मंगलवार, 22 जुलाई 2025

आखिर क्या है उपराष्ट्रपति धनकड के इस्तीफ़ा का सच

जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे में सेहत का हवाला दिया है. जबकि सोमवार को मानसून सत्र के पहला दिन वह  पूरी तरह सक्रिय दिखे.उन्होंने  पूरे दिन सदन को अच्छे से चलाया भी. मगर अचानक शाम को  जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया? उनके इस्तीफे ने सभी को चौंकाया है. सत्ता पक्ष के तमाम सांसदों को भी इसकी भनक नहीं लगी. धनकड के पीछे सच में सेहत है या इसके पीछे सत्तारूढ दल की कोई सियासत ये कहना बहुत कठिन है.

दरअसल, जगदीप धनखड़ के इस्‍तीफे की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष से लेकर तमाम लोगों को उनके अचानक इस्तीफे की बात पच नहीं रही.देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि संसद के चलते सत्र में किसी उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया हो.चलते सत्र में केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे तो हुए हैं लेकिन कोई उपराष्ट्रपति इस्तीफा देकर घर जा रहा हो, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.

देश इस्तीफे का इंतजार तो लंबे अरसे से कर रहा है लेकिन ये इस्तीफा प्रधानमंत्री का होना था, वे न देते तो गृहमंत्री या रक्षामंत्री या विदेश मंत्री का होना था, लेकिन ये सब आलोचनाओं के बवंडर के सामने टिके हैं किंतु धनकड़ साहब ने इस्तीफा दे दिया.संसद के मानसून सत्र के पहले दिन के समापन के कुछ घंटों बाद आए जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में हलचल  है. विपक्ष को क्या किसी भी पक्ष को धनकड का इस्तीफा हजम नहीं हो रहा है. जगदीप धनखड़ के इस फैसले की टाइमिंग को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. सवाल है कि आखिर उन्होंने पहले दिन के सत्र के बाद इस्तीफा क्यों दिया? अगर उन्हें अपनी सेहत की चिंता थी तो संसद के मानसून सत्र से पहले भी दे सकते थे? उन्होंने अगर अपना इस्तीफा देने का मन बना भी लिया था तो उन्होंने मानसून सत्र का पहला दिन ही क्यों चुना? 

धनकड ने घाट घाट का पानी पिया है. वे दो दल छोडकर भाजपा में आए हैं भाजपा ने उन्हे पहले बंगाल का राज्यपाल और बाद में देश का उपराष्ट्रपति बनाया. धनकड ने दोनों ही पदों पर भाजपा प्रचारक प्रवक्ता की तरह तमाम बेशर्मी के साथ काम किया. आलोचनाएं सहीं और आगे बढते रहे. भाजपा  और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रति धनकड की निष्ठा पर किसी को कोई संदेह नहीं कर सकता, लेकिन अब लग रहा है कि दाल में कुछ काला जरूर है. केवल सेहत इस इस्तीफे की इकलौती वजह नहीं हो सकती.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड की आत्मा पिछले एक दशक से बेशर्मी के पत्थरों के नीचे दबी कराह रही थी. मुझे नही लगता कि धनकड ने अपनी आत्मा और शरीर को बचाने के लिए इस्तीफ़ा दिया होगा. निश्चित ही धनकड बलि का बकरा बनाए गये हैं. क्यों बनाए गये हैं ये तत्काल उदघाटित करना संभव नहीं है. अन्यथा पद पर रहकर धनकड की जितनी बेहतर  देखभाल हो सकती है वो पद से हटने के बाद संभव नहीं है.

कांग्रेस का मानना है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ स्वस्थ हैं. कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रमोद तिवारी और जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति से सोमवार की शाम 5.45 बजे जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी. उनके अनुसार उपराष्ट्रपति स्वस्थ थे. जगदीप धनखड़ के सेहत वाले दावे पर कई विशेषज्ञ और विपक्षी नेता संदेह जता रहे हैं. खास बात ये है कि जगदीप धनखड़ का 23 जुलाई को जयपुर प्रस्तावित दौरा भी  रद्द नहीं किया गया.अटकलें लगाईं  जा रहीं हैं कि यह शीर्ष नेतृत्व के साथ किसी टकराव का नतीजा हो सकता है. अटकल ये भी है कि उपराष्ट्रपति भी पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की तरह किसानों  के मुद्दे पर सरकार से नाराज थे?

आपको बता दूं कि माननीय. जगदीप धनखड़ की उम्र 74 साल है. धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पद संभाला था, और उनका कार्यकाल 2027 तक था. इससे पहले वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे थे. उनके कार्यकाल में उनके बेबाक बयानों और विपक्ष के साथ तनाव ने कई बार सुर्खियां बटोरीं. विपक्ष ने उन पर राज्यसभा में पक्षपात का आरोप भी लगाया था.. धनकड का इस्तीफा मंजूर होगा ही क्योंकि ये इस्तीफा वापस लेने के लिए नहीं दिया गया है. मुझे लगता है कि संघ, भाजपा और प्रधानमंत्री के लिए धनकड़ की उपयोगिता ही समाप्त हो गई थी. धनकड में इतना नैतिक साहस नहीं है कि वे अपने इस्तीफे की असली  वजह देश को बता सकें. वे भी देश की आम जनता और दूसरे लोगों की तरह सरकार से भयभीत हैंं. धनकड ने दुर्गति से बचने के लिए ही रणछोड़ बनना पसंद किया है. मेरी उनके प्रति पूरी सहानुभूति है.

@ राकेश अचल

22 जुलाई 2025, मंगलवार का पंचांग

🌞सूर्योदय :-* 05:38 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:19 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रावण* माह कृष्ण पक्ष *द्वादशी तिथि* 07:05 बजे  तक फिर त्रयोदशी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज मृगशिरा*  नक्षत्र *19:24* बजे तक  फिर आद्रा नक्षत्र 

    *योग* :- आज  *ध्रुव* है।

*करण*  :-आज  *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा ,गंडमूल नहीं  है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                          उत्तर दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  15:52 बजे से 17:34

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:59 बजे से 12:55 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- भौम प्रदोष व्रत अन्य कोई नहीं 

*मुहूर्त* :-  सगाई अन्य कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कर्क, चन्द्र-वृष, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: जन्म कुंडली,शिक्षा,विवाह,

रोजगार,व्यापार,पद, प्रतिष्ठा,मंगल,कालसर्प, शनि साढ़ेसाती मुहूर्त सहित जानकारी परामर्श 

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन 

(राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त )

विगत 26 वर्षों से लगातार ज्योतिष के क्षेत्र में कार्य रात

मो .9425187186,6261330109

सोमवार, 21 जुलाई 2025

अधिकारियों की मिली भगत से छात्रावास आश्रमों की स्थिति जेल से भी खराब वरिष्ठ अधिकारी जांच कर कार्यवाही करें - डॉ अग्र

ग्वालियर 21 जुलाई । आदिम जाति कल्याण विभाग छात्रावास आश्रम शिक्षक अधीक्षक संघ (कसस) के संस्थापक प्रांताध्यक्ष डॉ जवर सिंह अग्र बताया कि आदिम जाति कल्याण विभाग जिला ग्वालियर के अधिकारियों की मिली भगत से जिले के छात्रावास आश्रम बंद होने के कगार पर हैं जिला कार्यालय में तीन अधिकारी बैठे हैं एक सहायक आयुक्त एक क्षेत्र संयोजक एक मंडल संयोजक तीनों ही अधिकारियों द्वारा छात्रावासों का  आश्रमों का निरीक्षण नहीं किया जा रहा है।

 कार्यालय में मंडल संयोजक क्षेत्र संयोजक भी है जिनका कार्य छात्रावास आश्रमों का निरीक्षण करना अन्य योजनाओं का क्षेत्र में जाकर प्रचार प्रसार करना है लेकिन इन दोनों अधिकारियों से बाबू गिरी का काम कराया जा रहा है लड़कों का कार्य कराया जा रहा है जबकि 2017 से पहले विभागीय अधिकारी और अन्य रेवेन्यू के अधिकारी और ट्रेजरी की अधिकारी सतत निरीक्षण करते थे निरीक्षण दल बनते थे जैसा कि इस विभाग का नाम है आदिम जाति कल्याण विभाग अब इस विभाग को कहा जाता है अनुसूचित जाति जनजाति विभाग तो आदिम जाति का मतलब है आदिम जातियों का कल्याण लेकिन इनका कल्याण न करके अधिकारी अपने कल्याण करने में बिजी हैं।

