2 फरवरी 2025,रविवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 07:10 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:59 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : - शिशिर ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज माघ माह शुक्ल पक्ष *चतुर्थी  तिथि*   09:14 बजे तक फिर पंचमी  तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज उत्तराभाद्रपद नक्षत्र* 24:51 बजे तक पश्चात रेवती नक्षत्र 

    *योग* :- आज *शिव* है। 

 *करण*  :-आज *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक   03 फारफरी रात 11:16 तक है।भद्रा 09:14 तक है, गंडमूल नहीं  है।

*🔥अग्निवास*: आज पाताल में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 16:39 से 17:59 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:13 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार* बसंत पंचमी, श्री सरस्वती जयंती, अबूझ मुहूर्त 

*मुहूर्त* :  अबूझ मुहूर्त है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मकर, चन्द्र-मीन, मंगल-मिथुन, बुध-मकर, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

*🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 07:10 - 08:31 अशुभ

चर 08:31 - 09:53 शुभ

लाभ 09:53 - 11:14 शुभ

अमृत 11:14 - 12:35 शुभ

काल 12:35 - 13:56 अशुभ

शुभ 13:56 - 15:18 शुभ

रोग 15:18 - 16:39 अशुभ

उद्वेग 16:39 - 17:59 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

शुभ 17:59 - 19:39 शुभ

अमृत 19:39 - 21:17 शुभ

चर 21:17 - 22:56 शुभ

रोग 22:56 - 24:35*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

बजट 2025: मोदी सरकार का संकल्प, विकसित भारत का लक्ष्य – डॉ अभय यादव

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 


टीकमगढ़ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. अभय प्रताप सिंह यादव ने केंद्रीय बजट 2025 को मोदी सरकार का एक संकल्प, एक ही लक्ष्य विकसित भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट किसान, गरीब, मध्यम वर्ग, महिला और बच्चों की शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य, स्टार्टअप, इनोवेशन और निवेश जैसे हर क्षेत्र को समाहित करता है।

डॉ. यादव ने बताया कि किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड (KCC) की लिमिट ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है, जिससे 7 करोड़ से अधिक किसानों को आसान और सुलभ लोन की सुविधा मिलेगी। यह कदम कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायक होगा।

उन्होंने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के रोडमैप को साकार करने वाला है। अब ₹12 लाख तक की आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा, इससे हर वर्ग को आर्थिक मजबूती मिलेगी और देश के विकास को गति मिलेगी।

दिल्ली में मोदी बनाम केजरीवाल बनाम राहुल

 

दिल्ली विधानसभा का चुनाव है तो मुंबई महापालिका से भी छोटा लेकिन इस चुनाव को जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टियां आम आदमी पार्टी जैसे छोटे से दल से भिड़ गयीं है ।  इस चुनाव को अब दिल्ली वाले केजरीवाल बनाम मोदी बनाम राहुल होते देख रहे हैं।  सत्तारूढ़ होने की वजह से जहाँ भाजपा ये चुनाव जीतने के लिए साम-दाम-दंड और भेद का इस्तेमाल कर रही है ,वहीं कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को आस्तीन का सांप मानकर कुचलने में जुटी हुई है। 

सबसे पहले सत्तारूढ़ दल की  बात करते है।  इस चुनाव में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के ऊपर  जितने भी हमले किये हैं उनका बचाव प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी और पार्टी  अध्यक्ष जेपी नड्ढा से लेकर पार्टी के हर छोटे बड़े नेता को करना पड़ रहा है। संख्याबल और अनुभव के हिसाब से देखें तो भाजपा के समाने आम आदमी पार्टी अभी भी शैशवकाल में है लेकिन उसका हौवा इतना है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक को मैदान में उतरना पड़ा है।  पूरे   देश में भाजपा और डबल इंजिन की जितनी भी राज्य सरकारें हैं उनके मुख्यमंत्री भी दिल्ली जितने के लिए अपने -अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे है।  एक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जरूर महाकुम्भ हादसे की वजह से दिल्ली नहीं जा पाए। 

