ग्वालियर ।शासकीय हाई स्कूल आरोन परिसर में 79 वा स्वतंत्रता दिवस नशा मुक्ति संदेश के साथ एवं एक पेड़ मां के नाम तथा आगे बढ़ना है तो पढ़ना है के संदेश के साथ मनाया गया ध्वजारोहण ग्राम प्रधान श्रीमती सगुना परिहार एवं प्रभारी प्राचार्य हाकिम सिंह चौकोटिया द्वारा किया गया।
प्राचार्य द्वारा अपने संबोधन में बताया गया कि भले ही हम आजाद हो गए हैं लेकिन अभी भी हमें पूर्ण रूप से स्वतंत्रता नहीं मिली यह स्वतंत्रता हमें केवल शिक्षा ही दिला सकती है शिक्षा के बगैर इंसान पशु के समान एवं गुलाम ही बना रहेगा शिक्षा विना व्यक्ति पल-पल पर दूसरों का मोहताज बना रहता है और हमेशा दूसरों के सामने गिड़गिड़ाता रहता है शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह धहाड़ेगा यह संदेश डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का एक वरदान साबित हुआ है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों को पढ़ने में पालक लोग असहजता महसूस करते हैं अभी भी बेटियों के साथ लिंग भेद किया जाता है लड़कों की पढ़ाई पर अधिक जोर दिया जाता है जबकि बेटियों पढ़ लिखकर उच्च पदों पर पहुंचकर देश का नाम रोशन कर रही है।
बेटियों के लिए शासन ने बहुत सारी सुविधाएं निशुल्क कर दी हैं बेटियों के लिए निशुल्क साइकिल,स्कूटी निशुल्क लैपटॉप एवं कन्या प्रोत्साहन छात्रवृत्ति जिससे वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सके तथा पढ़ लिखकर अपने माता-पिता का अपने गांव का अपने शहर का अपने देश का नाम रोशन कर दो कुलों का हित कर सके अपना भविष्य बनाकर अपना जीवन सुखमय में व्यतीत कर सकती हैं हमारे समाज में बहुत बड़ी बुराई वह है नशा , शराब गांजा जिससे मनुष्य ग्रसित होकर अपने परिवार का अपने बच्चों का भविष्य चौपट कर रहा है नशा के लिए व्यक्ति अपने घर परिवार जमीन जायदाद अपनी इज्जत तक को बेच देता है।
नशा करने वाले घर के मुखिया का उसके बच्चे उसकी पत्नी इंतजार करते हैं कि पापा आएंगे हमारे लिए कुछ किताबें पेन पेंसिल एवं खाने को कुछ लायेंगे परंतु नशे में चूर व्यक्ति जब घर आता है तो अपने साथ लाता है बच्चों की मायूसी पत्नी की बेबसी और जिल्लत भरी जिंदगी हमें नशा जैसी बुराई से बचना है और शिक्षा को अपनाना है तब हम वास्तविक रूप से स्वतंत्र हो पाएंगे। इस विद्यालय में हर विषय की विशेषज्ञ उपस्थित हैं अगर बच्चा नियमित विद्यालय आए और पालक बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजें तो उन्हें ट्यूशन पढ़ने की भी आवश्यकता नहीं होगी किसी विद्यालय से पढ़कर गए कई बच्चे आज डॉक्टर इंजीनियर बन चुके हैं हमारा उद्देश्य है की इस विद्यालय से बच्चे सेवार्थ ही बाहर निकले और अपना भविष्य बनाएं । मंच का संचालन राखी गुप्ता मेम द्वारा तथा आभार प्रदर्शन रजनी कुशवाह . दीप्ति मुद्गल द्वारा किया गया।
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