शुक्रवार, 21 मार्च 2025

महाराजा छत्रसाल जी की वीरता का वर्णन

  • करो देस के राज छतारे
  • हम तुम तें कबहूं नहिं न्यारे।
  • दौर देस मुगलन को मारो
  • दपटि दिली के दल संहारो।
  • तुम हो महावीर मरदाने
  • करिहो भूमि भोग हम जाने।

महाराजा छत्रसाल ने मुगलों से कभी हार नहीं मानी और सदा विजेता रहे। वह बुंदेलखंड के एक महान योद्धा थे जिन्होंने अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए अनेक युद्ध लड़े। उनकी वीरता और साहस की कहानियां आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं ।

    यशस्वी अरजरिया (दर्शनशास्त्र छात्रा MCBU)

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