रविवार, 11 मई 2025

सीज फायर और ट्रंप कार्ड : क्या कहता है ये रिश्ता?

 

भारत-पाकिस्तान के बीच 7-8 मयी की रात से शुरू हुए अघोषित युद्ध के तीन दिन बाद ही 'नाटकीय सीजफायर की खबर आम हिंदुस्तानी के गले नहीं उतर रही, क्योंकि इस युद्ध विराम का तमगा अमेरिका अपने सीने पर लटका रहा है जबकि भारत इसका खंडन कर रहा है.खास बात ये कि इधर युद्ध विराम हुआ और उधर पाकिस्तान की ओर से इसका उल्लंघन भी कर दिया गया.

अधिकांश हिंदुस्तानी जंग के खिलाफ रहते हैं लेकिन पहलगाम हत्याकांड के बाद जब भारत ने पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ आपरेशन सिंदूर के जरिये ऐलान-ऐ-जंग कर ही दिया था तब इसे अंजाम तक ले जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा क्यों नहीं हुआ? पिछले तीन दिन में जंग छिडने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने अपनी संसद को पल पल की खबर दी. युद्धविराम के ठीक बाद संसद को बताया कि पाकिस्तान ने किन हालात में सीजफायर किया, लेकिन हमारी संसद और देश इस मामले में पहले दिन से प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री जी का मुंह ताक रही है. जो सूचनाएं मिल रहीं हैं वे मिसरी साहब, सोफिया और व्योमिका के जरिये मिल रहीं हैं.

पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम के प्रस्ताव पर भारत ने यकबयक कैसे भरोसा कर लिया जबकि हमारा पुराना अनुभव कहता है कि पाकिस्तान अपने कौल का पक्का नहीं है. पहले भी पाकिस्तान ने कितनी बार सीजफायर किया और फिर उसका उल्लंघन भी किया. 10 मयी को भी एक तरफ सीजफायर का ऐलान हुआ औऔर दूसरी तरफ उसका उल्लंघन भी. वजह साफ है कि पाकिस्तानी फौज और पाकिस्तानी सरकार में कोई तालमेल ही नहीं है. सरकार कुछ कहती है और पाकिस्तानी फौज कुछ करती रहती है.

आपको याद दिला दूं कि इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध 56दिन चला था, फिर इस बार ऐसा क्या हुआ कि पाकिस्तान ने तीसरे दिन ही घुटने टेक दिए और भारत ने इसे मान भी लिया.जाहिर है कि इस नाटकीय युद्ध विराम में कुछ न कुछ पेंच जरूर है, अन्यथा अमेरिका इसका श्रेय लूटने वाला कौन है? भारत सरकार  की ओर से हालांकि युद्धविराम में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका से इंकार किया है किंतु अमेरिका के दावे का प्रतिवाद अमेरिका के सामने नहीं किया.

ये मानने में कोई दिक्कत नहीं है कि पाकिस्तान के उपर युद्धविराम के लिए अमेरिका का दबाब होगा लेकिन ये कैसे मान लिया जाए कि भारत भी अमेरिका के दबाब में युद्धविराम पर राजी हो गया. युद्धविराम की जरुरत आखिर किसे थी, क्या आतंकियों के सभी ठिकाने भारतीय सेना ने नेस्तनाबूत कर दिए थे? क्या सभी आतंकी ठिकानों पर सिंदूर मल दिया गया था? शायद नहीं. ऐसे सवाल न कर्नल सोफिया से किए जा सकते हैं न विंग कमांडर व्योमिका सिंह से. विदेश सचिव मिसरी भी ऐसे सवालों का उत्तर नहीं दे सकते. इसका जबाब केवल और केवल प्रधानमंत्री या रक्षामंत्री दे सकते हैं जो दे नहीं रहे हैं.

