सोमवार, 14 जुलाई 2025

नगर निगम आयुक्त ने किया जल भराव वाले स्थानों का निरीक्षण

       अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए

ग्वालियर  14 जुलाई । नगर निगम आयुक्त श्री संघ प्रिय ने साफ सफाई व्यवस्था एवं जल भराव वाले स्थानों का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कार्यपालन यंत्री श्री सुशील कटारे, सहायक यंत्री श्री अशोक गुप्ता, श्री रामसेवक शाक्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

नगर निगम आयुक्त श्री संघ प्रिय ने वार्ड 8 नरसिंह नगर में जल भराव वाले स्थान को देखा तथा संबंधित अधिकारियों को जल निकासी के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही वार्ड 12 में सफाई कर्मचारियों के बारे मंे जानकारी ली। जिसमें 59 कर्मचारी पदस्थ होना पाये गए,

निगमायुक्त श्री संघ प्रिय ने तानसेन नगर औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया, इस दौरान जल भराव वाले स्थानों को देखा तथा संबंधित अधिकारियों को बरसात के तत्काल बाद जल भराव वाले स्थानों से जल निकासी के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही वार्ड 5 में निरीक्षण के दौरान जल भराव वाले स्थानों को देखा तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


सम्यक जन कल्याण सोसायटी के द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का किया आयोजन

Aapkedwar news –अजय अहिरवार 


 जतारा। सम्यक जनकल्याण सोसायटी की टीम द्वारा  वृक्षारोपण शिवाजी मंदिर ताल लिधौरा हनुमान  मंदिर चंदेरा तिगैला जतारा ग्राम पंचायत बगौरा, पहाड़ी बुजुर्ग सहित अन्य ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण किया गया वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य रूप से समिति अध्यक्ष भजनलाल कुशवाहा जिला पंचायत सदस्य राजा परीक्षित कुशवाहा जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सोहित पाल पार्षद प्रतिनिधि नंदकिशोर कुशवाहा सहित समिति के  सदस्य मौजूद रहे। आज दिनांक 14 जुलाई 2025 को सम्यक जन कल्याण सोसायटी के तत्वाधान में वृक्षारोपण महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें 101 पौधा रोपण का संकल्प लिया गया था जो की सम्यक जनकल्याण सोसायटी की टीम द्वारा पूरा किया गया वृक्षारोपण शिवाजी मंदिर ताल लिधौरा हनुमान जी मंदिर चंदेरा तिगेला जतारा ग्राम पंचायत बगौरा, पहाड़ी बुजुर्ग सहित और भी पंचायत में वृक्षारोपण कराया गया वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य रूप से समिति अध्यक्ष भजनलाल कुशवाहा जिला पंचायत सदस्य राजा परीक्षित कुशवाहा जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सोहित पाल एवं जतारा नगर परिषद वार्ड क्रमांक 5 से पार्षद प्रतिनिधि नंदकिशोर कुशवाहा सहित समिति के समस्त सदस्य उपस्थित रहे।

न भाजपाई सुधरेंगे और न मनसे वाले


भारत में राजनीति मुद्दों पर हो ही नहीं सकती क्योंकि हर दल जाति, मजहब औऔर भाषा की बिना पर सियासत करने की आदत छोडने के लिए राजी नहीं है. आप इस प्रवृत्ति की तुलना अपनी पसंद के प्रतीक से कर सकते हैं मुद्दों पर राजनीति करने से कहीं ज्यादा आसान बेसिर- पैर के मुद्दों पर राजनीति करना है.

पश्चिम बंगाल के भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक शुभेंदु अधिकारी हों या मनसे के राज ठाकरे, दोनों में कोई अंतर नहीं है.

पिछले दिनों शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि हमारे प्रदेश से कोई भी बंगाली मुस्लिम बाहुल्य कश्मीर में घूमने नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में हिंदू पर्यटक सुरक्षित नहीं है। जब पश्चिम बंगाल में ही हिंदू सुरक्षित नहीं है तो मुस्लिम बाहुल्य कश्मीर में सुरक्षित कैसे हो सकते हैं? शुभेंदु अधिकारी ने ऐसा बयान तब दिया है, जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भी देशवासियों से कश्मीर आने की अपील कर रही है। स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने भी लोगों से कश्मीर में पर्यटन करने की अपील की है। 

आपको याद होगा कि गत 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में जो 28 हिंदुओं की हत्या आतंकवादियों ने की, उसके बाद पर्यटकों का कश्मीर जाना बंद हो गया था। लेकिन अब धीरे धीरे पूरे जम्मू कश्मीर के हालात सुधर रहे हैं। पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है।  शुभेंदु अधिकारी ने जो बयान दिया, वह केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के विरुद्ध  भले हो लेकिन भाजपा हाई कमान ने इस बयान पर मौन साथ कर परोक्ष रुप से उनका समर्थन किया.

