मंगलवार, 11 मार्च 2025

' ना-रंगी ' जमात की ' औरंगी ' सियासत

सियासत   का कोई एक रंग होता  तो उसे आसानी से पहचाना जा सकता था,लेकिन मुल्क  की सियासत तो बहुरंगी है। इन तमाम रंगों के बीच  एक रंग ऐसा है जो नारंगी होकर भी ना-रंगी है। इस ना-रंगी सियासत  की जमात अलग है। फर्जी की तरह टेढ़ी-टेढ़ी चलती है ,जैसे प्यादे से फर्जी होकर फर्जी चलता है। मेरा ख्याल है कि अब आप समझ गए होंगे कि मैं किस सियासत की और किस जमात की बात कर रहा हूँ ?

दरअसल मुल्क में ना-रंगी सयासत ने नैतिकता की तमाम हदों को पार कर लिया है और अब नारंगी सियासत मुल्क में औरंगी सियासत पर उतर आयी है। औरंगी यानी औरंगजेबी  सियासत।  अब नारंगी सियासत  चाहती है कि इस मुल्क के इतिहास से न सिर्फ औरंगजेब को बल्कि इस मुल्क की धरती पर बनी औरनग्जेब की कब्र को भी तखलिया   कह दिया जाये,ताकि ' न रहे बांस और न बजे बांसुरी।'  नारंगी सियासत को लगता है कि जब तक इस मुल्क की जमीन पर औरंगजेब का नाम लेने वाली किताबें और लोग रहेंगे तब तक इस देश में नारंगियों की सियासत कामयाब नहीं हो सकती। 

नारंगी सियासत देश की अर्थव्यव्स्थाकी दयनीय हालत,किसानों के आंदोलन ,कुपोषण,गरीबी से परेशान नहीं है।  उसे परेशानी नहीं है दुनिया के आधुनिक औरंगजेबों से जो मुल्क कि अस्मिता और समरभूता कि धज्जियां उदा रहे हैं। उसे परेशान किये हुए है चैन से दो गज जमीन के नीचे 300  साल से सोया हुआ औरंगजेब। वो औरंगजेब  जो इसी मुल्क की सरजमीं पर पैदा हुआ और इसी मुल्क की सरजमीं में सुपुर्दे ख़ाक कर दिया गया। तीन सौ साल पहले चूंकि इस मुल्क में कोई नारंगी सियासत करने वाला नहीं था इसलिए औरंगजेब को दो गज जमीन भी मिल गयी वरना यदि औरंगजेब आज मरता तो उसे दफन होने के लिए बहादुर शाह जफर की तरह रंगून या एमएफ हुसैन की तरह कुवैत ले जाना पड़ता। क्योंकि नारंगी सियासत में औरंगी सियासत के लिए कोई जमीं नहीं है । 

ताजा खबर ये है कि ना-रंगी बिर्गेड मुगल सम्राट रहे औरंगजेब की कब्र तक खोद कर फेंक देना चाहती है। नारंगी ब्रिगेड की मांग पर महाराष्ट्र की महान सरकार कानूनी रास्ते भी खोजने में लग गयी है। औरंगजेब की कब्र पुराने औरंगाबाद में है, जिसे नारंगी ब्रिगेड ने बदलकर छत्रपति संभाजी नगर कर दिया है। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी इस मामले पर बयान दिया है। फडणवीस ने कहा है कि सभी का मानना ​है कि छत्रपति संभाजीनगर में स्थित औरंगजेब की मजार को हटाया जाना चाहिए, लेकिन यह काम कानून के दायरे में किया जाना चाहिए।महाराष्ट्र की सतारा सीट से भाजपा के सांसद और मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले ने छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब के मजार को हटाने की मांग की थी।उदयनराजे से पहले उनके तमाम पुरखों के दिमाग में ये हल्का ख्याल कभी नहीं आया। वे ' ' बीती  ताहि बिसार दे ' के सिद्धांत पर अमल करते रहे। 