हम युद्ध विराम के पक्ष में हैं, युद्धविराम का स्वागत भी करते हैं लेकिन इस युद्ध विराम की हकीकत भी जानना चाहते हैं क्योंकि जन भावना युद्धविराम के पक्ष में नहीं है. लोग इस बार निर्णायक युद्ध चाहते थे. पूरा देश सरकार और सेना के साथ साना-बसाना खडा है. यदि इस युद्धविराम के पीछे किसी तीसरे पक्ष का दबाब या कोई राजनीति है तो ठीक नहीं. इस युद्धविराम में कुछ तो गडबड है, अन्यथा हम और हमारी सरकार जानती है कि -

नवन नीच की अति दुखदायी

जिम धनु, अंकुश, उरग, बिलाई 

पाकिस्तान की फितरत धनुष, अंकुश, सांप और बिल्ली जैसी ही है जो पहले पीछे हटते हैं, झुकते हैं और अंतत:वार करते हैं.सवाल ये भी है कि अचानक किया गया ये युद्ध विराम उन निर्दोष भारतीय नागरिकों और जांवाज सैनिकों के बलिदान का अपमान नहीं है? जब भारतीय सेना 1971 में 19  दिन और 1999  में कारगिल युद्ध 56 दिन लड सकी तब ऐसा क्या हुआ कि इस बार युद्धविराम तीन दिन में ही हो गया? भाई जी दाल में कुछ तो काला है या पूरी दाल ही काली है मै कह नहीं सकता. लेकिन एक आम भारतीय के नाते मुझे सवाल करने और संदेह  करने का हक है और ये राष्ट्रप्रेम है न कि देशद्रोह.

हमारी मजबूत और मजबूर सरकार ने पिछले 11साल में जो आचरण किया है, ये संदेह के अंकुर उसी वजह से उमग रहे हैं.नोटबंदी, कालाधन, ऐ वन और ऐ टू को लूट की छूट, संविधान की अनदेखी, विपक्ष का मानमर्दन कोई भूला नहीं है. इस सबके बावजूद देश आतंकवाद के खिलाफ आपरेशन सिंदूर के साथ तनकर खडा रहा. लेकिन अब जब सीजफायर हो ही गया है तब तो देश को हकीकत से रूबरू कराइए महाराज.

@राकेश अचल

शनिवार, 10 मई 2025

देश से संवाद क्यों नही कर रहे प्रधानमंत्री जी?

 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ते तनाव के बीच देश, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात जानने को बेचैन है. आपरेशन सिंदूर शुरू हुए तीन दिन बीत चुके हैं. सेना, विदेश मंत्रालय लगातार अपडेट दे रहा है लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अपनी आदत के मुताबिक अब तक रात 8  बजे दूरदर्शन के जरिए देश से रूबरू नहीं हुए. ऐसे में कहा जा सकता है कि-'बडी देर भयी नंदलाला,,,,,,,

आपरेशन सिंदूर पर आर एस एस प्रमुख डा मोहन भागवत भी बोल चुके हैं लेकिन मोदी जी चुप्पी साधे हुए हैं. ये चुप्पी जरूरी है या मजबूरी पता नहीं किंतु मोदी जी की चुप्पी की वजह से देश में बेचैनी है. ये पहली बार हो रहा है कि सदैव वाचाल रहने वाले मोदी जी चुप क्यों हैं? वे न मन की बात कर रहे हैं और न अब तक उन्होने कोई पाडकास्ट या साक्षात्कार किया है 

छनकर आने वाली खबरों के मुताबिक मोदी  जी ने गुरुवार को सरकारी विभागों को आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने, संचार में व्यवधान को रोकने, दहशत को दूर करने और आकस्मिकताओं से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।लेकिन मै इसे आधिकारिक सूचना होने का दावा  नहीं कर सकता.सरकारी विभागों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी का यही संदेश था कि लंबे समय के लिए तैयार रहें।

देश के नाम चीन्ह अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से खबर आई है कि प्रधानमंत्री जी ने विभागों को आवश्यक वस्तुओं की कीमतों और घबराहट में खरीददारी पर कड़ी नजर रखने और किसी भी 'फर्जी खबर' को नकारने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जहां से छोड़ा था, वहीं से अपनी बात शुरू की, जहां एक सूत्र ने उनके हवाले से सहकर्मियों से कहा 'यह तो बस शुरुआत है'। मंत्रिमंडल की बैठक भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों पर सटीक हमले करने के ठीक बाद हुई है.

लगभग 20 सचिवों की एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे उनके निर्देशों को पूरा करने के लिए पहल करने के लिए स्वतंत्र हैं, जिसमें महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा शामिल है। पीएमओ की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशनल निरंतरता और संस्थागत लचीलेपन को बनाए रखने के लिए मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।

सचिवों को अपने-अपने मंत्रालयों और विभागों के संचालन की व्यापक समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह देखा जा सके कि आवश्यक प्रणालियों के कामकाज में कोई गड़बड़ी न हो और उन्हें किसी भी साइबर हमले से बचाया जा सके। परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, उपभोक्ता मामलों के विभागों के सचिवों के साथ-साथ बुनियादी ढांचा क्षेत्र के सचिव भी इस बैठक में शामिल हुए। सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक सचिव को किसी भी संकट से निपटने के लिए मौजूद प्रणालियों के बारे में बोलने के लिए कुछ मिनट दिए गए।

मै बार-बार कह रहा हूं कि देश अघोषित युद्ध और अघोषित आपातकाल से गुजर रहा है इसलिए जनता को भी इसी हिसाब से मानसिक रूप से तैयार किया जाना चाहिए, अन्यथा भ्रम बना रहेगा. जमाखोरी, मुनाफाखोरी और आपदा में अवसर तलाशने वाले सक्रिय है सकते है. कोविड के दौरान हम सब ये देख चुके हैं.

आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बढ़ते हालातों के बीच भारत सरकार ने बड़ा और एहतियाती कदम उठाते हुए देश के कुल 32 हवाई अड्डों को नागरिक उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह पाबंदी 9 मई 2025 से शुरू होकर 14 मई 2025 तक लागू रहेगी, जो 15 मई को सुबह 5:29 तक प्रभावी मानी जाएगी।

शुरू में लग रहा था कि आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को अक्ल आ जाएगी लेकिन अब लगता है कि पाकिस्तान की सेना बाज आने वाली नहीं है. ताजा सूचनाओं के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक पाकिस्तान ने शुक्रवार को ड्रोन अटैक किया. 9 मई को पाकिस्तानी सेना ने 26 इलाकों पर ड्रोन से हमला किया. बीते दो दिनों में पाकिस्तान 36 जगहों पर ड्रोन से हमला कर चुका है. गुरुवार के हमले में पाकिस्तान ने सिर्फ ड्रोन का इस्तेमाल किया था, लेकिन शुक्रवार के हमले में उसने ड्रोन के साथ हथियार भी इस्तेमाल किया. पाकिस्तान के हमले का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के विफल कर दिया.

खुदा न खास्ता ये टकराव यदि औपचारिक युद्ध में तब्दील होता है तो समस्याएं बढेंगी ही. ऐसे में यदि प्रधानमंत्री जी खुद राष्ट्र से रूबरू हो लें तो बेहतर है. कायदे से तो अब तक संसद का आपात सत्र बुलाकर देश के सामने वस्तुस्थिति रख देना चाहिए थी. बहरहाल तेल देखिए और तेल की धार देखिए. जागते रहिये, जगते रहिए.

@  राकेश अचल

शनिवार 10 मई 2025, का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 05:34 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:00 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *त्रयोदशी तिथि*  17:29 बजे  तक फिर चतुर्दशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* चित्रा नक्षत्र 27:14 बजे तक  फिर स्वाती नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *सिद्धि*  है।

*करण*  :-आज  *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज       पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज  08:56 बजे से 10:37 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: 

*मुहूर्त* : विवाह,जीर्ण गृहप्रवेश है अन्य नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 05:35 - 07:16 अशुभ

शुभ 07:16 - 08:56 शुभ

रोग 08:56 - 10:37 अशुभ

उद्वेग 10:37 - 12:18 अशुभ

चर 12:18 - 13:58 शुभ

लाभ 13:58 - 15:39 शुभ

अमृत 15:39 - 17:20 शुभ

काल 17:20 - 19:01 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

लाभ 19:01 - 20:20 शुभ

उद्वेग 20:20 - 21:39 अशुभ

शुभ 21:39 - 22:58 शुभ

अमृत 22:58 - 24:17*शुभ

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शुक्रवार, 9 मई 2025

भरोसे का दूसरा नाम है सोफिया कुरेशी

 

मै भूलकर भी सोफिया कुरैशी के बारे में न लिखता. मै जब लिखता हूँ तब लोगों की भावनाएं आहत हो जातीं हैं. ऐसा होना स्वाभाविक है, क्योंकि मै सच लिखता हूं, बेखौफ और बिना लाग लपेट के लिखता हूं. सोफिया कुरेशी के बारे में भी मै ससम्मान और निर्लिप्त भाव से लिख रहा हूं क्योंकि सोफिया कुरेशी भरोसे का दूसरा नाम बन चुकी है.