 हजारों शिकायत है और सीएम हेल्पलाइन जनसुनवाई की सैकड़ो शिकायत दर्ज हैं जिनका निराकरण आज तक नहीं किया जा रहा है कर्मचारियों को समयमान वेतनमान और कर्मचारियों का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है कई शिक्षक अधीक्षकों की क्रमोन्ती नहीं लगाई गई है जिनमें से कई तो सेवा निवृत हो गए कई कलम लंबे थे उनके एरियों का भुगतान नहीं किया जा रहा छात्रावास आश्रमों की जमीनो पर विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से अतिक्रमण है जिला कार्यालय की जमीनों पर भी अतिक्रमण कराया जा रहा है अतिक्रमण हटाने के लिए संभागीय उपाय और सहायक कार्यालय कोई कार्रवाई नहीं करते जमीनों का सीमांकन कराकर अतिक्रमण हटाया जाए जिले में 90 - 95 के लगभग छात्रावास आश्रम है जन्मे सुकृत सीट के मान से प्रवेश ही नहीं दिए जा रहे छात्रावास आश्रम खाली पड़े हुए हैं अधीक्षकों को और कर्मचारियों को वेतन फ्री में दिया जा रहा है आज 21 जुलाई हो गई 1 जुलाई से सत्र शुरू हो गया कई जगह अभी मैच नहीं चली होगी जबकि अधिकारियों ने निरीक्षण ही नहीं किया 2017 से पहले सतत निरीक्षण होते थे अधिकारी 1 जुलाई से 10 जुलाई तक तो निरंतर निरीक्षण करते थे लेकिन अब तो आधिकारिक कार्यालय में बैठकर मजे कर रहे हैं विभाग में एक कहावत चरित्रार्थ हो रही है की बागड ही खेत को खा रही है कई छात्रावास में मैच का संचालन ही नहीं है आज तक कई कई छात्रावासों से छात्र बता रहे हैं फोन पर कि खाना ही नहीं बन रहा सब भूखन मर रहे हैं इससे स्पष्ट है कि छात्रावास आश्रम की स्थिति जेल से भी बदतर है अधिकारी अपना स्वयं का कल्याण करने में व्यस्त है विवाह के प्रभारी सहायक आयुक्त राजेंद्र शर्मा को चाहिए कि मंडल संयोजक और क्षेत्र संयोजक से छात्रावास आश्रमों का निरीक्षण कराऐं तथा संभागीय उपायुक्त संजय खेड़कर भी कार्यालय में बैठे अधिकारी से निरीक्षण कराऐं और छात्रावास आश्रमों की स्थिति सुधरवाएं साथ ही दोनों अधिकारी अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन भी करें अभी तो कार्यालय में मनमानी चल रही है छात्रावास आश्रमों में भी मनमानी चल रही है यही स्थिति रही तो विभाग के छात्रावास आश्रम बंद होने के कगार पर हो जाएगे और अधिकारी भी यही चाहते हैं छात्रावास आश्रम बंद हो जाए क्योंकि इन छात्रावास आश्रमों में एससी एसटी ओबीसी के छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं।

कांवड यात्रा का इतना विद्रुप चेहरा !

भक्ति और आस्था में सराबोर, कांवड़  यात्रा शुरु तो हो गई है लेकिन इस बार ये यात्रा और यात्री पहले से ज्यादा उग्र, तथा अराजक हैं. दिल्ली से हरिद्वार जाने वाले इन भक्तों में कुछ, एक बार फिर हिंसा और उपद्रव के ज़रिए इस धार्मिक यात्रा को हिंदू उग्रवाद की पहचान देने की कोशिश कर रहे हैं. पूरे कांवड़ पथ पर कांवड़ियों द्वारा हिंसा, उपद्रव और मारपीट की घटनाएं चर्चा में हैं.लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को कांवडिये मासूम लगते हैं, उनकी नजर में उपद्रवी कोई दूसरे लोग हैं, दूसरे लोगों से उनका आशय आप समझ सकते हैं.

कांवड यात्रा को एक राजकीय आयोजन बनाने वालों को नजर नहीं आता कि उपद्रवी कोई कांग्रेसी, सपाई या बसपाई नहीं बल्कि वे हिंदुत्ववादी संगठन हैं जो हिंदुत्व के ठेकेदार बन बैठे हैं.जिन्होंने कांवड़ पथ पर एक अलग हंगामा खड़ा कर दिया है. कांवड़ियों के रास्ते में पड़ने वाले ढाबों और ठेलों पर लगी नेम प्लेट और उनके मालिकों की धार्मिक पहचान उजागर करने को लेकर विवाद पैदा किया जा रहा है.28 जून की है जब मुजफ्फरनगर के ‘पंडित जी’ ढाबे पर कथित तौर पर एक कर्मचारी की पैंट उतरवाकर धर्म जानने की कोशिश की गई. वहीं 8 जुलाई को मुजफ्फरनगर के ही बाबा बालकनाथ ढाबे पर कावड़ियों ने तोड़फोड़ की. बाबा बालकनाथ ढाबे में एक कांवड़िये के खाने में गलती से प्याज का टुकड़ा निकल आया था. जिसके बाद आक्रोशित कांवड़ियों ने ढाबे में पड़ी कुर्सिया़, मेज़, फ्रिज, पंखे और ग्लास पैनल इत्यादि तोड़ डाले. ढाबा संचालक साधना देवी ने बताया कि तोड़फोड़ के दौरान हमलावर बोल रहे थे कि “यह मुसलमानों का ढाबा है जिसे हिंदू नाम से चलाया जा रहा है.” नशे में धुत कावड़ियों ने ढाबे में बर्तन धोने वाले 40 वर्षीय पिंटू का हॉकी से पीट-पीट कर पैर तोड़ दिया. 

