पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कोरोना संकट में सरकार से धार्मिक ट्रस्टों में रखा सोना लेने की बात कही तो बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया. अब पृथ्वीराज चव्हाण नए दावे के साथ सामने आए हैं. इस बार उन्होंने वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा के संसद में दिए गए बयान का हवाला देते हुए कहा कि मंदिरों के सोने पहले भी जमा किए जा चुके हैं. ये गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत किया गया
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने 13 मई को एक ट्वीट किया था. इस ट्वीट में उन्होंने वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट का हवाल देते हुए कहा कि देश में धार्मिक ट्रस्टों के पास एक ट्रिलियन डॉलर का सोना पड़ा हुआ है. सरकार को कोरोना संकट से निपटने के लिए इस सोने का तुरंत इस्तेमाल करना चाहिए. इस आपातकालीन स्थिति में सोने को कम ब्याज दर पर सोने के बॉन्ड के माध्यम से उधार लिया जा सकता है.
पृथ्वीराज चव्हाण के इस ट्वीट की बीजेपी नेताओं और साधु-संत समाज ने तीखी आलोचना की है. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि पृथ्वीराज चव्हाण की नजर मंदिरों में रखे सोने पर है. विवाद बढ़ता देख पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि मेरी सलाह सभी धार्मिक ट्रस्टों के लिए है. लेकिन मीडिया के एक हिस्से में इसे तोड़मरोड़ कर पेश किया गया.
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