कर्नल सोफिया कुरेशी हमारी सेना में कल भर्ती नहीं हुई. उसे सेना में काम करने का लंबा तजुर्बा है. सोफिया खानदानी सैनिक है. सोफिया कुरेशी के पिता, दादाभी सैनिक रहे हैं.और पति भी सैनिक  हैं.सोफिया कल भी सेना में थी, आज भी है और सेवानिवृत होने तक रहेगी. मुमकिन है कि सोफिया  कुरेशी के बच्चे भी सेना को ही अपने कैरियर के लिए चुनें.

दर असल सोनिया को पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर के लिए उसकी योग्यता की वजह से तो चुना ही गया, लेकिन उसकी विशेष योग्यता उसका मुसलमान होना भी है. सरकार ने एक तीर दो निशाने साधे. कर्नल सोफिया की देशभक्ति की भी परीक्षा ले ली और अपने ऊपर लगे मुस्लिम विरोधी होने के धब्बे भी धोने की नाकाम कोशिश कर ली.नये वक्फ कानून के बाद देशभर में अल्पसंख्यकों का जो गुस्सा फूटा था, उससे सरकार घबडा गई थी. दुर्भाग्य से पाक प्रशिक्षित आतंकियों ने पहलगाम नरसंहार कर डाला. इस हादसे को भी मुसलमानो के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश की गई किंतु सोफिया की बिरादरी ने आतंकी घटना की एक सुर से मुखालफत कर इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया. 

जनाक्रोश को देखते हुए  जब पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन शुरू करने की नौबत आई तो सबसे पहले आपरेशन के नामकरण में वही दृष्टि अपनाई गई जो अमूमन सरकार के हर फैसले के समय अपनाई जाती है. यानि आपरेशन का नाम रखा गया सिंदूर. आपरेशन की कमान दी गई कर्नल सोफिया कुरेशी और व्योमिका  सिंह को. ताकि समरसता का विश्वव्यापी संदेश जाए.एक अल्पसंख्यक, दूसरी बहुसंख्यक समाज का प्रतिनिधित्व करती है. हमारे देश और सेना का असल चेहरा यही है. हम अलग अलग हैं ही नहीं. थे ही नहीं.

खुशी की बात है कि कर्नल सोफिया कुरेशी ने आपरेशन सिंदूर को एक सिद्धहस्त सैनिक की तरह अंजाम दिया. आतंकियों के ठिकाने नेस्तनाबूत किए और अपनी महिला तथा मुस्लिम बिरादरी के साथ ही देश का मान बढाया. मजे की बात ये है कि आपरेशन सिंदूर की कामयाबी का श्रेय सरकार से इतर भाजपा जिस ढंग से लूटना चाहती थी, लूट नहीं सकी.श्रेय सेना, सोफिया और व्योमिका को ही मिला. आरती भी इन्ही दोनों की उतारी जा रही है. अभिनंदन भी इन्ही दोनों का हो रहा है. अब मुसलमानों को मंगलसूत्र लुटेरा या पंचर जोडने वालों की कौम बताने वालों की बोलती बंद है. इसके लिए पूरा देश कर्नल सोफिया कुरेशी का शुक्रगुजार है.

आइये एक नजर कर्नल सोफिया कुरैशी की जन्मकुंडली पर भी डाल लेते हैं. सोफिया कुरैशी मूल रूप से गुजरात की रहने वाली हैं. उनका जन्म 1981 में वडोदरा, गुजरात में हुआ. उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्‍ट ग्रेजुएशन किया है.कई रिपोर्टस में बताया गया कि सोफ‍िया के दादा भी सेना में थे और उनके पिता ने भी कुछ वर्षों तक सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं. एक अन्‍य रिपोर्ट में बताया गया है कि सोफ‍िया की शादी मैकेनाइज़्ड इन्फेंट्री के एक सेना अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुआ है और उनका एक बेटा समीर कुरैशी है.

भारतीय सेना में सोफिया की एंट्री 1999 में हुई.उन्‍होंने 1999 में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया.इसके बाद सोफ‍िया ने सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया.वर्ष 2006 में सोफ‍िया ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा दी. वह 2010 से शांति स्थापना अभियानों से जुड़ी रही हैं.पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है.उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सिग्नल ऑफिसर इन चीफ का प्रशंसा पत्र भी मिला था.उन्हें फोर्स कमांडर की सराहना भी मिली.

लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी उस समय भी सुर्खियों में आईं थीं.जब उन्‍होंने एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय दल की अगुवाई की थी.तब वह ऐसा करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई थीं. इस अभ्यास का नाम ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’दिया गया था,जो भारत की ओर से आयोजित उस समय का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था.लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी इस अभ्‍यास में भाग लेने वाले 18 दलों में एकमात्र महिला अधिकारी थीं. भारतीय दल में कुल 40 सदस्य थे.उस समय वह भारतीय सेना की सिग्नल कोर की अधिकारी थीं.

भारत के मुसलमान पाकिस्तान के मुसलमान नहीं हैं. उनमें शहीद अब्दुल हमीद भी होते हैं, अब्दुल कलाम भी और सोफिया कुरेशी भी. भारत के मुसलमानों को औरंगजेब की औलाद कहकर लांछित नहीं किया जा सकता. उन्हे परेशान करने के लिए बुलडोजर संहिता का इस्तेमाल संकीर्णता है. आपरेशन सिंदूर से सबक सीखिए. स्वीकार कीजिये कि हिंदू हो या मुसलमान, सिख हो या ईसाई, सब के सब देश की संप्रभुता, एकता, अखंडता के लिए बलिदान, कर्तवयनिष्ठा् में सबसे आगे हैं, क्योंकि हम सब हिंदुस्तानी हैं.

हमारे लिए अतिरिक्त खुशी की बात ये है कि सोफिया भले ही गुजरात में बस गई हो किंतु उसकी गर्भनाल बुंदेलखंड में है. बुंदेलखंड की धरती यूं भी सूरमाओं की धरती है. रानी लक्ष्मी बाई की धरती है. आल्हा, ऊदल की धरती है. हरदौल की धरती है. छत्रसाल की धरती है. सोफिया कुरेशी जिंदाबाद, व्योमिका जिंदाबाद, भारत की सेना जिंदाबाद.आज मुझे राष्ट्र कवि दद्दा मैथिलीशरण गुप्त की पंक्तियाँ याद आ रहीं हैं. दद्दा लिख गए -

मानस भवन में आर्यजन जिसकी उतारें आरती,

भगवान् ! भारतवर्ष में गूँजे हमारी भारती।"

एक महत्वपूर्ण बात और जो साथी रमाशंकर सिंह ने याद दिलाई है वो ये कि  युद्ध बाजार के अंतर्राष्ट्रीय पिशाच गिद्ध व्यापारी भारत पाकिस्तान की  उत्तरी पश्चिमी सीमा पर मँडराने लगे हैं । खरबों का धंधा दिख रहा है ! शुरु में उधार, बाद में यूक्रेन की तरह वसूली !  भारत को इस खूनी साज़िश से बचना चाहिये!

@राकेश अचल

शुक्रवार 9 मई 2025, का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:35 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:00 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *द्वादशी तिथि*  14:56 बजे  तक फिर त्रयोदशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* हस्त नक्षत्र 24:00 बजे तक  फिर चित्रा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *वज्र*  है।

*करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज    पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 10:37 बजे से 12:18 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: प्रदोष व्रत

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 05:35 - 07:16 शुभ

लाभ 07:16 - 08:57 शुभ

अमृत 08:57 - 10:37 शुभ

काल 10:37 - 12:18 अशुभ

शुभ 12:18 - 13:58 शुभ

रोग 13:58 - 15:39 अशुभ

उद्वेग 15:39 - 17:19 अशुभ

चर 17:19 - 19:00 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 19:00 - 20:19 अशुभ

काल 20:19 - 21:39 अशुभ

लाभ 21:39 - 22:58 शुभ

उद्वेग 22:58 - 24:17अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

गुरुवार, 8 मई 2025

लोहिया बाजार में हाथ ठेलों को हटाया

ग्वालियर 8 मई ।  नगर निगम के मदाखलत अमले द्वारा सुगम यातायात एवं नागरिकों की सुविधा के लिए निरंतर अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है।