पागलपन का आलम ये है कि मुजफ्फरनगर में ही बाबा स्वामी यशवीर महाराज अपने समर्थकों के साथ दुकानों के क्यूआर कोड चेक कर रहे हैं. ऐसा करके वह दुकान मालिकों के धर्म का पता लगा रहे हैं. यशवीर महाराज ने मुजफ्फरनगर से लेकर गाजियाबाद तक कांवड़ पथ पर हिंदू दुकानदारों को भगवान वराह का एक चित्र और झंडा वितरित किया है. उन्होंने कहा है कि दुकानदार इसे अपनी दुकान पर लगाएं ताकि हिंदू दुकानों की पहचान स्पष्ट हो सके. 50 वर्षिय स्वामी यशवीर महाराज पहली बार में 2015 में चर्चा में आए जब उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की और उत्तर प्रदेश सरकार ने उन पर रासुका लगा दिया था. गत वर्ष भी कांवड़ यात्रा के दौरान उन्होंने ढाबों पर नेम प्लेट लगाने को लेकर काफी विवाद किया था.कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र मेरठ में भी मुसलमानों द्वारा संचालित नॉन वेज ढाबे पूरी तरह से बंद करा दिए गए हैं. 

 उत्तर  प्रदेश के मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर कुछ कांवड़िओं ने एक वर्दीधारी सीआरपीएफ जवान की बेरहमी से पिटाई कर दी.जिस जवान को पीटा गया, वह मिर्जापुर से मणिपुर जाने के लिए ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंचा था. उसी समय कांवड़ियों के एक समूह से किसी बात पर बहस हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई. घटना के दौरान स्टेशन पर मौजूद लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, लेकिन अफसोस की बात यह रही कि किसी ने जवान को बचाने या बीच-बचाव की कोशिश नहीं की.

दूसरी तरफ कांवड़ यात्रा में तोड़फोड़ और उपद्रव करने वालों के योगी सरकार पोस्टर चस्पा करने जा रही है. कांवड़ यात्रा सम्पन्न के बाद उनके खिलाफ सख्त एक्शन होगा. ये बातें खुद सीएम योगी ने कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा के बाद हुई प्रेस ब्रीफिंग में कही. सीएम योगी इन घटनाओं को लेकर बेहद तल्ख तेवरों में नजर आए और बोले कि सबके सीसीटीवी हैं, जिन्होंने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने का प्रयास किया है. जो भी उपद्रवियों के भेष में छिपे हैं बेनकाब होंगे.

सवाल ये है कि उत्तर प्रदेश सरकार कांवडियों पर इतनी मेहरबान क्यों है? क्या सरकार को ये अहसास नहीं है कि कांवड यात्रा के दौरान हो रहे उत्पात की वारदातों से न केवल यूपी की बल्कि पूरे देश की छवि खराब हो रही है? दुर्भाग्य ये है कि यपी के मुख्यमंत्री इन वारदातों को रोकने के बजाय न सिर्फ पर्दा डाल रहे हैं बल्कि उपद्रवियों को निर्दोष होने का तमगा भी बांट रहे हैं. योगी भूल गये हैं कि वे किसी हिंदू राष्ट्र के अधिपति नहीं हैं, वे एक ऐसे राज्य के मुख्यमंत्री हैं जो बहुभाषी, बहु धर्मी राज्य है. मेरी गर्भनाल उत्तर प्रदेश में है, मैं अपने उत्तर प्रदेश को मोदी के पैदा होने के बारह साल पहले से देख रहा हूँ. आज का उत्तर प्रदेश पहले वाला उत्तर प्रदेश नहीं है. भाजपा ने, योगी ने इसे अनुत्तरदायी प्रदेश बना दिया है. कांवड यात्रा के शुभचिंतक एक बार खुद कांवड लेकर चलें तो उन्हे हकीकत का पता चले.

@  राकेश अचल

रविवार, 20 जुलाई 2025

20 जुलाई 2025,रविवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 05:37 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:17 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रावण* माह कृष्ण पक्ष *दशमी तिथि* 12:12 बजे  तक फिर एकादशी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज कृतिका*  नक्षत्र *22:52* बजे रात तक  फिर रोहिणी नक्षत्र 

    *योग* :- आज  ** है।

*करण*  :-आज  *गंड* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक ,गंडमूल नहीं  है भद्रा 12:13 बजे तक है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                                पश्चिम दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  17:37 बजे से 19:18

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:59 बजे से 12:55 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- कोई नहीं 

*मुहूर्त* :-  सगाई,दुकान/ ऑफिस अन्य कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कर्क, चन्द्र-मेष, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: जन्म कुंडली,शिक्षा,विवाह,

रोजगार,व्यापार,पद, प्रतिष्ठा,मंगल,कालसर्प, शनि साढ़ेसाती मुहूर्त सहित जानकारी परामर्श 

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन मो 9425187186,6261330109

आखिर बंगाल में नानी नहीं तो माँ की याद आ ही गई

 

हमारे देश में कुछ चीजें और रिश्ते ऐसे हैं जो आदमी को गाहे-बगाहे कहीं भी, किसी भी समय और किसी भी उम्र में या तो खुद-ब -खुद  याद आ जाते हैं या फिर उन्हे याद दिला दिया जाता है. भाऋत में चक्रवर्ती सम्राट बनने का ख्वाब देखने वाले माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास  मोदी जी को भी बंगाल की सियासत ने नानी की नहीं तो माँ की याद जरूर दिला दी.