भाजपा ने दिल्ली जीतने के लिए अपने सभी आजमाए हुए फार्मूले दिल्ली में भी अपनाये है।  भाजपा ने केंद्रीय चुनाव आयोग का खुलकर दुरुपोग किया है।  पुलिस का इस्तेमाल किया है।  आम आदमी पार्टी पर दबाब बनाने के लिए दिल्ली स्थित  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के घर छापा मरने की कोशिश की है। आम आदमी पार्टी के 7  पूर्व विधायकों के असंतोष का फायदा उठाते हुए उन्हें पार्टी छोड़कर बाहर आने पर मजबूर कर दिया  है। अब ये सब भाजपा के लिए काम करेंगे। आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया से लेकर पुराने केजरीवाल मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों को जेल की हवा पहले ही खिलाई जा चुकी है ,यहां तक की आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय  सिंह को भी जेल यात्रा करना पड़ी है। 

अब कांग्रेस की बात करते है।  कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ इंडिया गठबंधन में तालमेल बनाये रखने की बहुत कोशिश की ,लेकिन आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का लिहाज न मप्र विधानसभा चुनाव में किया और न हरियाणा और महाराष्ट्र में। गुजरात में तो किया ही नहीं ,उलटे दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से अपने रिश्ते खराब और कर लिये ।  आम आदमी पार्टी ने भाजपा के भ्रष्ट नेताओं की सूची में लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी जोड़ लिया।आम आदमी पार्टी की इस हरकत के बाद कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी को आस्तीन का सांप मानकर उसका फन कुचलना शुरू कर दिया है। 

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ही नहीं बल्कि उनकी बहन प्रियंका वाड्रा और पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी अब आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर लगातार हमले कर रहे हैं। कांग्रेस भी भाजपा की तर्ज पर केजरीवाल को महाभ्रष्ट बता रही है ।  मुख्यमंत्री आवास को शीशमहल बनाने और शराब घोटाले के आरोप लगा रही है । कांग्रेस  आम आदमी पार्टी को भाजपा की बी टीम बता रही है।  भाजपा ने जहाँ दिल्ली में हिन्दुओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है ठीक वैसे ही कांग्रेस ने अल्पसंखयकों को अपने साथ रखने  का प्रयास किया  है। 

दिल्ली में पहली बार विधानसभा का चुनाव साफ़ तौर पर त्रिकोणीय बना है।  दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी स्पष्ट बहुमत से बहुत दूर खड़ी दिखाई दे रही है। ऐसे में स्थितियां ऐसी बन सकतीं हैं कि  आम आदमी पार्टी को सत्ता में बने रहने के लिए या तो एक बार फिर कांग्रेस के समाने समर्पण करना होगा या सचमुच में भाजपा की बी टीम बनकर रहना होगा।  ये भी हो सकता है कि  यही समस्या भाजपा और कांग्रेस के सामने भी आये। कुल जमा पशोपेश दिल्ली के मतदाता की है। उसे तय करना है कि  वो कौन से भ्र्ष्ट दल की सरकार बनाती है ,क्योंकि आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस को महाभ्रष्ट बता चुकी है ,वहीं कांग्रेस और भाजपा ने आम आदमी पार्टी को समवेत स्वर में महाभ्रष्ट   कहा है।  अर्थात दिल्ली में दूध का धुला कोई दल नहीं है । 

आगामी 5  फरवरी को दिल्ली में मतदान है। उसी दिन प्रधानमंत्री दिल्ली जीत की कामना लेकर प्रयागराज में आयोजित   महाकुम्भ में डुबकियां    लगाने  जायेंगे। उन्हें यूपी के मुख्यमंत्री को पापमुक्त करने के लिए भी डुबकी लगना है। रहल गाँधी या उनके परिवार ने अपने आपको महाकुम्भ से मुक्त रखा है। शायद उन्हें न मोक्ष की कामना   है और न पापों से मुक्ति की। मुमकिन है कि  वे अपने आपको पापी समझते ही न हों। कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने तो महाकुम्भ में डुबकी  लगा ली है। लेकिन पुण्य लाभ किसे मिलने वाला है इसका पता 8 फरवरी को ही चलेगा।   

आपको बता दें कि दिल्ली   भले ही पूर्ण राज्य नहीं है किन्तु यहां विधानसभा के चुनाव 1952  से ही हो रहे है।  यहाँ के पहले मुख्यमंत्री कांग्रेस के चौधरी ब्रम्ह प्रकाश थे। फिर गुरुमुख निहाल सिंह  मुख्यमंत्री बने ।  दिल्ली में 1956  से 1993  तक विधानसभा के चुनाव नहीं हुए और जब 1993  में दोबारा विधानसभा के चुनाव हुए तो 1998  तक भाजपा ही सत्ता में रही ।  इस काल में भाजपा ने मदनलाल खुराना ,साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया। 1998  से 2013  तक दिल्ली पर कांग्रेस की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का एकछत्र राज रहा। 2013  में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से सत्ता छीनी ,और तब से आजतक आम आदमी पार्टी ही दिल्ली की सत्ता में है।  हालाँकि इस बीच दो बार मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में आरोपी बनने के बाद पद छोड़ना पड़ा ।  इस समय दिल्ली में आतिशी मलना खड़ाऊ राज कर रहीं हैं। अब देखना ये है कि  आम आदमी पार्टी लगातार सत्ता में बने रहने का कीर्तिमान  बना पाती है या नहीं ?