बंगाल की ही तरह महाराष्ट्र में मुंबई के स्थानीय निकाय चुनावों से पहले मराठी बोलने को लेकर विवाद बड़ा सियासी मुद्दा बनता जा रहा है। हिंदीभाषी लोगों के खिलाफ हिंसा के बीच महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार ने पहलगाम आतंकी हमले और मुंबई में ‘हिंदुओं’ की पिटाई को एकसमान बताया है। शेलार ने उद्धव-राज ठाकरे का नाम न लेते हुए रविवार को कहा कि राज्य देख रहा है कि कैसे कुछ नेता ‘अन्य हिंदुओं की पिटाई का आनंद ले रहे हैं।’ उनकी यह टिप्पणी उस घटना के बाद आई है, जिसमें मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई में मिठाई की दुकान के मालिक की मराठी न बोलने पर पिटाई कर दी थी।

मनसे कार्यकर्ताओं ने शेयर बाजार निवेशक सुशील केडिया के वर्ली स्थित दफ्तर के कांच के दरवाजे तोड़ दिए थे। केडिया ने राज ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा था कि वे मराठी नहीं बोलेंगे। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की हालिया टिप्पणियों की आलोचना की है और उन्हें ‘दादागिरी’ को बढ़ावा देने वाला बताया और मनसे कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि लोगों को मराठी बोलने के लिए मजबूर करना गलत है। हिंसा में शामिल मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अठावले ने राज के रुख पर पूछा कि ऐसी घटनाओं के कारण उद्योग बंद हो जाते हैं तो क्या वे सभी को रोजगार देंगे।

आपको बता दें कि गत 5 जुलाई को मशहूर इन्वेस्टर सुशील केडिया के वर्ली स्थित ऑफिस में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी।

और मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे के समर्थन में नारे लगाए थे। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को हिरासत में लिया है। ये हमला उद्धव और राज ठाकरे की संयुक्त रैली के कुछ घंटे पहले किया गया। ये हमला केडिया के 3 जुलाई की उनकी X पोस्ट के बाद हुआ। उन्होंने मनसे चीफ राज ठाकरे को टैग करते हुए लिखा था-कि -'मुंबई में 30 साल रहने के बाद भी मैं मराठी ठीक से नहीं जानता और आपके घोर दुर्व्यवहार के कारण मैंने यह संकल्प लिया है कि जब तक आप जैसे लोगों को मराठी मानुष की देखभाल करने का दिखावा करने की परमिशन नहीं दी जाती, मैं प्रतिज्ञा लेता हूं कि मैं मराठी नहीं सीखूंगा। 

महाराष्ट्र में हिंदी को लेकर जारी विवाद के बीच उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने कहा कि तीन भाषा का फॉर्मूला केंद्र से आया। हिंदी से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसे थोपा नहीं जाना चाहिए। अगर मराठी के लिए लड़ना गुंडागर्दी है तो हम गुंडे हैं.

मुझे लगत है कि मजहब, जाति और भाषा विवाद जारी रखकर ये तमाम नेता अपने क्षेत्रों का विकास अवरुद्ध कर रहे है. भाषा को लेकर तमिलनाडु में दशकों से राजनीति हो रही है, लेकिन केरल सरकार ने हिंदी को लेकर जो सकारात्मक रुख अपनाया है, वो काबिले तारीफ है. अब जनता खुद फैसला करे कि उसे कैसे मुद्दे और कैसे नेता चाहिए.

@  राकेश अचल

14 जुलाई 2025,सोमवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 05:34 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:19 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रवण* माह कृष्ण पक्ष *चतुर्थी तिथि* 23:59 बजे रात तक फिर पंचमी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* धनिष्ठा नक्षत्र 06:48 बजे प्रातः तक  फिर शतभिषा नक्षत्र 

    *योग* :- आज  *आयुष्मान* है।

*करण*  :-आज  *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक है।भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज  पाताल में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                              पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  07:17 बजे से 09:00

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:57 बजे से 12:53 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- चतुर्थी व्रत श्रावण माह का पहला सोमवार,वन सोमवार व्रत 

*मुहूर्त* :- जीर्ण गृहप्रवेश, नामकरण है अन्य कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-कुंभ, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 05:34 - 07:17 शुभ

काल 07:17 - 09:00 अशुभ

शुभ 09:00 - 10:44 शुभ

रोग 10:44 - 12:27 अशुभ

उद्वेग 12:27 - 14:10 अशुभ

चर 14:10 - 15:53 शुभ

लाभ 15:53 - 17:37 शुभ

अमृत 17:37 - 19:20 शुभ

*🌗चोघडिया, रात*

चर 19:20 - 20:37 शुभ

रोग 20:37 - 21:53 अशुभ

काल 21:53 - 23:10 अशुभ

लाभ 23:10 - 24:27*शुभ

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अभी 9425187186 था इस की जगह पर अब 6261330109 हो गया है।अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: जन्म कुंडली,शिक्षा,विवाह,रोजगार,व्यापार,पद, प्रतिष्ठा,मंगल,कालसर्प, शनि साढ़ेसाती सहित ज्योतिष,वास्तु,मुहूर्त आदि परामर्श

रविवार, 13 जुलाई 2025

बाबाओं का स्वर्ग क्यों है हिंदुस्तान?