हमारे यहाँ लोकमान्यता है कि जब कोई मर्द संकट मेंहोता है तो उसे या तो नानी याद आती है या फिर माँ. महिलाएं भी ओ माँ ही कहती हैं. पिता या नाना को याद करते बहुत कम लोग देखे गये हैं. हम भूल भी जाएं दो हमारे शुभचिंतक ऐसी चुनौतियां पेश करते हैं कि आदमी को अपनी छठी का दूध याद आ जाता है. ये दूध भी माँ की ही होता है और नवजीवन देने वाला माना जाता है. जब कोई किसी को छठी का दूध याद दिलाता है तो माना जाता है कि उसका जीवन खतरे में है और उसे माँ के दूध की जरूरत है.

माननीय मोदीजी पिछले एक दशक से कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को या तो छठी का दूध याद करा रहे हैं या फिर नानी की याद करा रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि मोदी जी बंगाल में भगवान राम को भूलकर मां भवानी की जय बोलने पर मजबूर हो गए और यहीं तृण मूल कांग्रेस की वाचाल, हाजिर जबाब सांसद महुआ मोइत्रा ने मोदी जी को घेर लिया. तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने  पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए देवी काली का आह्वान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया, उन्होंने बंगाली मतदाताओं को लुभाने के उनके प्रयास को "थोड़ा देर से" कहा, और कहा कि देवी "ढोकला नहीं खाती हैं।"

 आपको बता दें कि गत शुक्रवार को  माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने दुर्गापुर रैली में अपने भाषण की शुरुआत बंगाली भाषा में भीड़ का अभिवादन करते हुए की और कहा, “जय मां काली, जय मां दुर्गा।”इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए महुआ मोइत्रा ने एक्स पर पोस्ट किया, "बंगाली वोटों के लिए मां काली का आह्वान करने में प्रधानमंत्री मोदी ने थोड़ी देर कर दी। वह ढोकला नहीं खातीं और कभी नहीं खाएंगी।"

सब जानते हैं कि भाजपा, आर एस एस और मोदी जी एक दशक से बंगाल जीतने के लिए एढी-चोटी का जोर लगा रहे हैं लेकिन अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली है. भाजपा नेताओं और संघ कार्यकर्ताओं की एढियां घिस गईं पर नतीजा शून्य ही रहा. ताजा बंगाल रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर तीखा हमला किया था और राज्य सरकार पर राज्य में अराजकता का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया था। मोदी ने बंगाल में निवेशकों के कम विश्वास के लिए “दंगों”, “गुंडा टैक्स” और “पुलिस पूर्वाग्रह” का हवाला दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी दावा किया कि क्रूर आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में “टीएमसी ने दोषियों को बचाने की कोशिश की”, जिसने पूरे बंगाल को झकझोर कर रख दिया था। प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया, “जहां भी भाजपा की सरकार है, वहां बंगालियों का सम्मान किया जाता है।”

 अब महुआ के तंज का आशय समझ लीजिये. आप जानते हैं कि बंगाल के अधिकांश काली मंदिरों में पारंपरिक रूप से देवी के 'भोग' या 'प्रसाद' के रूप में मांस और अन्य मांसाहारी चीजें चढ़ाई जाती हैं।लेकिन महुआ ने प्रधानमंत्री जी के गृहराज्य गुजरात के  नाश्ता को ही एक राजनीतिक रूपक बना दिया. प्रधानमंत्री जी ने शायद इसकी कल्पना भी नहीं की होगी.

टीएमसी पार्टी के सदस्य ने इस साल की शुरुआत में 'ढोकला' का तंज कसा था, जब एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लोग दिल्ली के चित्तरंजन पार्क स्थित एक मछली बाज़ार के दुकानदारों को इसलिए धमका रहे थे क्योंकि वह काली मंदिर के बगल में स्थित है। वीडियो शेयर करते हुए मोइत्रा ने दावा किया कि वे लोग भाजपा से जुड़े थे।महुआ का विवादों से पुराना नाता है. सन 2022 में, महुआ मोइत्रा ने उस समय राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था जब उन्होंने देवी काली को “मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली” देवी बताया था – एक ऐसी टिप्पणी जिससे देशव्यापी आक्रोश फैल गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।कृष्णानगर की सांसद की टिप्पणी की भाजपा नेताओं ने तीखी आलोचना की और उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।बहरहाल अब महुआ फिर सुर्खियों में हैं मोदी जी के साथ,साथ.