@ राकेश अचल

1 फरवरी 2025,शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 07:10 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:59 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : - शिशिर ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज माघ माह शुक्ल पक्ष *तृतीया  तिथि*   11:38 बजे तक फिर चतुर्थी  तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र* 26:32 बजे तक पश्चात उत्तराभाद्रपद नक्षत्र 

    *योग* :- आज *परिधि* है। 

 *करण*  :-आज *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक   03 फारफरी रात 11:16 तक है।भद्रा 22:26 से, गंडमूल नहीं  है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 16:39 से 17:59 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:13 बजे से 12:57 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*गौरी  तृतीया,भगवान विमल नाथ  जी जन्म/तप ।

*मुहूर्त* :  

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मकर, चन्द्र-कुंभ, मंगल-मिथुन, बुध-मकर, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

डॉ.रामदास माथोरिया दाम के शिवपुरी जिला अध्यक्ष बने

 

ग्वालियर। दलित आदिवासी महापंचायत (दाम) मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेतृत्व एवं संस्थापक संरक्षक डॉक्टर जवर सिंह अग्र के निर्देशानुसार शिवपुरी जिले के अध्यक्ष डॉ.रामदास माथोरिया को नियुक्त किया गया है। 

 दलित आदिवासियों (अनुसूचित जाति जनजाति) गरीबों के हक- अधिकारो के लिए संघर्ष कर न्याय दिलाने के लिए एक मात्र सामाजिक संगठन दलित आदिवासी महापंचात (दाम) ने डॉ.रामदास माथोरिया को जिला शिवपुरी का नवनियुक्त अध्यक्ष बनाए जाने पर बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी। 

   विगत दिनों से अनुसूचित जाति - जनजाति एवं गरीबों पर हो रहे अन्याय अत्याचार शोषण के खिलाफ आवाज उठाएंगे तथा पीड़ितों को न्याय दिलाने का काम संगठन के माध्यम से पुरजोर तरीके से करेंगे। 

पुलिस विभाग से रिटायर्ड हुए अधिकारी कर्मचारियों को एसपी ग्वालियर ने दी विदाई

 

ग्वालियर। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह,भापुसे द्वारा पुलिस विभाग से सेवानिवृत हुए पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को विदाई दी गई। इस मौके पर अति पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री निरंजन शर्मा, रक्षित निरीक्षक रणजीत सिंह सिकरवार, निज सहायक एसपी ग्वालियर निरीक्षक(अ) विजय रावत, सूबेदार अनुपम भदौरिया,मुख्य लिपिक नरेन्द्र तुनिया, सउनि(एम) अभिषेक पाराशर सहित कार्यालयीन स्‍टाफ एवं सेवानिवृत हुए पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी व उनके परिजन उपस्थित रहे।

आज पुलिस कन्ट्रोल रूम ग्वालियर सभागार में पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे 13 पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के लिये विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हो रहे पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर विदाई दी गई। कार्यक्रम के समापन पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने आज सेवानिवृत्त हो रहे पुलिसकर्मियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर उनके बेहतर स्वास्थ्य व उज्जवल भविष्य की कामना की। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा सेवानिवृत्त हो रहे सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों से उनकी सेवाकाल के दौरान किये गये कार्यो की जानकारी ली गई। 

सेवानिवृत होने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारिगण इस प्रकार है- निरी कृपाशंकर अवस्थी, सउनि फिलमोन मिंज, सउनि भगवान सिंह, सउनि रणवीर सिंह तोमर, सउनि राजेन्द्र सिंह भदौरिया, सउनि बृजराज सिंह तोमर, सउनि ओमकुमार सिंह, सउनि मोहन सिंह तोमर, सउनि किशन सिंह राणा, प्र.आर सुरेन्द्र सिंह गौड़, प्र.आर महेन्द्र कुमार मिश्रा, प्र.आर कमल सिंह तोमर, प्र.आर अवतार सिंह यादव।

