धर्मशाला। आपने नायक फिल्म में एक दिन के मुख्यमंत्री का किरदार देखा होगा, लेकिन वह रील लाइफ में था और कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में ऐसा रियल लाइफ में हुआ है। एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल ने दसवीं परीक्षा में 94 फीसदी अंक हासिल करने वाली अपने ऑफिस के चपरासी तोता राम की बेटी हिना ठाकुर को एक दिन की एसडीएम बना दिया। इस दौरान हिना ने एक दिन में 12 शिकायतें निपटाईं और एक जमीन के विवाद के मामले में भी फैसला सुनाया। हालांकि इस दौरान एसडीएम जतिल लाल भी पास में बैठे थे।
जीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कांगड़ा में शिक्षा बोर्ड की 10वीं की मेरिट लिस्ट में 34वां स्थान पाने वाली हिना सुबह 11 बजे से एसडीएम कांगड़ा की कुर्सी पर बैठ गईं। हिना ने शाम साढ़े पांच बजे तक कामकाज एसडीएम जतिन लाल के मार्गदर्शन में संभाला। हिना ने दफ्तर के कर्मचारियों की बैठकें लीं, पूरे दिन के कामकाज की रूपरेखा बनाई। दफ्तर में समस्याएं लेकर आने वाले लोगों की शिकायतें निपटाईं। एक जमीन विवाद का मामला लंबे अरसे से एसडीएम कोर्ट में चल रहा था। केस में हिना ने अपनी राय दी और एसडीएम जतिन लाल ने हिना के फैसले को मॉडिफाई करके अंतिम फैसला सुना दिया।
शनिवार, 13 जून 2020
एक दिन की एसडीएम बनी चपरासी की बेटी ने निपटाईं 12 शिकायतें, जमीन के विवाद का फैसला भी सुनाया
Featured Post
नशा मुक्ति अभियान के संदेश के साथ मनाया स्वतंत्रता* दिवस
ग्वालियर ।शासकीय हाई स्कूल आरोन परिसर में 79 वा स्वतंत्रता दिवस नशा मुक्ति संदेश के साथ एवं एक पेड़ मां के नाम तथा आगे बढ़ना है तो पढ़ना है...
-
*🌞सूर्योदय :-* 05:48 बजे *🟠सूर्यास्त :-* 19:03 बजे श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* *श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* *सूर्य*:- -सूर...
-
ग्वालियर । जनजाति कार्य विभाग जिला श्योपुर के प्रभारी सहायक आयुक्त जिनका मूल पद प्राचार्य है राकेश गुप्ता गुप्ता भ्रष्टाचार के लिए चर्चित है...
-
देश के पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ अपने पद से इस्तीफा देने के बाद से लापता हैं. धनखड़ के बारे में कुछ अटकलें और सवाल उठे हैं कि उनके ठि...
-
भारत में पिछले कुछ दिनों से केंद्रीय चुनाव आयोग अविश्वसनीय हुआ है और जिस तरीके से आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान के...
-
ग्वालियर. प्रदेश के वरिष्ठ लेखक, पत्रकार और साहित्यकार राकेश अचल के नवीन कविता संग्रह 'बेटे से बतरस' का लोकार्पण सोमवार को आईटीएम के...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें