टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार
एक पेड़ मां के नाम 2.0 के तहत लगाए जा रहे 1.50 लाख पौधे
परा, आलपुर, पीरपानी, हरपुरा, महेबा, और कररई के जंगल में 204 हैक्टेयर वन भूमि पर किया जा रहा वृहद वृक्षारोपण कार्य
विदित हो कि कई वर्षों से पुराने अतिक्रमण से प्रभावित वन परिक्षेत्र जतारा की वन भूमि को अतिक्रमण बेदखली का अभियान चलाकर विगत दो वर्षों में 700 हैक्टेयर से भी अधिक वन भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर विगत वर्ष 250 हैक्टेयर वन भूमि पर 1.25 लाख से भी अधिक पौधों का पौधा रोपण किया गया था जो आज हरा भरा जंगल बन गया है उसी तारतम्य में अतिक्रमण मुक्त वन भूमि और पूर्व से चिन्हित वन भूमि पर इस वर्ष 2025 में 1.50 लाख पौधे लगाए जाने की योजना के तहत *एक पेड़ मां के नाम 2.0 के तहत* विगत दिवस वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के कुशल नेतृत्व में वृक्षारोपण के महाकुंभ की शुरुआत की गई।
विगत दो दिनों में 25 हजार से भी अधिक पौधों का पौधारोपण कार्य कर लिया गया है जो जुलाई के पहले सप्ताह तक पूर्ण करते हुए 1.50 लाख पौधे रोपित कर लिए जाएंगे।
इसके अलावा पुराने वर्षों के वृक्षारोपण क्षेत्रों में भी 50 हजार से भी अधिक पौधे मृत पौधों की जगह लगाए जाएंगे।
वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के द्वारा बताया गया कि उक्त पौधों के अलावा जुलाई माह तक अतिक्रमण बेदखली की कार्यवाही करके लगभग 100 हैक्टेयर खाली वन भूमि पर भी इसी जुलाई माह में वृक्षारोपण किया जाना प्रस्तावित है जिसके लिए अतिक्रमणकारियों को वन भूमि खाली करने के नोटिस दे दिए गए हैं। यदि उनके द्वारा स्वयं से वन भूमि को खाली नहीं किया जाता है तो विधिवत अतिक्रमण बेदखली की कार्यवाही करके रिक्त कराई गई वन भूमि पर विगत वर्ष की तरह इस वर्ष वृक्षारोपण करके सुरक्षित किया जाएगा।
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