 

दुनियां में यदि बाबाओं के लिए कोई स्वर्ग है तो वो है हिंदुस्तान. हिंदुस्तान में किसी भी उम्र, जाति या मजहब का बाबा रातों-रात करोडपति हो सकता है.यूपी एसटीएफ के इनपुट पर एटीएस के शिकंजे में आया जलालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा इसका एक और नया नमूना है. कहते हैं कि अब झांगुर बाबा की जांच ईडी भी करेगी। उसकी संस्थाओं के बैंक खातों में 100 करोड़ से ज्यादा का लेन-देन मिला है। कई देशों से उसके पास पैसे भेजने के सबूत मिले हैं।

ईडी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत इस प्रकरण की जांच कर सकती है। एटीएस ने खुलासा किया था कि झांगुर बाबा ने फर्जी दस्तावेजों से 40 से अधिक संस्थाएं बना रखी थी। विदेशों से आने वाली रकम इन संस्थाओं के नाम से खोले गए खातों में ही भेजी गई थी। इन खातों से ही पता चला था कि झांगुर बाबा के इन खातों में 100 करोड़ से अधिक की रकम का लेन-देन हो चुका है।

इसके अलावा कुछ समय में ही झांगुर बाबा ने करोड़ों रुपये से कोठी, लग्जरी गाड़ियां खरीदी थी। एटीएस के एक अधिकारी के मुताबिक इस गिरोह के अन्य सदस्यों का खातों का भी ब्योरा निकलवाया जा रहा है। इस सम्बन्ध में भी एटीएस अपनी एक रिपोर्ट तैयार कर ईडी को देगी। एटीएस ने अब तक मिले साक्ष्यों का ब्योरा भी ईडी को भेजने की तैयारी कर ली है।

मजे की बात ये है कि यूपी में गत 7  साल से परम हिंदूवादी योगी आदित्य नाथ की सरकार है लेकिन झांगुर बाबा की भनक योगी सरकार को तब मिली जब एसटीएफ ने मेहनत की.बलरामपुर में धर्मांतरण कराने से चर्चा में आए मुख्य आरोपी झांगुर बाबा गिरोह का अपना अलग नेटवर्क था। उसके अलावा गिरोह के 14 सदस्य अहम भूमिका में रहते थे। इनका नेटवर्क कुछ समय बाद बलरामपुर से निकल कर यूपी के कई जिलों में फैल गया था। एटीएस और एसटीएफ इन 14 फरार सदस्यों को पकड़ने में लग गई है। एसटीएफ की तीन टीमें अलग से लगाई गई है। 

एटीएस सूत्रों के मुताबिक झांगुर बाबा के गिरोह में अधिकतर सदस्य औरैया, सिद्धार्थनगर और आजमगढ़ के लोग हैं। ये लोग अक्सर मधपुर गांव में रहते थे। इस वजह से एटीएस की टीमें गांव में डेरा डाले हुए है। यह टीम ग्रामीणों से झांगुर बाबा के बारे में जानकारियां जुटाने में लगी है। ग्रामीण भी अब खुलकर इन्हें झांगुर की करतूतें बता रही है।

लोग जिस नसरीन, उसके पति व बेटी को  मुस्लिम समझते थे, वह पहले सिन्धी थे। झांगुर ने उन्हें ब्रेनवॉश कर इस्लाम धर्म कुबूल करा दिया था। नीतू ही नसरीन बनी थी। उसके पति का नाम असली नाम नवीन मोहरा है। झांगुर द्वारा छपवाई गई किताब सदर-ए-तैयबा से आस पास के जिलों में इस्लाम का प्रचार प्रसार किया जाता था। इस किताब को छपवाने के लिए भी विदेशों से फंडिंग की गई थी।

बाबा चाहे झांगुर हो या झींगुर इससे कोई फर्क नहीं पडता. बाबाओं का काम भोले -भाले लोगों का ब्रेनवाश कर अपना उल्लू सीधा करना होता है. आज भी देश की जेलों में राम रहीम, आसाराम जैसे तमाम झांगुर, झींगुर भरे पडे हैं. जो जेल में नहीं गये हैं वे राजनीतिक दलों के लिए मजहबी काम कर रहे हैं. किसी एक का नाम लूं तो अभी तमाम प्रिय पाठकों को लाल-काली, हरी मिर्च परेशान कर सकती है.