इस शानदार मुल्क में नारंगी ब्रिगेड लम्बे इन्तजार के बाद सत्ता में आयी है। उसके दोनों और बैशाखियाँ लगीं हैं, लंगड़ाकर चलती है लेकिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आना चाहती नारंगी ब्रिगेड। मुल्क के अमनो-अमान से उसे शायद चिढ है। नारंगी ब्रिगेड का ख्वाब तो इस मुल्क से 20  करोड़ मुसलमानों को देश निकला देने का है लेकिन वो ऐसा दस साल में नहीं कर पायी ,इसीलिए शायद अब औरंगजेब की कब्र हटाकर वो अपने ख्वाब में सांकेतिक रंग भरना चाहती है। यानि आप समझ सकते हैं कि घृणा मरकर भी नहीं मरती ।  तीन सौ साल बाद भी नहीं मरती घृणा अमर है अजर है। इसी घृणा के सहारे आजकल मुल्क की नारंगी सियासत चल रही है। भगवान श्रीराम भी इस घृणा को समूल  समाप्त नहीं कर सकते। 

आने वाले दिन बेहद चुनौती भरे हैं। कुछ लोग हैं जो औरंगी राजनीती   के बहाने खून की होली खेलना चाहते हैं। खेल शुरू भी हो गया है।  कोई संभल में एक मसजिद का चेहरा पोतना चाहता   है तो कोई चैम्पियन ट्राफी जीतने के बहाने बजरंगबली के नारे लगाकर अपना मकसद पूरा करना चाहता है ,हालाँकि किसी ने बजरंगबली से इसके बारे में कोई इजाजत नहीं ली है। नारंगी ब्रिगेड की औरंगी  सियासत आजाद भारत की सबसे कड़वी ,काली और बदसूरत सियासत है। अब ये मुल्क की अवाम को तय करना है कि वो इसी तरह की सियासत को पसंद करती है या नहीं ? इस तरह की सियासत के चलते खामोश रहना भी एक तरह का गुनाह है। आप इसके खिलाफ लिखकर, बोलकर ,सड़कों पर निकलकर बिरोध कीजिये।  और कुछ नहीं तो अपने मताधिकार के जरिये बोलिये। यदि आप सबने अपनी चुप्पी न तोड़ी तो तय मानिये कि ये नारंगियों की औरंगी  सियासत इस मुल्क को पूरी दुनिया में मुंह दिखने लायक नहीं छोड़ेगी। 

बहरहाल औरंगजेब  की कब्र समभाजी नगर में रहे या उखाड़  फेंकी जाये इससे न औरंगजेब की रूह को कोई फर्क पढ़ना है और न औरंगजेब के वारिसों को ,वे तो कहीं पंचर जोड़ रहे होंगे या बढ़ईगिरी कर रहे होंगे। फर्क पडेगा इस मुल्क के आइन को ,उस आइन को जिसकी कसमें  खाते हमारे भाग्यविधाता नहीं थकते। आइन  यानि संविधान। यदि संविधान के रहते ये मुल्क एक तीन सौ साल पुरानी किसी मुगल की कब्र नहीं बचा सकता तो आम आदमी के हको-हुकूक को क्या ख़ाक बचाएगा ? फिर इस संविधान की जरूरत क्या है ? मुझे इस बात में कोई संदेह यानि शक-सुब्हा नहीं है कि नारंगी ब्रिगेड औरंगजेब की कब्र को बख्श देगी। नारंगी ब्रिगेड इससे पहले बाबर के नाम से  तामीर एक मुर्दा इमारत को जमीदोज  कर चुकी है ,वो भी बिना किसी जेसीबी मशीन या बुलडोजर के। तो आप किसी दिन देखेंगे कि औरंगजेब की कब्र भी ठीक उसी तरह खोद फेंकी जाएगी हालांकि उस क्रूर बाशाह की कब्र किसी विवादास्पद जगह पर नहीं बनी है। ऊपर वाला नीचे हो रहे इस नाटक को रोक सके तो रोक ले अन्यथा नीचे रहने वाले भगवान तो खुद नारंगी और औरंगी सियासत के लंबरदार है। जय श्रीराम। 

@ राकेश अचल

CM यादव ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की 7

धर्म गुरुओ का सम्मान किया 

ग्वालियर 10 मार्च ।  पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया जी की 80वी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को सिंधिया परिवार के छत्री परिसर में पहुँचे और स्व. माधराव सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव भजन संध्या में भी शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित धर्मगुरुओं एवं संतजन का सम्मान भी किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री वी डी शर्मा ने भी स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

