मंगलवार, 29 अप्रैल 2025

'ध्रुवयंत्र'का त्याग किए बिना हमारी लड़ाई अधूरी

 पहलगाम हत्याकांड  करने वालों का मकसद आतंक  फैलाना था, देश में दस साल से चल रहा हिन्दू ध्रुवीकरण था या पाकिस्तान की कोई आंतरिक मजबूरी ये जान पाना न एन आई ए के लिए आसान है और न हमारे आपके लिए. हकीकत तो केवल ऊपर वाला जानता है, और ऊपर हमारे रामजी भी हैं और आतंकियों के अल्लाह भी. इन दोनों से कौन पूछे. जब हम अपने प्रधानमंत्री से सवाल - जबाब करने के अधिकारी नहीं हैं तो ऊपर वाला तो ऊपरवाला है.सबसे ऊपरवाला.

आतंकियों का पाकिस्तान सरकार का, पाकिस्तान की सेना का मकसद अलग-अलग नहीं हैं. हो भी नहीं सकते क्योंकि तीनों एक दूसरे के पर्याय हैं, पूरक हैं. उनकी कोशिश कामयाब न हो ये हम सबकी जिम्मेदारी है. ये बात मै इसलिए कह रहा हूं कि पहलगाम हत्याकांड का असर अब भोपाल में भी नजर आने लगा है. भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन परिसर में शनिवार देर रात नशे में धुत युवकों ने रेलवे पुलिस (जीआरपी) के हेड कांस्टेबल दौलत खान पर हमला कर दिया. आरोपियों ने जवान की वर्दी फाड़ दी, गाली-गलौज की और धार्मिक आधार पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कीं. घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी जितेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है. दो अन्य आरोपी फरार हैं. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो के सामने आने के बाद राजनीतिक पार्टियां भी भोपाल में प्रशासन और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा रहे है. ऐसी छुटपुट वारदातें ऐहतियात से ही रोकी जा सकती हैं किसी 'ध्रुवयंत्र' से नहीं.('ध्रुवयंत्र' यानि हिंदू बनाम मुसलमान करने की तकनीक). यह आर एस एस और भाजपा का प्रिय यंत्र है.

पहलगाम हत्याकांड से बहुत पहले मुगल सम्राट औरंगजेब की तारीफ कर अपनी आफत बुला चुके महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत के मुसलामनों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में जो हुआ उसका खुलकर तमाम देश के लोगों ने, हर जात-धर्म के लोगों ने निंदा की. खासकर तौर पर भारत का मुसलमान चिल्ला-चिल्लाकर ये कह रहा है कि हम भारत सरकार के साथ हैं, आतंकवाद के खिलाफ सरकार को कड़े से कड़ा एक्शन लेना चाहिए.

अबू आजमी ने कहा, "आतंकवादियों ने वहां पर जात (धर्म) पूछकर मारा. भारतवर्ष में आज क्या हो रहा है? जब से ये सरकार आई है, हिंदू-मुस्लिम किया जा रहा है. लगता है आतंकवादियों को मालूम था कि ये बात करेंगे तो देश के अंदर अशांति फैलेगी...यहां के लोग हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ा रहे हैं. जबकि वहां के आदिल और नजाकत ने किस तरह से काम किया, जितने लोग गए थे वो चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे हैं कि वहां के मुसलमानों ने हमें बहुत मदद किया.

अबू आजमी एक विधायक भर हैं, किसी पार्टी के सद्र या किसी सूबे के वजीरेआला नहीं हैं इसलिए उनकी बातों को कोई तवज्जो नहीं दी जा रही, जबकि वे एक बेहद जरूरी बात कर रहे हैं. दुर्भाग्य ये है कि हम बात करना और सुनना ही नहीं चाहते.खासकर मुसलमानों से चाहे वे विधायक हों, सांसद हों या मुख्यमंत्री हों. पहलगाम हत्याकांड के बाद हुई उच्चस्तरीय बैठक से जब वहाँ के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बाहर कर दिया गया तब अबू आजमी की क्या हैसियत  है आखिर ? 