हिंदुस्तान में बाबा किसी भी मजहब का हो, वो रातोंरात पुजने लगता है. देखते ही देखते अनाम गांव-खेडे धाम बन जाते है. इन नव विकसित धामों में छुटभैया नेताओं से लेकर पंत प्रधान तक हाजरी लगाते हैं. पिछले एक दशक से हिंदुस्तान में हिंदूवादी सरकार है इसलिए हिंदू बाबा पनप रहे हैं, दूसरे मजहबों के बाबाओं की दूकानें कम चल रहीं हैं लेकिन बंद नहीं हुई. यदि बंद हो जातीं तो ये झांगुर बाबा कैसे अपना धंधा कर पाता. धर्म को जितने भी बाबाओं ने धंधा बनाया है वे ऐश कर रहे हैं. सबसे कम उम्र के एक बाबा विदेशों में भगोडे नीरव मोदियों से ज्यादा मजे कर रहे हैं.

यूपी में यदि धर्मान्तरण का धंधा धडल्ले से चल रहा था तो मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ को नैतिकता के आधार पर अब तक इस्तीफा दे देना चाहिए था. धर्मान्तरण का धंधा सब करते हैं फर्क सिर्फ इतना है कि कोई धर्मांतरण सरकार को राष्ट्र और धर्म की सेवा लगता है तो कोई राष्ट्रद्रोह और धर्मविरोधी लगता है. सवाल ये है कि धर्मान्तरण का धंधा हिंदुस्तान में ही क्यों फल-फूल रहा है? जबाब है कि इस देश में 80 करोड से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो दो क्या एक जून की रोटी के लिए मोहताज़ हैं. सरकार यदि इन्हे न पाले तो ये रोटी के लिए अपना तन, मन, मजहब, मुल्क सब बेच दें.

कहने का आशय ये है कि धर्मान्तरण हमारी सरकारों की विफलता है. देश में न भूख से बिलबिलाते लोग हों और न कोई रोटी, रोजगार, दवा, शिक्षा के लिए अपना मजहब बदले. झांगुर बाबा भले ही झींगुर की मौत मरे लेकिन इससे ईंगुर (सिंदूर)का धंधा करने वालों का दोष समाप्त नहीं हो जाता. मैने आधी सदी में धर्मान्तरण की जितनी खबरें हिंदुस्तान में पढीं हैं उतनी दुनिया के किसी देश में नहीं. मै बार -बार सोचता हूं कि जस देश में हिंदू धर्म की ध्वजा फहराने के लिए चार शंकराचार्य, 14 अखाडा परिषदें, मठ, मंदिर और अब तो कोरीडोर साथ ही हिन्दू वादी सरकारें हों उस मुल्क में ये झांगुर, झींगुर, मक्खी, मच्छर, राम-रहीम, आसाराम आखिर अपना साम्राज्य खडा कैसे कर लेते हैं ?

@राकेश अचल

13 जुलाई 2025,रविवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 05:33 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:20 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रवण* माह कृष्ण पक्ष *तृतीया तिथि* 25:02 बजे रात तक फिर चतुर्थी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* श्रवण नक्षत्र 06:52 बजे प्रातः तक  फिर धनिष्ठा नक्षत्र 

    *योग* :- आज  *प्रीति* है।

*करण*  :-आज  *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक 18:53 बजे शाम से , भद्रा 13:27 बजे दिन से, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज  पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                             पश्चिम दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  17:37 बजे से 19:20

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:57 बजे से 12:53 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- जया पार्वती व्रत  पारणा,

*मुहूर्त* :- सगाई, है अन्य कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-मकर, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 05:33 - 07:17 अशुभ

चर 07:17 - 09:00 शुभ

लाभ 09:00 - 10:43 शुभ

अमृत 10:43 - 12:27 शुभ

काल 12:27 - 14:10 अशुभ

शुभ 14:10 - 15:53 शुभ

रोग 15:53 - 17:37 अशुभ

उद्वेग 17:37 - 19:20 अशुभ

*🌗चोघडिया, रात*

शुभ 19:20 - 20:37 शुभ

अमृत 20:37 - 21:54 शुभ

चर 21:54 - 23:10 शुभ

रोग 23:10 - 24:27*अशुभ

हमारा वॉट्सएप मो नम्बर चेंज हो गया है।

अभी 9425187186 था इस की जगह पर अब 6261330109 हो गया है।अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: जन्म कुंडली,शिक्षा,विवाह,रोजगार,व्यापार,पद, प्रतिष्ठा,मंगल,कालसर्प, शनि साढ़ेसाती सहित ज्योतिष,वास्तु,मुहूर्त आदि परामर्श

शनिवार, 12 जुलाई 2025

आजकल डॉ मोहन यादव पर लट्टू हैं ज्योतिरादित्य

 

चौंकिए मत! आज का शीर्षक सौ फीसदी सही है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आजकल मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पर लट्टू हैं. वे इससे पहले के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वर्गीय बाबूलाल गौर या कमलनाथ पर इतने फिदा नहीं थे जितने कि डॉ यादव पर हैं.

