ग्रहों का राजा सूर्य हर माह एक राशि से दूसरी राशि में संक्रांति करता 12 महीने में पूरी बारह राशियों का भ्रमण कर लेता।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य की संक्रांति को विशेष महत्व दिया जाता हैं
इनमें कर्क व मकर संक्रांति बड़ी ही महत्व पूर्ण मानी जाती हैं।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया
सूर्य का राशि भ्रमण करने से शनि, राहु,केतु, व अन्य ग्रहों से योग निर्मित होते हैं जो पृथ्वी पर अपना अच्छा बुरा असर छोड़ते है।
15 जून को प्रातः 06:43 बजे सूर्य ने मिथुन राशि में प्रवेश किया इससे उसकी युति बुध और गुरु जो मिथुन राशि में पहले से थे उनसे हुई।
इसके साथ सूर्य ,बुध,गुरु तीनों ग्रहों की युति का शनि ग्रह के साथ केंद्र योग राहु से नवम पंचक योग एवं मंगल केतु से त्रि एकादश योग वही मंगल व केतु का शनि से षडाष्टक योग राहु से सम सप्तक योग बना हुआ है।
मंगल इस समय अपना भयंकर रूप दिखाएगा प्राकृतिक प्रकोप,हिंसा,आगजनी और वायु वेग से वर्षा बाढ़ ,भूकंप,भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं अनेक स्थानों पर देखने मिल सकती है।
कही फिर से बड़ी आतंकवादी घटना हो सकती हैं यूरोपीय देशों में आपसी युद्ध चर्म पर पहुंच सकता है।
*व्यापार पर असर* जैन ने कहा व्यापारिक वस्तुओं में सोना, चांदी में अभी और तेजी देखने मिलेगी इसी के साथ अनाजों,सरसों, तिल,तेल,तेलवान,लोहा,उड़द,मूंग,अरहर, मटर ,गेहूं,चना,चावल, रुई , सूत,कपास में भी तेजी हो सकती हैं।
*राशियों पर असर* जैन के अनुसार मिथुन,सिंह,,तुला,धनु, और कुंभ राशि वाले लोगों को बहुत शुभ रहेगा।
*मिथुन राशि* वालों के लिए सूर्य,बुध,गुरु की युति नई ऊर्जा एवं आत्म बल बढ़ाने वाली प्रतियोगिता,पदोन्नति करने वाली रहेगी।
*सिंह राशि* वाले के लिए आय के साधनों में वृद्धि कर अच्छा धन लाभ प्राप्त हो सकता है।सामाजिक प्रतिष्ठा रुका धन वापस आ सकता है।
*तुला राशि* पढ़ाई या नौकरी के लिए विदेश में अवसर या अध्यात्म लंबी तीर्थ यात्रा के अवसर किसी वरिष्ठ पिता तुल्य व्यक्ति की कृपा से जीवन की उन्नति होगी।
*धनु राशि* वैवाहिक जीवन बेहतर होगा नौकरी,व्यापार के नए अवसर मिलेंगे।
*कुंभ राशि वाले* संतान की उन्नति होगी संतान को विशेष सफलता मिल सकती है।विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें