गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021

विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल जिलों में बनेंगे 50 सामुदायिक भवन

 रविकांत दुबे AD News 24

जन-जातीय क्षेत्रों की शालाओं में 370 कक्षाओं को बनाया जा रहा है स्मार्ट क्लॉस 

ग्वालियर । प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया एवं सहरिया बहुल जिलों में इन समुदायों की सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन के लिये 14 जिलों में 50 सामुदायिक केन्द्रों की स्थापना की जा रही है।

संभाग स्तर पर ग्वालियर, जबलपुर एवं शहडोल मुख्यालय में 2 करोड़ रुपये प्रति भवन की लागत से सामुदायिक भवन तैयार किये जा रहे हैं। इसके लिये जन-जातीय कार्य विभाग द्वारा 6 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। जिला स्तर पर बनने वाले 10 सामुदायिक भवन के लिये विभागीय बजट में 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। जन-जातीय बहुल 27 विकासखण्ड मुख्यालयों में प्रति भवन 50 लाख रुपये की लागत से निर्माण कार्य जारी हैं। इन सामुदायिक भवनों पर 13 करोड़ 50 लाख रुपये की राशि खर्च की जा रही है।

स्कूलों में स्मार्ट क्लॉस की स्थापना

विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल जिलों में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये चयनित हायर सेकेण्डरी स्कूलों में 370 कक्षाओं को स्मार्ट क्लॉस के रूप में परिवर्तित किये जाने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इन कक्षाओं के आधुनिकीकरण पर करीब 22 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। स्मार्ट क्लॉस में बैगा, भारिया एवं सहरिया विद्यार्थियों को आधुनिक पद्धति से शिक्षा देने के लिये कम्प्यूटर प्रोजेक्टर भी खरीदे जायेंगे।


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