जब सरकार इस नृशंस हत्याकांड के बाद एक मुसलमान मुख्यमंत्री तक का सम्मान नहीं कर रही तो देश के उन आम मुसलमान के सम्मान की बात कौन करे जो कि आतंकी वारदात के खिलाफ सडकों पर हैं. खतरनाक बात ये है कि हिंदू-मुसलमान हमारी कार्यपालिका, विधायका, न्यायपालिका और खबरपालिका पर भी एक ग्रहण की तरह लग चुका है.

भगवान के लिए, अल्लाह के लिए, वाहे गुरु के लिए, जीसस के लिए मुल्क को बचाइए. भारत की पुण्य भूमि आज की तारीख में हम सबकी है. हम सब उसके अन्न जल पर निर्भर हे. हम सब यानि हम सब, केवल हिंदू नहीं. हिंदू उस समय भी बहुसंख्यक थे जब मुगलों और अंग्रेजों के गुलाम रहे. हिंदू आज भी बहुसंख्यक हैं जब हम 78 साल से आजाद हैं. हिन्दू आगे भी बहुसंख्यक ही रहेंगे. अल्पसंख्यक कभी बहुसंख्यक नहीं हो सकते. बहरहाल एक ही गुजारिश है कि आतंकियों, पाकिस्तानी सरकार के मकसद पूरे मत होने दीजिये. हथियारों से हम पाकिस्तान को बार बार हरा चुके है. हम जीत के बाद पाकिस्तान को उसकी पराजित सेना भी वापस कर चुके है. लेकिन जो नहीं कर सके वो है 'ध्रुवयंत्र ' का परित्याग. एक बार करके तो देखिए.

@राकेश अचल

29 अप्रैल 2025, मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:43 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:53 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *द्वितीया तिथि*  17:31 बजे  तक फिर तृतीया तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* कृतिका नक्षत्र 18:46 बजे तक  फिर रोहिणी नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *सौभाग्य*  है।

*करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज  पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 15:36 बजे से 17:15 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: परशुराम जयंती,शिवाजी जयंती

*मुहूर्त* : सगाई,विवाह है अन्य  कोई नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-वृष, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

रोग 05:43 - 07:22 अशुभ

उद्वेग 07:22 - 09:01 अशुभ

चर 09:01 - 10:40 शुभ

लाभ 10:40 - 12:19 शुभ

अमृत 12:19 - 13:57 शुभ

काल 13:57 - 15:36 अशुभ

शुभ 15:36 - 17:15 शुभ

रोग 17:15 - 18:54 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

काल 18:54 - 20:15 अशुभ

लाभ 20:15 - 21:36 शुभ

उद्वेग 21:36 - 22:57 अशुभ

शुभ 22:57 - 24:18*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

सोमवार, 28 अप्रैल 2025

तेंदूपत्ता फड़ रैदासपुरा में फड़ मुंशी नियुक्ति में अनुसूचित जाति के लोगों की उपेक्षा

 राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद नई दिल्ली के इंजी. राहुल अहिरवार, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी मध्य प्रदेश द्वारा जारी मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि वन परिक्षेत्र बिजावर के तेंदूपत्ता संग्रहण फड़ रैदासपुरा के लिए फड़ मुंशी नियुक्त किया जाना है। इस संबंध में समस्त ग्रामवासियों द्वारा सर्वसहमति से दिनांक 17 अप्रैल 2025 को वन परिक्षेत्र अधिकारी बिजावर को ज्ञापन पत्र दिया गया है और प्रबंधक वन समिति को भी ज्ञापन पत्र की प्रति दी गई है।

ग्रामवासियों की मांग है कि तेंदूपत्ता फड़ संचालन का कार्य ग्राम के ही अनुसूचित जाति के लोगों को दिया जाए, क्योंकि इस फड़ में शत-प्रतिशत तेंदूपत्ता इन्हीं के द्वारा तोड़ी जाती है। लेकिन वन परिक्षेत्र अधिकारी और प्रबंधक वन समिति द्वारा ग्रामवासियों के दिए गए नाम को फड़ मुंशी हेतु नियुक्त करने की सूची में शामिल नहीं किया जा रहा है।

इस संबंध में ग्रामवासियों ने  मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन,  प्रमुख सचिव वन विभाग मध्य प्रदेश शासन, वन मंत्री श्री दिलीप अहिरवार और वन मंडल अधिकारी जिला छतरपुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी बिजावर को आवेदन और ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया है और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामवासियों का मानना है कि उनकी मांगें जायज हैं और उन्हें अपने अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि ग्रामवासियों को उनका हक मिल सके।

इन्जीनियर राहुल अहिरवार 

थैलेसीमिया माइनर वाले बच्चों के लिए रक्तदान शिविर 6 मई को सिन्धी धर्मशाला में

ग्वालियर 28 अप्रैल ।  थैलेसीमिया माइनर वाले बच्चों के लिए रक्तदान शिविर ग्वालियर में आयोजन 6 मई को महाराज बाडा स्थित सिन्धी धर्मशाला में सुबह 9 बजे से लेकर रात 9 बजे तक किया जा रहा हैं। 

यह शिविर बच्चों को रक्त की कमी से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। 

हमारी नफरतों की कोई हद नहीं

 

हमारी नफरत की कोई हद नहीं है. इस समय सत्ता प्रतिष्ठान पर जिस तरह अल्पसंख्यको के प्रति नफरत भरी है उसका असर अब हमारी पाठ्य पुस्तको पर भी दिखाई देने लगा है.खबर हैकि दिल्ली की एनसीईआरटी की नई पाठ्यपुस्तकों में कक्षा 7 की किताबों से मुगल और दिल्ली सल्तनत के चैप्टर्स हटा दिए गए हैं. 

सत्ताप्रतिष्ठान और उसे संचालत दल और संगठन भारत की धरती से अल्पसंख्यकों को खदेडने का ख्वाब देख रहा है. सबसे पहले औरंगजेब पर जोर आजमाइश की. औरंगजेब की कब्र खोदकर उसकी मिट्टी समंदर में डालने का प्लान बनाया पर नाकाम रहे.

 खीजकर अब पाठ्यपुस्तको को निशाना बनाया.इन बदलावों के तहत नए अध्यायों में भारतीय राजवंश, 'पवित्र भूगोल', महाकुंभ और सरकारी योजनाओं पर जोर दिया गया है. ये कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति  और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे 2023 के अनुरूप हैं जो भारतीय परंपराओं, दर्शन, एजुकेशन सिस्टम और स्थानीय संदर्भ पर जोर देते हैं.

एनसीईआरटी के अधिकारियों के मुताबिक, ये पाठ्यपुस्तक का पहला हिस्सा है और दूसरा हिस्सा आने वाले महीनों में जारी किया जाएगा. हालांकि, उन्होंने यह पुष्टि नहीं की कि पहले हटाए गए हिस्से वापस जोड़े जाएंगे या नहीं.

पाठ्यक्रमों से ये खिलवाड नयी नहीं है. कांग्रेस केराज मे मप्र की किताबों से अंग्रेजों के मित्र सिंधिया ने छोडी रजधानी थी को हटाया गया था. लेकिन इतिहास इतनी आसानी से नहीं बदलता. इतिहास किताबों के अलावा किंवदंतियों, जनश्रुतियों मे भी जिंदा रहता है. इसे कैसे हटाया जा सकता है.

पिछले दिनों पहलगाम में हुए नृशंस हत्याकांड के बाद विधर्मियो के खिलाफ माहौल बनाने की भी कोशिश की गई लेकिन देश की समझदार जनता ने इसे नाकाम कर दिया. घाटी में आतंकियों के घरों को जमीदोज कर केंद्र सरकार ने ये दिखाने की कोशिश की कि सरकार हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठी है. सरकार को हाथ पर हाथ रखकर बैठना भी नहीं चाहिए. देश की संप्रभुता को चुनौती देने वाले हर तत्व को कुचला जाना चाहिए, लेकिन ये तभी मुमकिन है जब सरकार अपने कार्य व्यवहार से ये प्रमाणित भी करे.

पहलगाम हत्याकांड के बाद अपनी विदेश यात्रा रद्द कर स्वदेश लौटने वाले प्रधानमंत्री यदि घटनास्थल पर जाने के बजाय किसी चुनावी आमसभा में नजर आएं तो आप सरकार के बारे में समझ सकते है.

एनसीईआरटी की किताब में मुगलों को हटाने या महाकुम्भ जोडने से कुछ भी हासिल नहीं होगा.सरकार किताबों से मुगलों को हटा सकती है लेकिन ताज महल का क्या करेगी? वहां तो हर देशी, विदेशी जाता है. लालकिले को हटाए बिना मुगल बार बार याद आते रहेंगे

आपको याद होगा कि सरकार की नयी शिक्षानीति से मुगलों को विस्थापित कर उसका संघीकरण करने का काम पहले ही किया जा चुका है..

@राकेश अचल

28 अप्रैल 2025, सोमवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:44 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:53 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *प्रतिपदा तिथि*  21:10 बजे  तक फिर द्वितीया तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* भरणी नक्षत्र 21:37 बजे तक  फिर कृतिका नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *आयुष्मान*  है।

*करण*  :-आज  *किंस्तुघ्न* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज  पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 07:23 बजे से 09:02 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: 

*मुहूर्त* : सगाई है अन्य  कोई नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-मेष, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 05:44 - 07:23 शुभ

काल 07:23 - 09:02 अशुभ

शुभ 09:02 - 10:40 शुभ

रोग 10:40 - 12:19 अशुभ

उद्वेग 12:19 - 13:57 अशुभ

चर 13:57 - 15:36 शुभ

लाभ 15:36 - 17:15 शुभ

अमृत 17:15 - 18:53 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

चर 18:53 - 20:15 शुभ

रोग 20:15 - 21:36 अशुभ

काल 21:36 - 22:57 अशुभ

लाभ 22:57 - 24:18*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

रविवार, 27 अप्रैल 2025

अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ किया जा रहा भेदभाव - डॉ अग्र

आरक्षित वर्ग विरोधी प्रशासन में बैठे अधिकारी एक पक्षीय कार्यवाही कर रहे हैं  

ग्वालियर 26 अप्रैल । मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग के स्पष्ट नियम है और समय-समय पर पुनः  जारी किए जा रहे हैं कि दलित और आदिवासियों को यानी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के अधिकारी कर्मचारियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न किया जाए, लेकिन इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए आरक्षित वर्ग विरोधी अधिकारी इन वर्गों को शासन के नियम होते हुए भी भेदभाव कर पीड़ित कर रहे हैं निलंबित कर रहे हैं ।

 यह आरोप आरक्षित वर्ग वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ (अवाक्स) के प्रांत अध्यक्ष डॉ जवर सिंह अग्र ने लगाया है उदाहरण के लिए दतिया के सीएमएचओ डॉ हेमंत मंडेलिया जो दलित हैं जिला श्योपुर के सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग दोनों को निलंबित किया गया है लेकिन दूसरे के अधिकारियों की दर्जनों शिकायतें हैं जांचो में भी दोषी हैं उनको निलंबित नहीं किया जाता । जिस प्रकार दलित और आदिवासी वर्ग के अधिकारी कर्मचारीयों के बिरुद्ध कार्यवाही की जाती है उसी प्रकार दूसरे वर्ग के अधिकारियों पर कर्मचारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती यह हम और आपको समझाना पड़ेगा जबकि शासन के स्पष्ट नियम है कि अनुसूचित जाति जनजाति के अधिकारी कर्मचारियों के साथ किसी प्रकार का भेदभाव ने किया जाए लेकिन खुलेआम भेदभाव किया जा रहा है इन वर्गों के अधिकारी कर्मचारियों को पीड़ित किया जा रहा है उत्पीडित किया जा रहा है लेकिन हमारे वर्गों के संगठन सम्मेलन सम्मान समारोह करने में मस्त है पीड़ित अधिकारी कर्मचारियों को न्याय दिलाने में और अन्याय अत्याचार भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करने में पीछे है ।

27 अप्रैल 2025, रविवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:45 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:52 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *अमावस्या तिथि*  25:00 बजे  तक फिर प्रतिपदा तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* अश्वनी नक्षत्र 24:38 बजे तक  फिर भरणी नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *प्रीति*  है।

*करण*  :-आज  *चतुष्पद* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा नहीं है भद्रा  गंडमूल है।

*🔥अग्निवास*: आज  पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 17:14 बजे से 18:53 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: देव पितृ कार्य वैशाख अमावस्या 

*मुहूर्त* : -  कोई नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-मेष, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 05:45 - 07:24 अशुभ

चर 07:24 - 09:02 शुभ

लाभ 09:02 - 10:40 शुभ

अमृत 10:40 - 12:19 शुभ

काल 12:19 - 13:57 अशुभ

शुभ 13:57 - 15:36 शुभ

रोग 15:36 - 17:14 अशुभ

उद्वेग 17:14 - 18:53 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

शुभ 18:53 - 20:14 शुभ

अमृत 20:14 - 21:36 शुभ

चर 21:36 - 22:57 शुभ

रोग 22:57 - 24:18*अशुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

शनिवार, 26 अप्रैल 2025

अनुसूचित जाति वर्ग के वर्ष 2016 में बंद किए गए कन्या बालक आश्रम चालू कराने को लेकर केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात कर मांग की

 

ग्वालियर 26 अप्रैल । विभिन्न समस्याओं को लेकर आज ग्वालियर आगमन पर  ज्योतिरादित्य सिंधिया  केंद्रीय मंत्री को वर्ष 2016 में मध्य प्रदेश शासन अनुसूचित जाति विभाग के बंद किए गए कन्या बालक आश्रम चालू कराने की मांग को लेकर एवं अन्य समस्याओं को लेकर आदम जाति कल्याण विभाग छात्रावास आश्रम शिक्षक अधीक्षक संघ (कसस) के संस्थापक प्रांत अध्यक्ष एवं आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ (अवाक्स) के संस्थापक अध्यक्ष तथा दलित आदिवासी महापंचायत (दाम) के संस्थापक संरक्षक डॉ जवर सिंह अग्र ने मुलाकात कर समस्याओं के निराकरण के लिए निवेदन किया।

 पत्र के माध्यम से सिंधिया  जी को अवगत कराया गया कि मध्य प्रदेश शासन अनुसूचित जाति विभाग के संपूर्ण मध्य प्रदेश के जिलों में अनुसूचित जाति वर्ग के कन्या और बालक आश्रम संचालित थे जिन्हें मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में बंद कर दिया इन आश्रमों में अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के प्रवेश कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक होते थे इन आश्रमों में गरीब परिवार के छात्र-छात्राओं को आवासीय व्यवस्था के साथ-साथ भोजन व्यवस्था शिक्षा आदि सभी व्यवस्थाएं निशुल्क मध्य प्रदेश शासन की ओर से दी जाती थी।

आश्रम बंद होने के कारण इन सुविधाओं से अनुसूचित जाति वर्ग के कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के छात्रों प्रवेश से वंचित हो रहे हैं उपरोक्त सुविधाओं से वंचित रह रहे हैं प्रकार एक तरह से शिक्षा से वंचित हो रहे हैं पत्र के माध्यम से  श्री सिंधिया  से निवेदन किया गया है की बंद किए गए आश्रमों को इसी सत्र से चालू करने के आदेश शासन स्तर से जारी करने की कृपा करें। श्री सिंधिया  ने मांग पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

एक बार फिर जंग के मुहाने पर भारत

भारत एक बार फिर युद्ध के मुहाने पर है।  ये युद्ध किसी सीमा विवाद की वजह से नहीं बल्कि उस आतंकवाद के खिलाफ होने की अटकलें हैं जो पाकिस्तान से बाबस्ता है।  कश्मीर घाटी के पहलगाम में 26  लोगों की दिन-दहाड़े नृशंस हत्या की वारदात ने भारत को जबरन युद्धोन्मुख किया है।  आसमान में लड़ाकू विमानों की भाग-दौड़  साफ़ दिखाई देने लगी है। हमारे लड़ाकू विमान भी गरज रहे हैं और देश के नेता भी। अब देखना है कि  दोनों के सुर  कब एक होते हैं और बमों की बरसात  कब शुरू होती है।