भजन संध्या में जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट,  सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद शर्मा, विधायक श्री मोहन सिंह राठौर, पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री अनूप मिश्रा, श्री रामनिवास रावत, श्रीमती माया सिंह, श्री ध्यानेन्द्र सिंह, श्री प्रभुराम चौधरी, श्रीमती इमरती देवी व भाजपा जिला अध्यक्ष शहर श्री जय प्रकाश राजौरिया व ग्रामीण श्री प्रेम सिंह राजपूत, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में ग्वालियर-चंबल संभाग के नागरिकगण भजन संध्या में शामिल हुए।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. श्री सिंधिया जी की 80वीं जयंती के अवसर पर आयोजित हुई भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री चित्रा राय एवं श्री राजेन्द्र पारिक व उनके साथियों ने सुमधुर एवं भावपूर्ण भजनों का गायन किया।


11 मार्च 2025, मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:36 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:25 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष *द्वादशी तिथि*  08:13 बजे  तक फिर त्रयोदशी चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज आश्लेषा नक्षत्र* 26:14 बजे तक पश्चात मघा नक्षत्र।

    *योग* :- आज *अतिगंड*  है। 

 *करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा नहीं गंडमूल  है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज  उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 15:29 से 16:57 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:11 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा* : भौम प्रदोष व्रत,मेला खाटू श्याम जी पूर्ण

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कुंभ, चन्द्र-कर्क, मंगल-मिथुन, बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

रोग 06:37 - 08:05 अशुभ

उद्वेग 08:05 - 09:34 अशुभ

चर 09:34 - 11:03 शुभ

लाभ 11:03 - 12:31 शुभ

अमृत 12:31 - 13:59 शुभ

काल 13:59 - 15:29 अशुभ

शुभ 15:29 - 16:57 शुभ

रोग 16:57 - 18:26 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

काल 18:26 - 19:57 अशुभ

लाभ 19:57 - 21:28 शुभ

उद्वेग 21:28 - 22:59 अशुभ

शुभ 22:59 - 24:31*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

सोमवार, 10 मार्च 2025

असली चैम्पियंस का सुयश यानि जय हो

 

एक लम्बे अरसे से न क्रिकेट का खेल देखा और न क्रिकेट पर कुछ लिखा ही ,गन्दी राजनीति से ही फुरसत नहीं मिल रही थी ,लेकिन रविवार की रात आम हिन्दुस्तानियों की तरह मेरे लिए भी क्रिकेट की रात थी। मुझे ख़ुशी है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने चैम्पियंस ट्राफी जीतकर भारत का सयुश एक बार फिर बढ़ाया। ये जीत भारतीयता की जीत है। क्योंकि इस टीम  में केंद्रीय मंत्रिमंडल की तरह खिलाडियों का चयन नहीं किया गया था। 

भारतीय क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराते हुए अपनी तीसरी ट्रॉफी जीती तो पोरे देश ने चार दिन पहले ही होली  मना ली ।हमारे यहां खेल भी तयौहार हैं और त्यौहार ही खेल।  इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलेंड टीम ,भारतीय टीम को 252 रन का लक्ष्य  दिया था।भारतीय टीम [ जिसे हम  टीम इंडिया कहते हैं ] ने 49 ओवर में 6 विकेट खोकर चेज कर लिया। इस जीत के साथ जहां भारतीय टीम सबसे ज्यादा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बन गई, वहीं टीम के कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने भी एक रिकॉर्ड तोड़ दिया।मुझे क्रिकेट का ककहरा भी नहीं आता ,लेकिन एक जमाना था जब मैं क्रिकेट के मैदान में भी होता था और अपने अखबार जनसत्ता के लिए अनेक अंतर्राष्ट्रीय मैचों पर लिखता भी था। 

बहरहाल आज मै रविवार के मैच का विश्लेषण नहीं कर रहा । इसके बारे में तो विशेषज्ञ अपना काम कर चुके है। मै तो ये रेखांकित करने  की कोशिश कर रहा हूँ कि  जिस तरह से भारतीय टीम में हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई सब हैं उसकी वजह से हमें यानि भारतीय टीम को ये सयुश हासिल हुआ। हमारी भारतीय टीम में फिलहाल हमारी सरकार हिन्दू-मुसलमान चाहकर भी नहीं कर पायी। हमारी टीम में हिंदू ज्यादा हैं लेकिन एक मुसलमान भी है। हमारी टीम केंद्रीय मंत्रिमंडल की तरह केवल हिन्दुओं की टीम नहीं है ,जिसमें एक भी मुसलमान नहीं है। 