मप्रके मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पर सिंधिया के फिदा होने की एक वजह हो तो गिना भी दें लेकिन डेढ साल में मुख्यमंत्री यादव ने सिंधिया के अहं को जिस ढंग से संतुष्ट किया है वो काबिले गौर है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सामने सबसे बडी चुनौती दर असल सिंधिया नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं. चौहान का दबाब कम करनेके लिए ही मोहन यादव का झुकाव सिंधिया की ओर हो गया है.

पिछले डेढ साल में सिंधिया ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को जब भी याद किया वे गुना से लेकर ग्वालियर के बीच हाजरी देते नजर आए. मुख्यमंत्री यादव ने सिंधिया को भी खुश रखा और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिह तोमर को भी. मुख्यमंत्री डॉ यादव नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेन्द्र तोमर द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में भी शामिल हुए. डॉ यादव दर असल हिकमत अमली के उस्ताद साबित हो रहे हैं. उन्हे पता है कि सिंधिया पासंग वाले नेता हैं. वे जब शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मैदान में उतरे तो चौहान को सत्ता से हाथ धोना पडे थे, कमलनाथ के खिलाफ उतरे तो उनकी कुरसी चली गई थी और जब सिंधिया कमलनाथ तथा शिवराज सिंह चौहान पर मेहरबान हुए तो उन्हे रातोंरात सत्ता में वापिस भी ले आए थे.

सूत्र बताते हैं कि सिंधिया ने भी सूबे में अपना वजूद बनाये रखने के लिये सिंधिया को खुश रखने में कोई कंजूसी नहीं की. मुख्यमंत्री यादव ने सिंधिया की कमजोर नस पकड ली है. सिंधिया को अपनी जै - जै पसंद है और मुख्यमंत्री यादव को जै- जै करने में कोई संकोच नहीं है. वे समझ गये हैं कि सिंधिया की जै- जै करना सस्ता सौदा है. सिंधिया के इशारे मुख्यमंत्री समझने लगे हैं. किस अफसर को सिंधिया पसंद करते हैं और किससे खफा हैं ये मुख्यमंत्री को पता रहता है. ग्वालियर और गुना में इनदिनों सिंधिया 'मिनी मुख्यमंत्री ' की भूमिका में नजर आने लगे हैं

पिछले दिनों ग्वालियर में समरसता सम्मेलन में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की शान में कसीदे पढे. विधानसभा सभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में कसीदे पढे. सिंधिया ने सम्मेलन में आमंत्रित भीड को भोजन परोसने में भी मुख्यमंत्री का हाथ बंटाया. बेचारे तोमर साहब देखते रहे.दरअसल ग्वालियर भाजपा में सिंधिया समर्थकों की संख्या पहले कम थी, लेकिन अब सिंधिया ने संगठन में भी अपनी जगह बना ली है.

आपको बता दें कि सिंधिया को साधकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादल सूबे में लोकप्रियता के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौऔहान से बडी लकीर खींचने लगे हैं. डॉ यादव अपने आपको आम आदमी के रूप में स्थापित करना चाहते है. इसके लिए वे काम भी कर रहे है.मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निवासी उस वक्त हैरान रह गए, जब गुरुवार की रात प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अचानक उनके बीच पहुंच गए. मुख्यमंत्री ने बाजार में न केवल आम जनता से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना, बल्कि एक ठेले वाले से फल भी खरीदे. उन्होंने फल विक्रेता को डिजिटल पेमेंट भी किया.

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने अपने समर्थकों को भाजपा संगठन और निगम, मंडलों में जगह दिलाने की चुनौती है

डॉ यादव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने लंबे अरसे तक निगम, मंडलों में नियुक्तियां न कर सिंधिया की खूब किरकिरी कराई. डॉ यादव को पता है कि सिंधिया की पार्टी हाईकमान और आर एस एस में भी गहरी पैठ है जो प्रदेश में सत्ता संतुलन बनाए रखने के बहुत काम आ सकती है. इसलिए वे सिंधिया की हर छोटी- बडी ख्वाहिश पूरी करने में कोई कंजूसी नसी कर रहे है.सिंधिया के आभामंडल का लाभ जितना डॉ मोहन यादव ने हंसते, मुस्कराते ले लिया है इसका अनुमान खुद सिंधिया को भी नहीं है.

मजे की बात ये है कि इस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री यादव के प्रति जितने विनम्र हैं शिवराज सिंह चौहन उतने ही उग्र. चौहान तो पिछले दिनों अपने क्षेत्र के आदिवासियों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर भी जा धमके थे. चौहान ने खाद, बीज के मुद्दे पर परोक्ष रूप से यादव सरकार की किरकिरी कराई. अब देखना ये है कि सिंधिया और डॉ मोहन यादव की ये नयी कैमिस्ट्री कितने दिन चलती है.अतीत में ज्योतिरादित्य के पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया और तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय मोतीलाल वोरा के बीच भी इसी तरह की कैमिस्ट्री हुआ करती थी. 