@  राकेश अचल

शनिवार, 19 जुलाई 2025

सिंधु वेलफेयर सोसायटी के निःशुल्क हृदय रोग परीक्षण शिविर में डाॅ जमाल युसूफ ने 412 मरीजों का परीक्षण किया

 ग्वालियर । शहर की अग्रणीय सामाजिक संस्था सिंधु वेलफेयर सोसाइटी द्वारा चेंबर ऑफ कॉमर्स में जीबी पंत दिल्ली के डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ जमाल युसूफ का निशुल्क हृदय रोग परीक्षण का आयोजन किया गया।

 प्रातः 7 से 10 बजे तक रजिस्ट्रेशन किए गए और 9:00 बजे से डॉ जमाल युसूफ ने मरीजों का परीक्षण चालू किया।

मीडिया प्रभारी अमर मखीजा और शिविर के संयोजक डॉक्टर भीष्म जेसवानी एवं डॉ नवीन गुरबकक्षानी जी ने जानकारी दी कि शिविर में 412 मरीजों को बीपी शुगर और चयनित मरीजों की ई  सी जी जांच बिल्कुल निशुल्क की गई ।संस्था अध्यक्ष विजय वलेचा एवं उपाध्यक्ष कन्हैया लाल छाबड़ा ने डॉक्टर जमाल युसूफ का स्वागत किया ।

 उन्होंने बताया कि डॉक्टर जमाल युसूफ ग्वालियर की शान है और ग्वालियर वासियों के लिए हरदम तैयार रहते हैं सचिव मनीष शेजवानी ने  कहा कि  डॉक्टर जमाल युसूफ हमारी संस्था के लिए हर समय सेवा में उपलब्ध रहते हैं और हमारी संस्था से उनका वर्षों पुराना संबंध है जिसके लिए संस्था उनका आभार व्यक्त करती है ।

निःशुल्क दवाइयों का वितरण संस्था के सह सचिव विकास डावानी की तरफ से किया गया । इस शिविर समाप्ति पर संस्था के कोषाध्यक्ष अविनाश हिरानी द्वारा डॉ जमाल यूसुफ को स्मृति चिन्ह भेट किया।  इस अवसर पर डॉ जमाल यूसुफ ने बताया कि दिल से जुड़ी बीमारियों को समय रहते पहचानना जरूरी है टेस्ट के ज़रिए ब्लॉकेज, उच्च रक्तचाप, हृदय गति की अनियमितता, और कोलेस्ट्रॉल की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। कई बार दिल की गंभीर समस्याएं जैसे कि हार्ट अटैक या स्ट्रोक बिना किसी चेतावनी के होती हैं। यदि समय रहते जांच हो जाए तो ऐसी आपात स्थितियों को टाला जा सकता है।

निःशुल्क कैंप में संस्था के पूर्व अध्यक्ष  श्री राजेश मखीजा निवर्तमान अध्यक्ष श्री अमृत माखिजानी  संयुक्त अध्यक्ष धनराज दर्रा और संस्था के वरिष्ठ सदस्य श्री खेमचंद साधवानी और अशोक जेतवानी जी, प्रहलाद रोहिरा, अविनाश हिरानी,  विजय भावनानी, मुकेश वासवानी, कमल विजय, मनोज राजपाल, मनीष कुंदवानी, मोनू कुकरेजा, हर्ष मोरियानी, कैलाश साहिबानी,नरेन्द्र छबलानी,हर्ष बहिरानी ओमप्रकाश छाबड़ा, जयकिशन तोतलानी, रामू जयसिंघानी,ने भी सहयोग किया ।

पूर्व विधायक पिरोनिया ने छात्र छात्राओं को बांटी साइकिलें

         समारोह में शामिल हुए पूर्व विधायक पिरोनिया

 ग्वालियर । म प्र बास विकास निगम के पूर्व चेयरमैन एवं भांडेर के पूर्व विधायक श्री घनश्याम पिरौनिया ने आज प्रदेश सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए साइकल वितरण समारोह में छात्र छात्राओं को निशुल्क साइकिल का वितरण किया । इस अवसर पर भाजपा उन्नाव मंडल अध्यक्ष श्री दिनेश शर्मा विषेश रूप से उपस्थित थे । प्रारंभ में अतिथियों द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया गया। 

साईकिल वितरण समारोह को  संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व विधायक श्री घनश्याम पिरौनिया ने कहा कि डॉ मोहन यादव की सरकार विद्यार्थियों  के सर्वांगीण विकास और कल्याण की कार्य कर रही है । होनहार ओर प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण ,स्कूटी वितरण, स्कालरशिप एवं छोटे बच्चों को स्कूल तक सुगमता से पहुंचने हेतू साइकिलों का वितरण सहित ड्रेस,किताबें और उज्जवल भविष्य के निर्माण हेतु विदेशों में भी शिक्षा हासिल करने केलिए  छात्र-छात्राओं को विदेशों में भेजने का काम मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है । 

इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार और डॉ मोहन यादव की सरकार सभी के विकास को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के कल्याण का लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी सरकार का ध्येय है। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य  अभिभावक गण और छात्र छात्राएं उपस्थित थे ।

सत्य की जीत के भरोसे हैं कांग्रेसी

 

भारत में पिछले एक दशक से भाजपा  से लोहा ले रही कांग्रेस और कांग्रेस के छोटे बडे नेताओं को अब भी यकीन है कि आखिर में जीत सत्य की होगी, सत्ता की नहीं. सत्य की जीत के प्रति आश्वस्त नेता खुद और अपने नजदीकी रिश्तेदारों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से  परेशान जरूर हैं लेकिन टूटे नही.

 सबसे पहले लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी और उनके परिवार की बात करते हैं. एक अनुमान के मुताबिक गांधी परिवार के खिलाफ बीते एक दशक में 36 मुकदमें लादे गए, इनमें से अकेले राहुल गांधी के खिलाफ ही 20 मुकदमे है.इनमें से अधिकांश मामले मानहानि  से संबंधित हैं, विशेष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  और "मोदी सरनेम" विवाद से जुड़े हुए हैं। 

कुछ उल्लेखनीय मामले मुझे याद है. इनमें सबसे रोचक मोदी सरनेम मानहानि मामला (2019) है.राहुल गांधी के खिलाफ सूरत, गुजरात में "सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?" बयान के लिए मानहानि का केस दर्ज किया गया था। इस मामले में उन्हें 2023 में दो साल की सजा सुनाई गई, जिसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी, हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी।

राहुल गांधी के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कथित टिप्पणियों के लिए कई आपराधिक मानहानि के मामले दर्ज हैं। उदाहरण के लिए, 2015 में असम के बारपेटा मंदिर में प्रवेश रोकने के आरोप में संघ कार्यकर्ता अंजन बोरा ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके अलावा, 2023 में हरियाणा के अंबाला में "21वीं सदी के कौरव" वाली टिप्पणी पर उत्तराखंड के हरिद्वार में मानहानि का केस दर्ज हुआ।2024)संसद परिसर में भाजपा सांसदों के साथ कथित धक्का-मुक्की के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस में मुकदमा दर्ज किया गया था.इसमें हत्या के प्रयास (धारा 109) और गंभीर चोट पहुंचाने (धारा 117) जैसी धाराएं शामिल थीं, हालांकि हत्या के प्रयास की धारा पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई।

आपको याद होगा कि 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए लखनऊ की एक अदालत ने राहुल गांधी को 2025 में समन जारी किया गया. हाल ही में कोलकाता में राहुल गांधी के खिलाफ नेताजी की मृत्यु की तारीख का उल्लेख करने पर प्रकरण दर्ज किया गया. नेशनल हेराल्ड धोखाधडी का मामला तो आपको याद होगा ही.

राहुल गांधी के खिलाफ कुल 26 मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से कुछ में उन्होंने कोर्ट में माफी मांगी है, कुछ में वे जमानत पर हैं. उनकी माँ श्रीमती सोनिया गांधी और बहनोई राबर्ट वाड्रा भी बचे नहीं. वे भी भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में जांच एजेंसियों और अदालतों के चक्कर काट रहे हैं.


रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी अर्थात प्रवर्तन निदेशालय ने  गुरुग्राम की एक जमीन के खरीद-फरोख्त के मनी लॉन्ड्रिग केस में उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है। ईडी के इस एक्शन के बाद अब लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। राहुल ने कहा कि उनके बहनोई को पिछले दस साल से सरकार परेशान कर रही है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के अपने हैंडल से एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा,”मेरे बहनोई को पिछले दस सालों से इस सरकार ने परेशान किया है। यह ताज़ा चार्जशीट उसी षडयंत्र का एक और हिस्सा है.अपने एक्स पोस्ट के जरिए राहुल गांधी ने बहन प्रियंका के पूरे परिवार को समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा, “मैं रॉबर्ट, प्रियंका और उनके बच्चों के साथ हूं क्योंकि उन्हें दुर्भावनापूर्ण, राजनीतिक रूप से प्रेरित बदनामी और उत्पीड़न का एक और हमला झेलना पड़ रहा है। मुझे पता है कि वे सभी किसी भी तरह के उत्पीड़न का सामना करने के लिए पर्याप्त बहादुर हैं और वे इसे गरिमा के साथ करते रहेंगे। अंततः सत्य की जीत होगी।”

उधर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रह चुके भूपेश बघेल ईडी के निशाने पर हैं.