आप कहेंगे कि  खेल में कहाँ हिन्दू-मुसलमान ले आये  ? तो जान लीजिये की खेल में ही नहीं भारतीय समाज के हर हलके में हिन्दू-मुसलमान शुरू से रहे हैं और आगे भी रहेंगे। हालाँकि आज की सरकार ये नहीं चाहती। आज की सत्ता जिन दलों के हाथों में है वे मुसलमानों को हिन्दुओं से अलग कर देने पर आमादा है।  उन्हें होली  से दूर करना चाहते हैं,दीवाली से दूर करना चाहते हैं। एक हद तक इस अभियान में सत्ता प्रतिष्ठान को इस दिशा में कामयाबी भी मिली है किन्तु ये कामयाबी भारतीय क्रिकेट टीम की कामयाबी जैसी सतरंगी नहीं है।चैम्पिनस ट्राफी जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान  रोहित शर्मा हैं तो , शुभमन गिल उप-कप्तान हैं  विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, यशस्वी जायसवाल, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, वॉशिंगटन सुंदर भी। ये एक खूबसूरत टीम है। आदर्श टीम है और ये संकेत देती है कि  हर दिशा में हमारी टीम ऐसी ही होना चाहिए। किसी धर्म या जाति के लिए जैसे क्रिकेट प्रतिबंधित नहीं है वैसे ही राजनीति भी प्रतिबंधित नहीं होना चाहिए। अर्थात चाहे केंद्र की सरकार हो या राज्यों की सरकारें यदि उनमें कोई मोहम्मद शमी नहीं होगा तो टीम को पूरा नहीं कहा जा सकता। दुर्भाग्य से राजीनीति  की टीम में मोहम्मद शमी को जान-बूझकर दूर रखा जा रहा है। 

पिछले दिनों देश में जिस तरह से गड़े  मुर्दे उखाड़कर राजनीति की जा रही है उसे भारतीय क्रिकेट टीम की टीम भावना से कुछ सीखना चाहिए ।  औरंगजेब और तुगलक के नाम और उनकी बिरादरी से घिन करने वाले नेताओं को देखना चाहिए कि  जैसे हम सब स्वतंत्रता आंदोलन में साथ-साथ थे ,जैसे हम खेल के मैदान में साथ-साथ हैं वैसे ही हम राजनीति के मैदान में साथ-साथ रहेंगे तो हमारा सुयश बढ़ेगा,घटेगा नहीं भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तानों की फेहरिश्त पर  यदि नजर डालें तो आप पाएंगे की अब तक हुए 33  कप्तानों में से भारतीय टीम की कप्तानी इफितखार अली खान पटौदी ,गुलाम अहमद ,मंसूर अली खान पटौदी और मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों में भी सौंपी गयी ।  आज ये विश्वास किसी मुसलमान खिलाड़ी पर हमारे चयनकर्ता यदि करते हैं तो उसे ही असली खेल भावना माना जाता है।राजनेताओं को  भी इसी तरह से राजनीति में टीमें बनाना चाहिए। उन्हें मान लेना चाहिए कि  मुसलमान अस्पृश्य [अछूत ] नहीं हैं। उनका साथ रखना भी उतना ही जरूरी है जितना की आटे में नमक। 

मुझे पता है कि  इस आलेख पर भी मेरे अनेक परिचित-अपरिचित पाठक नाराज होंगे ,लेकिन मै तो जो सोचता हूं  आपसे  छिपाता नहीं ,क्योंकि मेरा कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है ।  मै किसी दल विशेष के लिए नहीं लिखता। मै आम भारतीय लेखक हूँ। एक नामालूम  लेखक । नक्क्कार खाने में तूती की आवाज जैसा लेखक। मुझे जितना पढ़ा या सुना जा रहा है मेरे लिए वही बहुत है ।  एक बार फिर सभी देशवासियों को खेल में मिले सुयश की बधाई  और खिलाडियों को शुभकामनाएं। 