मदाखलत अधिकारी श्री केशव सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि निगमायुक्त श्री सिंघप्रिय के निर्देशानुसार उपायुक्त सत्यपाल सिंह चौहान के निर्देशन में शहर में सुगम यातायात हो इसके लिए प्रतिदिन यातायात में बाधक अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की जा रही है। जिसके तहत पूर्व विधानसभा अंतर्गत लोहिया बाजार में बीच सड़क पर लगे हाथ ठेले एवं फुटपाथियों को हटाया गया। इसके साथ ही दुकानों के बाहर रखा सामान हटवाया जाकर सामान जप्ती की कार्यवाही की गई। साथ ही दुकान संचालकों को सख्त हिदायत दी गई, कि निर्धारित सीमा के बाहर सामान रख कर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न किया जावे अन्यथा जुर्माने की कार्यवाही की जावेगी। उक्त कार्यवाही मदाखलत निरीक्षक श्री विशाल जाटव एवं मदाखलत मौजूद रहा।

आचार्य सुबलसागर जी ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने की भेंट

 

ग्वालियर । आचार्य सुबलसागर जी महाराज ससंघ को चम्पाबाग नई सड़क ग्वालियर 7 मई को *समय समीक्षा पॉकेट पंचांग* भेट कर ज्योतिष पर चर्चा करते हुए  ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ।

क्या जस्टिस वर्मा पिछले दरवाजे से बच निकलेंगे ?

 

दिल्ली में 14 मार्च को हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर लगी आग के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की ओर से गठित तीन सदस्यीय जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में इन आरोपों को विश्वसनीय माना है.अब सवाल ये है कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी या उन्हे पतली गली से बाहर निकलने दिया जाएगा.

 सत्ता प्रतिष्ठान के सामने दशकों से तनकर खडे रहने वाले अखबार इंडियन एक्सप्रेस की  मानें तो सीजेआई खन्ना ने 4 मई को जस्टिस वर्मा को रिपोर्ट की एक कॉपी भेजी है और इसके साथ उन्हें स्वैच्छिक इस्तीफा देने का विकल्प भी दिया गया है. बताया जा रहा है कि सीजेआई ने इस रिपोर्ट पर 5 मई को सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही शुरू होने से पहले अपने सहयोगी न्यायाधीशों से अनौपचारिक चर्चा भी की.

सीजेआई की तरफ से 22 मार्च को गठित इस जांच समिति में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जीएस संधावालिया और कर्नाटक हाई कोर्ट की न्यायाधीश जस्टिस अनु शिवरामन शामिल थे. रिपोर्ट के मुताबिक, समिति ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण गवाहों के बयान दर्ज किए, जिनमें दिल्ली फायर सर्विस प्रमुख अतुल गर्ग, तीन अग्निशमन कर्मी, न्यायाधीश के सुरक्षा गार्ड, सीआरपीएफ जवान, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा, डीसीपी देवेश महला और एडिशनल डीसीपी सुमित झा शामिल थे।

गौरतलब है कि इस मामले के सामने आने के कुछ ही दिन बाद, 20 मार्च को जस्टिस वर्मा का तबादला इलाहाबाद हाई कोर्ट में कर दिया गया था, जहां उन्होंने 5 अप्रैल को शपथ ग्रहण की थी. हालांकि जस्टिस वर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डी. के. उपाध्याय को भेजे गए जवाब में अपने आवास से नकदी मिलने से इनकार किया था. यह रिपोर्ट 22 मार्च को सीजेआई को भेजा गई, जिसें बाद में सार्वजनिक भी किया गया.

रिपोर्ट मिलने के बाद अब जस्टिस वर्मा के पास सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम से व्यक्तिगत मुलाकात का विकल्प भी खुला है. वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की अध्यक्षता सीजेआई खन्ना कर रहे हैं, जिनके साथ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत भी शामिल हैं.

 अब जबकि सीजेआई संजीव खन्ना 13 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसे में जस्टिस वर्मा के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए सीमित समय रह गया है.सवाल ये भी है कि सीजेआई खन्ना जस्टिस वर्मा के मामले में कोई फैसला देकर जाएंगे या गेंद नये सीजेआई के पाले में डालकर निकल जाएंगे?

आपको याद दिला दूं कि जस्टिस वर्मा का यह मामला 2008 में कोलकाता हाई कोर्ट के तत्कालीन न्यायाधीश सौमित्र सेन से मिलता-जुलता है, जिनके खिलाफ भी सुप्रीम कोर्ट की आंतरिक समिति ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की थी. उस समय भी रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन सीजेआई के जी बालकृष्णन ने जस्टिस सेन को इस्तीफा देने या वीआरएस लेने की सलाह दी थी. हालांकि जस्टिस सेन ने इन विकल्पों को ठुकरा दिया था लेकिन जब लोकसभा में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया तो आखिरकार उन्होंने इस्तीफा दे दिया.

जस्टिस वर्मा का यह मामला सुप्रीम कोर्ट की प्रतिष्ठा और न्यायपालिका की निष्पक्षता के लिए अत्यंत संवेदनशील बन चुका है. ऐसे में अब देखना होगा कि जस्टिस वर्मा आगे क्या कदम उठाते हैं. क्या वह इस्तीफा देते हैं, स्वैच्छिक रिटायरमेंट लेते हैं या फिर कोलेजियम के सामने सुनवाई की मांग करते हैं.मेरे ख्याल से इस मामले में माननीय अदालत को नरमी बरतने के बजाय आम नागरिक के साथ किए जाने वाले बर्ताव को ही अमल में लाना चाहिए. वर्मा को यदि पिछले दरवाजों से निकलने की छूट दी गयी तो न्यायपालिका की विश्वसनीयता प्रभावित होगी. आखिर एक देश, एक कानून का फार्मूला जस्टिस वर्मा पर लागू क्यों नहीं हो सकता? इसीलिए कहता हूँ कि जागते रहो. मामला चाहे पाकिस्तान से संभावित हमले का हो या जस्टिस वर्मा जैसे दागी न्यायाधीश का.

@राकेश अचल

गुरुवार 8 मई 2025, का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 05:36 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:59 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *एकादशी तिथि*  12:29 बजे  तक फिर द्वादशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 21:05 बजे तक  फिर हस्त नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *हर्षण*  है।

*करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, गंडमूल नहीं है भद्रा  12:29 बजे तक है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज    दक्षिण दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 13:58 बजे से 15:39  बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:52 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: मोहिनी एकादशी व्रत

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

[08/05, 06:49] ज्योतिषाचार्य डॉ एचसी जैन: *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 05:36 - 07:17 शुभ

रोग 07:17 - 08:57 अशुभ

उद्वेग 08:57 - 10:37 अशुभ

चर 10:37 - 12:18 शुभ

लाभ 12:18 - 13:58 शुभ

अमृत 13:58 - 15:39 शुभ

काल 15:39 - 17:19 अशुभ

शुभ 17:19 - 18:59 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

अमृत 18:59 - 20:19 शुभ

चर 20:19 - 21:38 शुभ

रोग 21:38 - 22:58 अशुभ

काल 22:58 - 24:17*अशुभ

[08/05, 06:49] ज्योतिषाचार्य डॉ एचसी जैन: अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

जागते रहो खतरा अभी टला नहीं है

 


बुधवार, 7 मई 2025

बुधवार 7 मई 2025, का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:36 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:58 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *दशमी तिथि*  10:19 बजे  तक फिर एकादशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 18:16 बजे तक  फिर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *व्याघात*  है।

*करण*  :-आज  *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, गंडमूल नहीं है भद्रा रात 23:21 बजे से है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज   उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 12:18 बजे से 13:58  बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:52 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: भगवान महावीर जी कैवल्यज्ञान, टैगोर जयंती

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-सिंह, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

लाभ 05:37 - 07:17 शुभ

अमृत 07:17 - 08:57 शुभ

काल 08:57 - 10:38 अशुभ

शुभ 10:38 - 12:18 शुभ

रोग 12:18 - 13:58 अशुभ

उद्वेग 13:58 - 15:38 अशुभ

चर 15:38 - 17:19 शुभ

लाभ 17:19 - 18:59 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

उद्वेग 18:59 - 20:19 अशुभ

शुभ 20:19 - 21:38 शुभ

अमृत 21:38 - 22:58 शुभ

चर 22:58 - 24:18*शुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

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