भारत कृषि प्रधान देश है, युद्ध प्रधान नही।  भारत ने अपनी आजादी से लेकर अब तक जितनी भी जंग लड़ी हैं उनमें शायद एक भी युद्ध ऐसा नहीं है जो भारत ने अपनी तरफ से लड़ा हो। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर आज के प्रधानमंत्री प्रात: स्मरणीय श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी भी युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। सबको पता है कि  जंग से कुछ हासिल नहीं होता। जंग से सिर्फ और सिर्फ बर्बादी होती है। हर जंग में मनुष्यता कराहती है,निर्दोष लोग मारे जाते हैं। फिर भी यदि जंग के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता तो भारत जंग से पीछे नहीं हटता। आगे भी शायद ऐसा ही हो। मोदी जी ने तो यूक्रेन और रूस की जंग समाप्त करने कि लिए काफी भाग-दौड़ की थी। 

बात कोई  चार दशक पुरानी है ,शायद 1984  की ग्वालियर के कैंसर अस्पताल परिसर में माननीय अटलबिहारी की अध्यक्षता में एक कवि सम्मेलन हो रहा था ।  उस कवि सम्मेलन में मै भी एक नवोदित कवि के रूप में मौजूद था ।  उस कवि सम्मेलन में अटल जी ने अपनी चर्चित कविता' हम जंग न होने देंगे ' पढ़ी थी ।  वे जुंग में थे लेकिन कविता आत्मा से पढ़ रहे थे।  उनकी कविता के कुछ अंश आप देखिये -

हम   जंग    न    होने    देंगे 

विश्व  शांति  के  हम  साधक  है ,  जंग  न  होने  देंगे  !

कभी  न  खेतों  मे  फ़िर  खुनी  खाद  फलेगीं ,

खलिहानों  मे  नहीं  मौत  कि  फसल  खिलेगी

आसमान  फ़िर  कभी  न  अंगारे  उगलेगा ,

एटम  मे  नागासाकी  फ़िर  नहि  जलेगी ,

युद्धविहीन  विश्व  का  सपना  भंग  न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

हथियारों  के  ढ़ेरो  पर  जिनका  है  डेरा ,

मुँह  में  शांति , बगल  मे  बम , धोके  का  फ़ेरा

कफ़न  बेचने  वालों  से  कह  दो  चिल्लाकर

दुनियां  जान  गई  है  उनका  असली  चेहरा

कामयाब  हो  उनकी  चालें , वह  ढ़ंग  न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

हमें  चाहिए  शांति , ज़िन्दगी  हमको   प्यारी

हमें  चाहिए  शांति , सृजन  कि  है  तैयारी

हमने  छेड़ी  जंग  भूख  से

आगे  आकर हाथ  बँटाए  दूनियां  सारी।

हरी - भरी  धरती  को  खुनी  रंग  न  लेने  देन्गे।

जंग  न  होने  देंगे।

भारत - पाकिस्तान  पडोसी , साथ - साथ रहना  है ,

प्यार  करे  या  वार  करे , दोनो  को  हि  सहना  है ,

तीन  बार  लड़  चुके लड़ाई , कितने  महंगा  सौंदा ,

रुसी  बम  हो  या  अमरीकी , खून  एक  बहना   है।

जो  हम  पर  गुजरी  बच्चो  के   संग न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

अटल जी को इसके बावजूद जंग का समाना करना पड़ा ।  उनके शांति प्रयासों को तत्कालीन पाकिस्तानी प्रशासन ने धता बता दिया था। अटल जी के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में पाकिस्तान से जंग हुई और जीती भी गयी।  अटल जी से पहले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू,लाल बहादुर  शास्त्री,श्रीमती इंदिरा गाँधी  और पंडित अटल बिहारी बाजपेयी ने भी जंग  लड़ी। जंग में पाकिस्तान टूटा और बांग्लादेश बना। 'जंग में हार-जीत होती रहती है किन्तु देश विकास की दौड़ में पिछड़ जाता है। दरअसल जंग  किसी भी लोकतान्त्रिक सरकार का हथियार नहीं होती। जंग तानाशाही प्रवृत्ति के नेतृत्व  का अमोध अस्त्र होता है। मोदी सरकार की नाकामियों और पाकिस्तान की हठधर्मी भावी जंग की आधारशिला हैं। 