@ राकेश अचल

10 मार्च 2025, सोमवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:37 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:25 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष *एकादशी तिथि*  07:44 बजे  तक फिर द्वादशी चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज पुष्य नक्षत्र* 24:50 बजे तक पश्चात आश्लेषा नक्षत्र।

    *योग* :- आज *शोभन*  है। 

 *करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल  है भद्रा 07:44 बजे तक है ।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज  पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 08:06 से 09:35 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:11 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा* : आमला एकादशी,फूलडोल महोत्सव 

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कुंभ, चन्द्र-कर्क, मंगल-मिथुन, बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 06:38 - 08:06 शुभ

काल 08:06 - 09:35 अशुभ

शुभ 09:35 - 11:03 शुभ

रोग 11:03 - 12:32 अशुभ

उद्वेग 12:32 - 13:59 अशुभ

चर 13:59 - 15:28 शुभ

लाभ 15:28 - 16:57 शुभ

अमृत 16:57 - 18:25 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

चर 18:25 - 19:57 शुभ

रोग 19:57 - 21:28 अशुभ

काल 21:28 - 22:59 अशुभ

लाभ 22:59 - 24:31*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

रविवार, 9 मार्च 2025

सभी थानों में आज से माइक्रो बीट लागू

 

ग्वालियर  9 मार्च। पुलिस महानिदेशक  पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार ग्वालियर जिले में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे) के मार्गदर्शन में जिले के सभी थानों में आज 9 मार्च  से माइक्रो बीट प्रणाली को लागू किया गया है। बीट प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आज पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन श्री अरविन्द कुमार सक्सेना(भापुसे) द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज श्री अमित सांघी एवं पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे) की उपस्थिति में जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी एवं बीट प्रभारी की बैठक ली जाकर उपस्थित पुलिस अधिकारियों को बीट प्रणाली को प्रभावी रूप से संचालित किए जाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में अति. पुलिस अधीक्षक(मध्य) श्रीमती सुमन गुर्जर, अति. पुलिस अधीक्षक(पश्चिम) श्री गजेन्द्र वर्धमान, अति. पुलिस अधीक्षक(देहात) श्री निरंजन शर्मा तथा समस्त सीएसपी/एसडीओपी, जिले के थाना प्रभारी एवं बीट प्रभारीगण उपस्थित रहें।

 उन्होने बताया कि ग्वालियर जिले के समस्त थानों में कुल 1073 माइक्रो बीट बनाई गई हैं। जिसमें माइक्रो बीट क्षेत्र के प्रभारी आरक्षक को एक क्षेत्र विशेष की जवाबदारी सौंपी जाकर उस क्षेत्र विशेष से संबंधित गुण्डा, निगरानी बदमाश, सजायाब आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों, बैंक, एटीएम, होटल, लॉज, ढाबा, पेट्रोल पंप, सीसीटीव्ही कैमरों, अस्पताल, नगर एवं ग्राम रक्षा समिति, धार्मिक स्थलों, धार्मिक उत्सवों, महत्वपूर्ण संस्थानों, वरिष्ठ नागरिकों, मैरिज हाल, साम्प्रदायिक या अन्य दृष्टि से संवेदनशील स्थानों, एवं लोक शान्ति प्रभावित करने वाले मुद्दों, राजनैतिक व्यक्तियों, प्रतिष्ठित एवं सम्भ्रान्त व्यक्तियों, सेवा निवृत्त एवं सेवारत शासकीय कर्मचारियों आदि की सम्पूर्ण जानकारियाँ बीट प्रभारी एवं माइक्रो बीट प्रभारी के द्वारा संधारित की जाएगी।


औरंगजेब के बाद अब तुगलक की बारी

 

'कहते हैं कि जब-' सूप  तो सूप, छलनी भी बोल उठे ' तो समझिये कि संकेत अच्छे नहीं हैं। सत्तारूढ़ दल में मुस्लिम शासकों के खिलाफ छाया युद्ध में अब औरंगजेब के बाद मोहम्मद बिन तुगलक  की एन्ट्री हो गयी है।भाजपा सांसद   दिनेश शर्मा ने अपने तुगलक लेन आवास की नेमप्लेट बदलकर स्वामी विवेकानंद मार्ग कर ली है। उनके इस कदम पर राजनीति शुरू हो गई है। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ऐसे नामों को बदलने का दिल्ली में भी सही समय आ गया है। 