@ राकेश अचल

12 जुलाई 2025,शनिवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 05:33 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:20 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रवण* माह कृष्ण पक्ष *द्वितीया तिथि* 25:46 बजे तक फिर तृतीया तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराषाढ़ नक्षत्र 06:35 बजे तक  फिर श्रवण नक्षत्र 

    *योग* :- आज  *विष्कुंभ* है।

*करण*  :-आज  *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज  आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                            पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  08:59 बजे से 10:43

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:57 बजे से 12:53 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- जया पार्वती व्रत जागरण, अशुन्यशयन व्रतारंभ,भगवान मुनिसुव्रतनाथ जी गर्भ कल्याणक

*मुहूर्त* :- सगाई,जीर्ण गृहप्रवेश ,दुकान/ऑफिस, है अन्य कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मिथुन, चन्द्र-मकर, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 05:33 - 07:16 अशुभ

शुभ 07:16 - 08:59 शुभ

रोग 08:59 - 10:43 अशुभ

उद्वेग 10:43 - 12:27 अशुभ

चर 12:27 - 14:10 शुभ

लाभ 14:10 - 15:54 शुभ

अमृत 15:54 - 17:37 शुभ

काल 17:37 - 19:20 अशुभ

*🌗चोघडिया, रात*

लाभ 19:20 - 20:37 शुभ

उद्वेग 20:37 - 21:54 अशुभ

शुभ 21:54 - 23:10 शुभ

अमृत 23:10 - 24:27*शुभ

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शुक्रवार, 11 जुलाई 2025

प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 124 हितग्राहियों को कराया गृह प्रवेश

ग्वालियर  11 जुलाई । प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत नगर निगम ग्वालियर द्वारा बीएलसी के 124 हितग्राहियों को गृह प्रवेश बाल भवन मंे आयोजित कार्यक्रम में कराया गया। इस अवसर पर हितग्राहियों को आवास की चाबी सौंपकर गृह प्रवेश कराया। इंदौर में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बाल भवन के सभागार में किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश के नागरिकों को संबोधित किया गया।

बाल भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम मंे एमआईसी सदस्य श्री विनोद यादव माठू, उपायुक्त डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, सहायक सिटी प्लानर श्री महेन्द्र अग्रवाल, नोडल अधिकारी श्री मनीष यादव, भवन अधिकारी श्री पवन शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं हितग्राही मौजूद रहे। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य श्री विनोद यादव माठू ने प्रधानमंत्री आवास शहरी के बीएलसी घटक 124 हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया और कहा कि गरीबों को अपने आशियाने बनाने के लिए रूपये दिए जा रहे हैं बड़ी खुशी की बात है। अब गरीब भी अपनी छत के नीचे रह सकेगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक के अंतर्गत हितग्राहियों को तीन किस्तों मंे राशि दी जाती है। जिसमें प्रथम  किस्त  के रूप में 01 लाख रूपये, द्वितीय  किस्त  के रूम में 01 लाख रूपये एवं तृतीय किस्त के रूप में 50 हजार रूपये की राशि हितग्राहियों के बैंक खाते में भेजी जाती है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी-1.0 के बीएलसी घटक तहत कुल 2853 आवास स्वीकृत है। जिसमें से 2449 आवासों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष आवासों का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। कार्यक्रम का संचालन श्री दिलीप शर्मा द्वारा किया

एसपी के निर्देशन में कार्यवाही : पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा आरोपी गिरफ्तार

             टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़। मिली जानकारी के अनुसार  दिनांक 9.7.25 को थाना देहात पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की हरिजन बस्ती रेलवे पुल नरगुडा के पास एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है सूचना पर थाना देहात पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची जहां पुलिस ने पाया कि एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है प्रथम दृष्टया शव को देखकर पाया गया कि किसी भौथरी (मॉथली) वस्तु से उक्त व्यक्ति के  सिर व मुंह  में चोटे पहुंचाकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान पुष्पेंद्र लोधी पुत्र अजुद्दी लोधी उम्र 38 बर्ष निवासी माडुमर थाना कोत. के रूप मे हुई। जिस पर थाना देहात में अपराध क्रमांक 249/ 25 धारा 103 (1) बीएनएस  के तहत अपराध पंजीबद्ध कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।

 *वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा दिये गये निर्देश* - उक्त घटना को पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा गंभीरता से लेते हुए उक्त अज्ञात  हत्या का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार करने हेतु अतरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम अनु. अधि.पुलिस टीकमगढ़ राहुल कटरे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देहात  चन्द्रजीत यादव के नेतृत्व पुलिस टीम गठित की गई।

