रविकांत दुबे जिला प्रमुख
ग्वालियर । जीवाजी विश्वविद्यालय भाषा अध्ययन केंद्र में संस्कृत विभाग द्वारा आज संस्कृत दिवस का आयोजन मंगलवार को मध्यान्ह 12:00 बजे सेमिनार हाल में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में भाषा अध्ययनशाला के समन्वयक प्रोफेसर नवनीत गरुड़ की विशेष उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रों के साथ हुआ, छात्र निशांत और छात्रा शताक्षी राय, सरस्वती ने मां सरस्वती का पूजन गीत प्रस्तुति कर आरम्भ किया।अतिथियों का स्वागत सम्मान शाल, श्रीफल, दुर्गा सप्तशती भेंटकर डॉ ज्योत्स्ना सिंह ने किया ।
संस्कृत दिवस पर व्याख्यान के लिए मुख्य वक्ता के रूप में एमएलबी कॉलेज के डॉ अशोक विश्नोई द्वारा सारगर्भित उद्वोधन प्रस्तुत किया गया। छात्रों का ध्यान खींचते हुए कहा कि वर्तमान समय में संस्कृत की उपयोगिता महत्व और रोजगार के अवसर कैसे प्राप्त करें साथ ही संस्कृत केवल भाषा न होकर, सम्पूर्ण भारतीय संस्कृति की जीवनशक्ति है। विद्यालय स्तर से लेकर के विश्वविद्यालय तक संस्कृत के विभिन्न अवसर सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं इतना ही नहीं संस्कृत छात्रों को छात्रवृत्तियां भी प्रदान की जाती हैं।
विज्ञान में उपयोगी तार्किक ढाँचे प्रदान करती है। इसी संदर्भ में अन्य वक्ता के रूप में केंद्रीय संस्कृत संस्थान जयपुर राजस्थान से राम तिवारी ने संस्कृत भाषा की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता” विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि संस्कृत में निहित ज्ञान-विज्ञान, दर्शन और साहित्य आज भी विश्व को दिशा निर्देशन कर रहे हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में भाषा अध्ययन केंद्र के संयोजक डॉक्टर नवनीत गरुड़ ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा है कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन विभाग में होते रहें जिससे कि छात्रों में संस्कृत के प्रति रुझान और लगाव पैदा हो और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर राष्ट्र के विकास में सहयोग प्रदान करें। गीत प्रस्तुति हिना आसिफ के द्वारा की गयी।कार्यक्रम का संचालन अतुल दीक्षित ने किया। कार्यक्रम में छात्रों द्वारा संस्कृत श्लोक-पाठ प्रस्तुत किए गए, जिससे वातावरण पूरी तरह संस्कृत-भाव से ओत-प्रोत हो उठा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ज्योत्सना सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित में डॉक्टर वंदना कुशवाह, डॉ मंजू चौहान डॉ धर्मेंद्र शर्मा, डॉ मंजू लता आर्य, डॉक्टर रीना पाठक, डॉ पूजा वर्मा, शुभांगी धीरू बढ़ाना, शिवानी, शालिनी सतीश ,निखिल निशांत, अरेन्द्र यादव, योगेश कुमार, ज्योति पाठक वेदवीर ,सूरज सहित कार्यक्रम में प्राध्यापकगण, शोधार्थी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
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