मोहम्मद बिन तुगलक के बारे   में जानने से पहले दिनेश शर्मा के बारे में जान लीजिये ।  पंडित जी उसी लखनऊ के हैं और उत्तर प्रदेश से ही  राजयसभा के लिए  चुने गए हैं। लखनऊ  से कभी भाजपा के संस्थापक अटल बिहारी बाजपेयी सांसद हुआ करते थे ।  पंडित जी राजनीति में आने से पहले प्रोफेसर थे,फिर महापौर बने ,विधायक बने, उप्र के उप मुख्यमंत्री बने और अब सांसद हैं। एक जमाने में पंडित अटल बिहारी वाजपेयी ने दिनेश शर्मा को महापौर बनाने के लिए जनता से वोट मांगे थे। यही दिनेश  शर्मा जी अब उस रास्ते पर निकल पड़े हैं जिस पर अटल जी कभी नहीं चले। 

आइये अब मोहम्मद बिन तुगलक के बारे में जान लेते हैं। तुगलक क्रूर औरंगजेब से भी पुराना मुगल शासक था ।  गयासुद्दीन   तुगलक के इस पढ़े लिखे  बेटे ने 1325  से 1351  तक दिल्ली के तख्त   पर राज किया और अपने जमाने में क्रूरता की ,सनक की अनेक इबारतें लिखीं। तुगलक को पढ़ने बैठिये तो आपको एक उपन्यास जैसा मजा आ जायेगा। 20  मार्च 1351  में कालकवलित हुए तुगलक के नाम पर दिल्ली में युगों से एक सड़क है। अब इसी सड़क के विरोध के बहाने तुगलक 674  साल बाद एक बार फिर जेरे बहस है। तुगलक के सनकी फैसलों की वजह से एक मुहावरा ही बन गया ,जिसे ' तुगलकी फरमान ' कहा जाता है। तुगलक के बारे में यदि आपको ज्यादा जानना है तो इतिहास की कोई किताब खरीद लीजिये। 

मै वापस आता हूँ भाजपा की बिना   मुद्दों की राजनीति की और।  भाजपा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास   मोदी जी से लेकर दिनेश शर्मा तक बिना मुद्दों की राजनीति करते है। वो इसलिए करते हैं क्योंकि  मुद्दों पर राजनीति   करना आसान नहीं होता है ,लेकिन बिना मुद्दों के सुर्खियां बटोरना और असल मुद्दों को इन सुर्ख़ियों के नीचे दफन कर देना होता आसान होता है। भाजपा नेता आसान काम पहले करते हैं। भाजपा मुस्लिम शासकों को न मरने देती है और न जनता को चैन से बैठने देती है। बेचारा औरंगजेब कब्र से बाहर निकालकर पीटा जा रहा है। अभी वो अध्याय समाप्त भी नहीं हुआ था कि पंडित  दिनेश शर्मा जी तुगलक को कब्र से बाहर निकाल लाये। मतलब भाजपा मुर्दों को भी चैन से सोने नहीं दे रही। कल पता नहीं कौन सा मुर्दा कब्र से बाहर निकाल लाये भाजपा। 

मुसलमान शासकों को हौवा बनाकर सियासत  करने वाली भाजपा को मेरा एक ही मश्विरा है की उसे रोज-रोज का मुस्लिम विरोध करने की बजाय एक बार में किस्सा समाप्त कर देना चाहिए ।  देश में मुस्लिम शासकों की नाम से जितने गांव,शहर ,गली-मुहल्ले हैं उन सबके नाम एक झटके में एक विधान बनाकर बदल देना चाहिए /कम से कम जहाँ डबल इंजिन की सरकारें हैं ,वहां तो ये काम आसानी से हो सकता है। दूसरें भारत में जितने भी कब्रस्तान हैं उनके ऊपर बुलडोजर चलकर वहां बागीचे बना देना चाहिए , न रहेगा बांस और न बजेगी बांसुरी। किन्तु मुश्किल ये है कि भाजपा ये भी नहीं कर सकती। क्योंकि यदि ऐसा कर दिया गया तो विरोधी भाजपा नेताओं की तुलना ही औरंगजेब और तुगलक से किये बिना नहीं मानेगे। 

