताया। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह कार्रवाइयाँ अक्सर पक्षपातपूर्ण होती हैं और अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाती हैं।

@ राकेश अचल

22 जून 2025,रविवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:25 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:21 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *आषाढ़* माह कृष्ण पक्ष *द्वादशी तिथि* 25:21 बजे तक फिर त्रयोदशी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* भरणी नक्षत्र:17:37 बजे तक फिर कृतिका नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज  *सुकर्मा* है।

*करण*  :-आज  *क़ौलब* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा,गंडमूल नहीं है 

*🔥अग्निवास*: आज  आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* आज   पश्चिम दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  17:37 बजे से 19:21

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:55 बजे से 12:51 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- योगिनी एकादशी व्रत,राष्ट्रीय आषाढ़ माह प्रारंभ आर्द्रा नक्षत्र में सूर्य 06:18 बजे से कर्क राशि में बुध 21:33 बजे से।

*मुहूर्त* : -  कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-मेष मंगल-सिंह, बुध-मिथुन, गुरु-मिथुन, शुक्र-मेष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 05:25 - 07:10 अशुभ

चर 07:10 - 08:54 शुभ

लाभ 08:54 - 10:39 शुभ

अमृत 10:39 - 12:23 शुभ

काल 12:23 - 14:08 अशुभ

शुभ 14:08 - 15:52 शुभ

रोग 15:52 - 17:37 अशुभ

उद्वेग 17:37 - 19:21 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

शुभ 19:21 - 20:37 शुभ

अमृत 20:37 - 21:52 शुभ

चर 21:52 - 23:08 शुभ

रोग 23:08 - 24:23*अशुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

शनिवार, 21 जून 2025

ग्राम बसरोही में रेट्रॉफिटिंग नल जल योजना की स्वीकृति के बावजूद नहीं हुआ कार्य

छतरपुर।  ग्राम बसरोही, ग्राम पंचायत एरोरा तहसील बिजावर, जिला छतरपुर, मध्यप्रदेश शासन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पत्र क्रमांक F08-03/2020/2/34, दिनाँक 27 जुलाई 2022 के माध्यम से ग्राम बसरोही रैदासपुरा के लिए रेट्रॉफिटिंग नल जल योजना स्वीकृत की गई थी। सलंग्न फाइल के बिंदु क्रमांक 653 पर ग्राम बसरोही का नाम अंकित है, तथा इस योजना के लिए 50.24 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी।

लेकिन दिनाँक 21/06/2025 तक इस योजना का क्रियान्वयन नहीं किया गया है और न ही पानी की टंकी का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। ग्राम बसरोही रैदासपुरा में वर्तमान में तीन शासकीय ट्यूबवेल मौजूद हैं जिनमें पर्याप्त पानी उपलब्ध है, बावजूद इसके विभाग के संबंधित अधिकारी इस योजना को लागू नहीं करना चाहते हैं।

इसकी मूल वजह ग्राम की शत-प्रतिशत जनसंख्या का अनुसूचित जाति से होना और गांव का अत्यधिक पिछड़ा होना प्रतीत होता है, जिससे अधिकारियों की गांव के प्रति अनुसूचित जाति विरोधी मानसिकता झलकती है।

अतः हम संबंधित अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि ग्राम बसरोही रैदासपुरा में रेट्रॉफिटिंग योजना का जल्द से जल्द क्रियान्वयन किया जाए और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही की जाए तथा अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाए।

राहुल अहिरवार

मो:–7697959515




21 जून 2025,शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:25 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:20 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *आषाढ़* माह कृष्ण पक्ष *दशमी तिथि* 07:18 बजे तक फिर एकादशी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* अश्वनी नक्षत्र:19:49 बजे तक फिर भरणी नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज  *अतिगंड* है।

*करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक नहीं है , भद्रा 07:18 बजे तक गंडमूल 19:49 से  है।

*🔥अग्निवास*: आज  आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                               पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  08:54 बजे से 10:39

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:55 बजे से 12:51 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा*:-विश्व योग दिवस,योगिनी एकादशी व्रत सूर्य दक्षिणायन+ वर्षा ऋतु प्रारंभ

*मुहूर्त* : -  कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-मेष मंगल-सिंह, बुध-मिथुन, गुरु-मिथुन, शुक्र-मेष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

शुक्रवार, 20 जून 2025

कांग्रेस कार्यकर्ता तय करेगे कौन बनेगा जिला अध्यक्ष: देवाशीष पटनायक

 

जतारा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह 

Aapkedwar news –अजय अहिरवार 

 जतारा–जिला अध्यक्ष बनने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओ में हलचल मची हुई है सब अपनी अपनी दावेदारी कर रहे है कई कयास लगाए जा रहे है कि इस बार जिले की जिम्मेदारी किसको मिलेगी कुछ कार्यकर्ता नए चेहरे के रूप में जिला अध्यक्ष देखना चाह रहे है तो कुछ पुराने जिला अध्यक्ष की बात कर रहे है इस बार कई चेहरे सामने आ रहे है अब देखना ये है कि किसके नाम पर मुहर लगती है किसे जिला की मिलेगी कमान इसी को लेकर आज जतारा विधानसभा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक आदित्य होटल जतारा मे संगठन सृजन अभियान के क्रम में रखी गई। जतारा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में  राष्ट्रीय पर्यवेक्षक देवाशीष पटनायक ने कहा की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष  मल्लिकार्जुन खड़गे एवं जननायक राहुल गांधी की इस अभियान को लेकर कांग्रेस पार्टी को धरातल पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक निर्णयों में भागीदारी देने की मंशा और बूथ लेवल तक संगठन की मजबूती पर चर्चा करने के लिए जिला की जिम्मेदारी सौंपे हैं उसी अनुसार आज जतारा में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं में संगठन सृजन अभियान को लेकर उत्साह देखने को मिला है, कार्यक्रम में अभियान और स्थानीय राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की गई

जिला कांग्रेस प्रभारी श्री मति रेखा चौधरी, प्रदेश महासचिव श्रीमती किरण अहिरवार, प्रदेश सचिव दिग्विजय सिंह गौर, जिला अध्यक्ष नवीन साहू, महिला जिला अध्यक्ष पूनम जायसवाल, रविन्द्र सिंह बुंदेला सहित पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्तागण की बड़ी संख्या में उपस्थिति रहे ।

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