 *पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही* - गठित पुलिस टीम द्वारा मामले की विवेचना करते हुए परिवार वालों के बयान एवं मुखविर से प्राप्त सूचना के आधार पर आरोपी राजू उर्फ राजेंद्र राजपूत पिता स्वर्गीय अर्जुन राजपूत उम्र 39 वर्ष निवासी ग्राम माडुमर हाल निवासी नारगुडा टीकमगढ़ को गिरफ्तार किया गया आरोपी ने पूछताछ पर उक्त हत्या करना कबूल किया।

 *तरीका ए वारदात* दिनांक 8.7.25 को समय लगभग रात 8 बजे घटना स्थल हरिजन बस्ती रेलवेपुल नारगुडा के पास मृतक एवं आरोपी द्वारा शराब पीने के द्वारान मृतक द्वारा आरोपी की पत्नी के संबंध में अश्लील बातें करने पर वाद-विवाद होने पर आरोपी द्वारा आवेश में आकर मृतक को धक्का देकर नीचे पटककर पास में पड़े हुए पत्थर से सिर व मुंह में चोटे पहुंचाई जिससे मृतक की मृत्यु हो गई।

 *घटना का कारण* - आरोपी एवं मृतक द्वारा शराब पीने के दौरान मृतक द्वारा आरोपी की पत्नी के संबंध में अश्लील बातें करने पर वाद-विवाद होना

 *गिरफ्तार आरोपी का विवरण* - राजू उर्फ़ राजेंद्र राजपूत उम्र 39 बर्ष निवासी ग्राम माडुमर हाल निवासी नारगुडा दरवाजा टीकमगढ़

 *मृतक का विवरण* - पुष्पेंद्र लोधी पुत्र अजुद्दी लोधी उम्र 38 बर्ष निवासी माडुमर थाना कोतवाली

 *सराहनीय भूमिका* - थाना प्रभारी देहात  चन्द्रजीत यादव, उनि. वीणा विश्कर्मा,  प्रधान आरक्षक- रज्जन रैकवार, अभय मिश्रा, मुईन खान आर.- भास्कर मिश्रा, योगेश, अरवाज, महिला आर. अंकिता,

क्या आपके पास है नागरिकता प्रमाणपत्र?

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूचियों के विवादास्पद सघन अभियान के बाद से मै परेशान हूँ और सोच रहा हूँ कि मै अगली बार विधानसभा या लोकसभा चुनाव में मतदान कर भी पाऊंगा या नहीं, क्योंकि मेरे पास तो नागरिकता प्रमाणपत्र जैसा कोई दस्तावेज है ही नहीं.

भारत ने आजादी के बाद से अब तक प्रत्येक नागरिक को आधार कार्ड देने की मुहिम तो चलाई लेकिन नागरिकता प्रमाण पत्र के बारे में कभी नही सोचा. भारत में सत्ता में बने रहने के लिए दर अअसल इससे पहले कभी कोई राजनीतिक दल चुनाव में गैर भारतीयों के भाग लेने को लेकर फिक्रमंद हुआ भी नहीं. भाजपा ने भी दो चुनाव बिना किसी डर के जीते लेकिन जब तीसरे आम चुनाव में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 400 पार का नारा जनता ने नकार दिया तो भाजपा को फिक्र हुई और भाजपा सरकार के कहने पर पहली बार केंद्रीय चुनाव आयोग यानि केंचुआ ने बिहार से मतदादाओं की नागरिकता जांचने की मुहिम शुरु की, जो कि अब सुप्रीम कोर्ट में जेरे बहस है.

मै इस मुहिम के साथ खडा होता यदि ये मुहिम भारत सरकार का गृह मंत्रालय उसी तर्ज पर चलाता जैसे कांग्रेस सरकार ने आधार पहचान पत्र के लिए देशव्यापी मुहिम चलाई थी. मेरी जानकारी में दुनिया के तमाम देशों में जन्मजात और अनुवांशिक नागरिकता प्रचलित है इसलिए सभी के पास अलग से कोई नागरिकता प्रमाण पत्र नही होता. नागरिकता प्रमाणपत्र उन्ही परदेशियों के लिए जारी किया जाता है जो इसके लिए बाकायदा आवेदन करते हैं. भारत में आमतौर से कोई भी शासकीय सुविधा या अधिकार पाने के लिए आयकर प्रमाण पत्र से ज्यादा महत्व आधार पहचान पत्र को दी जा रही है.. मेरे पास वंशानुगत या जन्म आधारित नागरिकता है लेकिन इसका कोई प्रमाण पत्र नहीं है. आपके पास भी शायद नहीं होगा.