इतिहास   गवाह है कि जिस किसी भू-भाग में इतिहास पर धूल डालने की कोशिश की गयी है  वहां का न वर्तमान समृद्ध हो पाया है और न भविष्य उज्ज्वल हुआ है।  इतिहास ही ज्ञान का असल स्रोत माना जाता है।  इतिहास ही यदि नींव  में नहीं है   है तो कैसा वर्तमान और कैसा भविष्य ? मुझे मध्यकाल के किसी भी मुगल शासक से कोई सहानुभूति नहीं है लेकिन मै उनके होने को भी ख़ारिज नहीं kart। मै उनसे घृणा भी नहीं करता ।  मै नहीं कह सकता कि इस मुल्क को बनाने में केवल आज की शासकों का योगदान है और अतीत  के किसी भी शासक का कोई योगदान नहीं है। यदि भाजपा की ये धारणा है तो उसे  सबसे पहले अंग्रेजों के ज़माने   की गुलामी के चिन्ह  समाप्त करने से पहले मुग़लों    के और मुगलों से पहले जो भी शासक रहे हैं उनके अवशेष या चिन्ह समाप्त करना चाहिए। विस्मिल्लाह दिल्ली में बनी क़ुतुब मीनार तोड़कर किया जा सकता है।  कहते हैं कि क़ुतुब मीनार किसी मुगल शासक कुतबुद्दीन ऐबक ने बनाई थी। उसके नाम से भी दिल्ली में बहुत कुछ है। 

पाठकों को और हिंदुस्तान की लोगों को ये तय करना है कि मुल्क में क्या रहे और क्या न रहे ?  ये तय करने वाले भाजपाई कौन होते हैं ?? उन्हें तो देश बनाने का मौक़ा जुम्मा-जुम्मा दस साल पहले मिला है और उसमें भी उन्होंने जो हिंदुस्तान बनाया है वो दरका हुआ,डरा  हुआ एक सशंकित हिंदुस्तान बना है। जिसमें सरकार शहरों ,स्टेशनों,सड़कों की नाम बदलने से ही फारिग नहीं हो पायी है।मुझे तो हैरानी होती है कि जो घ्रणित और घटिया काम पूर्व प्रधानमंत्री  अटल बिहारी वाजपेयी ने नहीं किया वो घटिया और घ्रणित काम अटल जी के शिष्य दिनेश शर्मा कर गुजरे। तुगलक लेन का नाम हालाँकि अभी बदला नहीं है लेकिन यदि बदल भी जाये तो तुगलक इतिहास से गायब नहीं हो सकते। तुगलक क्या कोई भी गायब नहीं हो सकता। इसलिए बेहतर है कि/ भाजपा और भाजपाई अपना मुस्लिम प्रेम [घृणा ] बंद करें और ये मुल्क जैसा बना था उसे वैसा ही बना रहने दें ।  हिंदुस्तान /भारत /इंडिया जैसा था खूबसूरत है। उसे विकृत मत कीजिये। जय श्रीराम 

@ राकेश अचल

9 मार्च 2025, रविवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:39 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:24 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष *दशमी तिथि*  07:45 बजे  तक फिर एकादशी चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज पुनर्वसु नक्षत्र* 23:54 बजे तक पश्चात पुष्य नक्षत्र।

    *योग* :- आज *सौभाग्य*  है। 

 *करण*  :-आज  *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल नहीं है भद्रा 19:41 बजे से  ।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज  पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 16:56 से 18:25 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:11 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा* : नंदगांव होली

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कुंभ, चन्द्र-मिथुन, मंगल-मिथुन, बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चौघड़िया, दिन*

उद्वेग 06:39 - 08:07 अशुभ

चर 08:07 - 09:35 शुभ

लाभ 09:35 - 11:04 शुभ

अमृत 11:04 - 12:32 शुभ

काल 12:32 - 14:00 अशुभ

शुभ 14:00 - 15:28 शुभ

रोग 15:28 - 16:56 अशुभ

उद्वेग 16:56 - 18:25 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

शुभ 18:25 - 19:56 शुभ

अमृत 19:56 - 21:28 शुभ

चर 21:28 - 22:59 शुभ

रोग 22:59 - 24:31*अशुभ

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जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