जंग के मामले में हम संघ और भाजपा के प्रबल विरोधी होते हुए कविवर पंडित अटल बिहारिके प्रशंसक हैं। अटल जी कवि थे या नहीं ये अलग बात है किन्तु वे बेहतरीन तुकबंद थे और उनका मन कविमन था। लेकिन जब सर पर आगयी तो उनकी सरकार ने भी युद्ध लड़ा ,क्योंकि युद्ध भारत पर थोपा गया था।  इस बार भी युद्ध थोपा जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री  मोदी जी ने भी अटल जी की तर्ज पर पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के लिए कोशिश की थी ,लेकिन उनकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकीं। वे अटल जी जैसे कवि हृदय नेता नहीं हैं।  उनकी भाषा और कार्य पद्यति अटल जी से भिन्न है। अब उनके सामने भी कोई विकल्प नहीं है जंग का। यदि उन्होंने जंग न लड़ी तो वे राजनीतिक जंग हार जायेंगे। क्योंकि उन्होंने मुसलमानों  के खिलाफ देश में ही नहीं बल्कि  ,दुनिया में भी एक अघोषित ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है। 

कोई माने या न माने किन्तु  इस समय देश में सरकार के तमाम फैसलों की वजह से मुस्लिम विरोधी वातावरण है। इस वातावरण को तैयार करने में भाजपा और सत्ता प्रतिष्ठान ने बहुत मेहनत की है। इससे देश की समरसता यानि धर्मनिरपेक्षता खतरे में है लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। सरकार की इसी लापरवाही का नतीजा है कि  देश में पुलवामा के बाद पहलगाम हो गया। खैर जो हुआ सो हुआ। अब आगे भी जो हो वो ठीक ही हो। इस समय मोदी जी की किस्मत है कि आतंकवाद के खिलाफ  फन्हें विश्व व्यापी समर्थन मिल रहा है।  अटल जी के साथ ऐसा नहीं था। जंग कि लिए पहले देश को तैयार किया जाये फिर फौज को ।  फ़ौज तो हमेशा तैयार रहती ही है ,लेकिन जनता नही।  जंग के दौरान देश में सब एकजुट हों ,कोई फिरकापरस्ती न हो ,कोई अनबन न हो। कोई हिन्दू-मुसलमान न हो।कालाबाजारी न हो।   अच्छी बात ये है की पहलगाम हत्याकांड के बाद देश का मुसलमान भी आतकवाद के खिलाफ सड़कों पर हैं। 

@ राकेश अचल

26 अप्रैल 2025, शनिवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 05:46 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:52 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *त्रयोदशी तिथि*  08:27 बजे  तक फिर चतुर्दशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराभाद्रपद नक्षत्र 06:46 बजे तक  फिर रेवती नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *वैधृति*  है।

*करण*  :-आज  *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक है भद्रा 08:27 बजे से 18:40 बजे तक, गंडमूल 06:26 बजे से  है।

*🔥अग्निवास*: आज  पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 09:03 बजे से 10:41 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: मास शिवरात्रि ,भगवान नमिनाथ जी मोक्ष 

*मुहूर्त* : -  कोई नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-मीन, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 05:46 - 07:24 अशुभ

शुभ 07:24 - 09:03 शुभ

रोग 09:03 - 10:41 अशुभ

उद्वेग 10:41 - 12:19 अशुभ

चर 12:19 - 13:57 शुभ

लाभ 13:57 - 15:36 शुभ

अमृत 15:36 - 17:14 शुभ

काल 17:14 - 18:52 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

लाभ 18:52 - 20:14 शुभ

उद्वेग 20:14 - 21:35 अशुभ

शुभ 21:35 - 22:57 शुभ

अमृत 22:57 - 24:19*शुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

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