बीते रोज ही पूर्व सीएम के भिलाई आवास पर ईडी का छापा मारा था.खुद भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इस रेड की जानकारी दी थी।भूपेश बघेल ने X पर पोस्ट कर लिखा था, ‘ईडी’ आ गई। ईडी का छापा तब पडा जब  विधानसभा सत्र के अंतिम दिन  कांग्रेस अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा  उठाने वाली थी. ईडी के रडार पर भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य है. वे शराब घोटाले में लिप्त बताए जाते हैं. ईडी ने जब छापा मारा तब चैतन्य अपने जन्मदिन की तैयारी कर रहे थे.भूपेश बघेल ने एक्स पर लिखा, "जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह जी देते हैं वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता। मेरे जन्मदिन पर दोनों परम आदरणीय नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी। और अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की टीम छापामारी कर रही है। इन तोहफों का धन्यवाद। ताउम्र याद रहेगा।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला कथित तौर पर फरवरी 2019 में शुरू हुआ था। इस समय डिस्टिलरी से हर महीने 800 पेटी शराब लेकर 200 ट्रक भेजे जाते थे। बताया गया है कि शुरू के समय में प्रत्येक पेटी 2,840 रुपये में बेची जाती थी।

बाद में जैसे-जैसे इस ऑपरेशन का विस्तार हुआ, महीने में इसकी मात्रा को दोगुना कर दिया गया और 400 ट्रक भेजे जाने लगे। इसके साथ ही पेटी की कीमत भी बढ़कर 3,880 रुपये हो गई।जांच में सामने आया कि केवल तीन साल के भीतर ही कथित तौर पर 60 लाख से अधिक पेटी शराब अवैध रूप से बेची गई, जिससे लगभग 2,174.60 करोड़ रुपये का अवैध राजस्व अर्जित हुआ।

कांग्रेसियों के खिलाफ ईडी, सीबीआई द्वारा दर्ज मुकदमों की फेहरिश्त लंबी है. सभी को यकीन है कि सच की जीत होगी और आज नहीं तो कल अच्छे दिन जरूर आएंगे.

@राकेश अचल

19 जुलाई 2025,शनिवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 05:36 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 19:18 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* : वर्षा ऋतु  

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *श्रावण* माह कृष्ण पक्ष *नवमी तिथि* 14:41 बजे  तक फिर दशमी तिथि।

💫 *नक्षत्र आज भरणी*  नक्षत्र *24:36* बजे रात तक  फिर कृतिका नक्षत्र 

    *योग* :- आज  *शूल* है।

*करण*  :-आज  *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक ,भद्रा, ।गंडमूल नहीं  है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज                                                पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  09:02 बजे से 10:45

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:59 बजे से 12:55 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* :- 

*मुहूर्त* :-  कोई  नहीं है। 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कर्क, चन्द्र-मेष, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-वृष, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 05:37 - 07:19 अशुभ

शुभ 07:19 - 09:02 शुभ

रोग 09:02 - 10:45 अशुभ

उद्वेग 10:45 - 12:27 अशुभ

चर 12:27 - 14:10 शुभ

लाभ 14:10 - 15:53 शुभ

अमृत 15:53 - 17:35 शुभ

काल 17:35 - 19:18 अशुभ

*🌖चोघडिया, रात*

लाभ 19:18 - 20:35 शुभ

उद्वेग 20:35 - 21:53 अशुभ

शुभ 21:53 - 23:10 शुभ

अमृत 23:10 - 24:28*शुभ

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ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन मो 9425187186,6261330109

शुक्रवार, 18 जुलाई 2025

रागायन की मासिक संगीत सभा 20 जुलाई को

 रविकांत दुबे जिला प्रमुख 

ग्वालियर। शहर की प्रतिष्ठित सांगीतिक संस्था रागायन की मासिक संगीत सभा 20 जुलाई रविवार को सिद्ध पीठ श्री गंगादास जी की बड़ी शाला में शाम 6 बजे से आयोजित की जा रही है। इस बार की सभा सुगम और उपशास्त्रीय संगीत पर केंद्रित होगी। इसमें रसिक सावन के गीत, कजरी झूला आदि शैलियों का रसास्वादन करेंगे। 

सभा की अध्यक्षता रागायन के अध्यक्ष एवं सिद्धपीठ श्री गंगादास जी की बड़ी शाला के पीठाधीश्वर महंत श्री रामसेवकदास जी महाराज करेंगे।

रागायन की विज्ञप्ति में बताया गया है कि सभा में कु. सौम्या  शर्मा, वर्षा मित्रा,मनीष शर्मा, सुजल जैन, डॉ मुकेश शर्मा, , टिकेंद्रनाथ चतुर्वेदी, एवं डॉ वीणा जोशी सांगीतिक प्रस्तुतियां देंगे। इनकेबसाथ तबले पर भोलेराम महावत, डॉ विनय विंदे, पांडुरंग तैलंग, डॉ विकास विपट, एवं हारमोनियम पर अक्षत मिश्रा सहयोग करेंगे। सभा में सभी रसिक सादर आमंत्रित हैं।

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