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शनिवार, 8 मार्च 2025

जतारा वन विभाग ने आधी रात्रि में जप्त किया मय ट्रॉली रेत भरा ट्रैक्टर

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

नवागत डीएफओ राजाराम परमार के सख्त प्रशासन से अलर्ट हुआ जतारा वन विभाग

टीकमगढ़:- विदित हो कि वन विभाग अंतर्गत खासतौर पर जतारा में वन अमला सुस्त होकर अपने घरों में सो रहा है लेकिन वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के आने के बाद हर एक दो दिन में कोई न कोई कार्यवाही वन परिक्षेत्र जतारा का वन अमला मजबूरी या कड़क प्रशासन के कारण करता ही रहता है, चाहे वो अतिक्रमण  बेदखली की कार्यवाही हो या फिर निरीह वन्य प्राणियों के शिकार की या फिर अवैध आरा मशीनों की या फिर अवैध वनोपज की कटाई या परिवहन की कार्यवाही हो।

हर समय वन परिक्षेत्र जतारा में ऐसी कार्यवाही देखने और सुनने को मिलती रहती है।

लेकिन जब से टीकमगढ़ के नवागत डीएफओ राजाराम परमार ने टीकमगढ़ की कमान संभाली है तब से पूरे वन मंडल टीकमगढ़ का वन अमला सकते में है, और कई कर्मचारी जो अपने घरों में सोते रहते थे आज वो रात भर जागकर वन भ्रमण कर रहे हैं।

इसी के तारतम्य में वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार ने वन संरक्षक छतरपुर और वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन और मार्गदर्शन में दिनांक 07/03/2025 की शाम को विशेष गस्ती दल के गठन उपरांत अवैध वनोपज की धड़-पकड़ के तहत वन परिक्षेत्र जतारा की बीट चंदेरा के कक्ष क्रमांक पी-242 के वन क्षेत्र में एक वाहन ट्रेक्टर क्रमांक MP36A4350 मय ट्रॉली में लोड रेत के साथ वन क्षेत्र से अवैध रेत उत्खनन और परिवहन में जप्त किया गया। और मौके से वाहन चालक सोनू यादव एवं वाहन मालिक राममिलन यादव निवासी जरूआ के विरुद्ध नामजद वन अपराध प्रकरण क्रमांक 243/22 दिनांक 07/03/2025 दर्ज करते हुए जप्त वाहन को सुरक्षित वन परिक्षेत्र कार्यालय परिसर जतारा में सुरक्षित खड़ा कराया गया।

उक्त कार्यवाही वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के कुशल नेतृत्व में की गई जिसमे वन परिक्षेत्र जतारा के वन अमले के रूप में ओमप्रकाश रैकवार कार्यवाहक उपवन क्षेत्रपाल, शुभम पटेल, विवेक वंशकार, प्रमोद अहिरवार, अशोक वर्मा, अजय सैनी, अमन प्रजापति समस्त वनरक्षक मौजूद रहे।।

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8 मार्च 2025, शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:39 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:24 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : बसंत ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष *नवमी तिथि*  08:16 बजे  तक फिर नवमी चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज आद्रा नक्षत्र* 23:38 बजे तक पश्चात पुनर्वसु नक्षत्र।

    *योग* :- आज *आयुष्मान*  है। 

 *करण*  :-आज  *कौलव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा,गंडमूल नहीं है ।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज  पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 09:36 से 11:04 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:11 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा* : भगवान संभव नाथ जी गर्भ 

*मुहूर्त* :भगवान अभिनंदन नाथ जी जन्म तप ,बरसाना होली विश्व महिला दिवस, 

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कुंभ, चन्द्र-वृष, मंगल-मिथुन, बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

*🌞चोघडिया, दिन*

काल 06:40 - 08:08 अशुभ

शुभ 08:08 - 09:36 शुभ

रोग 09:36 - 11:04 अशुभ

उद्वेग 11:04 - 12:32 अशुभ

चर 12:32 - 14:00 शुभ

लाभ 14:00 - 15:28 शुभ

अमृत 15:28 - 16:56 शुभ

काल 16:56 - 18:24 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

लाभ 18:24 - 19:56 शुभ

उद्वेग 19:56 - 21:28 अशुभ

शुभ 21:28 - 22:59 शुभ

अमृत 22:59 - 24:31*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

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