दुर्भाग्य देखिए कि जिस पारपत्र( पासपोर्ट) के आधार पर पूरी दुनिया हमें भारतीय मानकर अपने यहां आने- जाने देती है, कारोबार करने देती है उसी पासपोर्ट को हमारे अपने देश में नागरिकता का प्रमाण पत्र नहीं माना जाता.मान लीजिये कि यदि विदेशी सरकारें भी भारत सरकार की तरह पासपोर्ट के आधार पर हमें भारतीय मानने से इंकार कर दें तो हम कहीं के नहीं रहेंगे. क्योंकि पासपोर्ट जारी ही तब किया जाता है जब जन्म का, आवास का, संपत्ति का और पुलिस द्वारा चरित्र का सघन सत्यापन करा लिया जाता है.कमोवेश यही प्रक्रिया मतदाता पहचान पत्र जारी करने मे अपनाई जाती है. ऐसे में यदि बिहार या देश के किसी भी राज्य में जारी मतदाता पहचान पत्रों को संदिग्ध माना जा रहा है तो दोषी केंद्रीय चुनाव आयोग है. उसका बीएल ओ से लेकर जिला स्तर का अधिकारी दोषी है. उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए.

मान लीजिये कि बिहार में करोड, दो करोड मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से उन्हे गैर भारतीय मानकर काट भी दिए जाएं तो क्या भारत सरकार इन कथित गैर भारतीयों को कहाँ भेजेगी?

दर असल केंचुआ के सघन पुनरीक्षण अभियान के पीछे कोई राष्ट्र भक्ति नहीं है. केंचुआ भूमिनाग से शेषनाग बनने की असफल, नाजायज़ कोशिश कर रहा है. दुर्भाग्य से केंचुआ के सामने हमारी न्यायपालिका भी असहाय नजर आ रही है क्योंकि केंचुआ के ऊपर सरकार का वरदहस्त है. और सरकार से टकराना अब आसान काम नहीं. सामान्य सांसद से लेकर उप राष्ट्रपति ही नहीं राष तक सुप्रीम कोर्ट की बखिया उधेडने में लग जाते हैं. यानि संवैधानिक संस्थाओं की तो छोडिए न्यायपालिका का अपमान करने में इन्हे संकोच नहीं होता, शर्म नहीं आती. देश में आपातकाल में भी कुछ -कुछ ऐसा ही हुआ था और जिसका खामियाजा देश ने भुगता था.

आपको बता दूं कि  भारत में नागरिकता प्रमाण पत्र की सटीक संख्या के बारे में कोई आधिकारिक, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ा नहीं है जो यह बता सके कि कितने लोगों के पास यह प्रमाण पत्र है। भारत सरकार, विशेष रूप से गृह मंत्रालय नागरिकता प्रमाण पत्र जारी करता है, लेकिन इसकी कुल संख्या को लेकर व्यापक डेटा सार्वजनिक डोमेन में आसानी से उपलब्ध नहीं है।

नागरिकता प्रमाण पत्र मुख्य रूप से उन लोगों को जारी किया जाता है जो जन्म, वंश, पंजीकरण, प्राकृतिकरण  या क्षेत्रीय समावेशन के माध्यम से भारतीय नागरिकता प्राप्त करते हैं, नागरिकता अधिनियम, 1955  के मुताबिक, भारत में जन्मे अधिकांश लोग स्वतः नागरिक माने जाते हैं, और उनके लिए नागरिकता का प्रमाण आमतौर पर जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, या अन्य दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी आदि के माध्यम से स्थापित किया जाता है।दुर्भाग्य ये है कि इस मुद्दे पर हमारा सर्वोच्च न्यायालय और केंचुआ ही नहीं बल्कि सरकार भी एकमत नहीं हैं.

 भारत में नागरिकता साबित करने के लिए आमतौर पर जन्म प्रमाण पत्र, भारतीय पासपोर्ट, वोटर आईडी, या अन्य सरकारी दस्तावेजों का उपयोग होता है। हाल ही में सरकार ने स्पष्ट किया है कि आधार कार्ड और पैन कार्ड को नागरिकता के प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। केवल जन्म प्रमाण पत्र और भारतीय पासपोर्ट को ही प्राथमिक दस्तावेज माना जाता है।


राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर  बनाकर मौजूदा सरकार ने असम में एन आर सी प्रक्रिया के तहत नागरिकता सत्यापन करने का अभियान चलाया था जिसमें लगभग 1.9 मिलियन लोग नागरिकता साबित करने में असफल रहे थे, लेकिन  इनमें से किसी को देश निकाला नहीं दिया गया. यही सब बिहार में बिना एन आर सी के करने की कोशिश की जा रही है. बिहार से किसी को नहीं  निकाला जाएगा, केवल उनका मताधिकार छीना जाएगा ताकि वे भाजपा को न हरा सकें.

भारत की कुल जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है, इनमें से अधिकांश लोग जन्म के आधार पर स्वतः नागरिक हैं।केवल उन लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है जो गैर-नागरिक पृष्ठभूमि से आते हैं या जिन्होंने पंजीकरण/प्राकृतिकरण के माध्यम से नागरिकता प्राप्त की है। ये आंकडा सरकार के पास होगा ही, लेकिन कहीं पै निगाहेँ, कहीं पै निशाना लगाना भाजपा की पुरानी आदत है.

@राकेश अचल

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