वनपरिक्षेत्र जतारा में अतिक्रमण के विरुद्ध फिर शुरू हुई बुलडोजर कार्यवाही

 Aapkedwar news- अजय अहिरवार 


जतारा–नवागत मुख्य वन संरक्षक छतरपुर और नवागत वन मंडल अधिकारी एवं उपवनमंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन और मार्गदर्शन में वर्षों पुराने अतिक्रमण को बेदखल करने की कार्यवाही वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के नेतृत्व में फिर से शुरू हो गई। जिसके तहत प्रशासन के सहयोग से दिनांक 31/01/2025 पूरे दल बल के साथ वन परिक्षेत्र जतारा का वन अमला बीट पलेरा नंबर दो के कक्ष क्रमांक 313 में पहुंचा जहां पर पूर्व से नामजद वन अपराध मे लिप्त अतिक्रमणकारी हरलाल कुशवाहा एवं अन्य दो से तीन सभी निवासी पलेरा के द्वारा वन क्षेत्र में अवैध रूप से बनाए गए वर्षों पुराने पक्के मकानों और बाड़ियों को बुलडोजर/जेसीबी की सहायता और वन अमले के सहयोग से जमीजोंद करते वन भूमि से बेदखल किया गया। और उसके बाद उन सभी के विरुद्ध नामजद वन अपराध प्रकरण क्रमांक 250/11 दिनांक 31/01/2025 पंजीबद्ध किया जाकर जप्ती की कार्यवाही की गई। और मौके से घर मकानों के अतिरिक्त लगभग 5 हेक्टेयर वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।

अविमुक्तेश्वरानद की सुनिए दिल्ली वालो


ज्योतिष पीठ द्वारिका के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानद सरस्वती ने महाकुम्भ हादसे में मौनी अमावस्या पर हुई मौतों के लिए सीधे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दोषी करार देते  हुए उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है। शंकराचार्य   ने योगी को ' महाझूठा ' भी कहा। अब सवाल ये है कि क्या भाजपा हाईकमान स्वामी अविमुक्तेश्वरानद की बात मानेगी ?

महाकुम्भ से पहले ही कुम्भ मेलों में हादसे होते आये हैं ,लेकिन ये पहली बार हुआ की सरकार ने भगदड़ में हुई मौतों का आंकड़ा  जारी करने में पूरे 18 घंटे का समय लिया। मुख़्यमंत्रो योगी आदित्यनाथ पूरे दिन कहते रहे कि  भगदड़ में कोई नहीं मरा और उनकी बात मानकर ही महाकुम्भ में तीन शंकराचार्यों के अलावा तमाम अखाड़ों ने शाही स्नान किये ,जबकि भगदड़ में कम से कम 30 लोग अपनी जान गंवा चुके थे। स्वामी अविमुक्तेश्रानद का गुस्सा इस बात को लेकर है कि  यदि मुख्यमंत्री ने झूठ न बोला होता तो कम से कम प्रयागराज में मौजूद संत समाज मृतकों के प्रति श्रृद्धांजलि अर्पित करने के लिए उस दिन उपवास तो कर ही लेता। 

प्रयागराज में भगदड़ की न्यायिक जांच करने की बात कही गयी है ,दूसरी तरफ सरकार ने घटनास्थल  पर जेसीबी और ट्रेक्टर लगाकर पूरी सफाई करा दी है ,इससे अब कोई साक्ष्य ही नहीं बचे।  अब खबरें आ रहीं हैं कि  भगदड़ केवल संगम नोज पर ही नहीं एक और घाट पर भी हुई थी ,वहां भी लोग मरे गए ,लेकिन सरकार ने इस सबको छिपा लिया। आखिर सरकार को ऐसा करने की जरूरत क्या पड़ी ? क्या सही संख्या बताने से कोई फांसी पर चढ़ाया जा सकता था ? ये सब सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए किया , अब उत्तर प्रदेश की सरकार बुरी तरह  फंस गयी है।

 स्वामी अविमुक्तेश्वरानद को आप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रतिद्वंदी  नहीं कह सकते।   वे मौजूदा चारों  शंकराचार्यों में सबसे ज्यादा मुखर शंकराचार्य हैं।  आपको याद होगा कि  उन्होंने गत वर्ष अयोध्या में राम मंदिर  में प्राण प्रतिष्ठा  समारोह का बहिष्कार भी किया था।  वे गौहत्या पर प्रतिबंध न लगाने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की न सिर्फ आलोचना कर चुके हैं बल्कि उन्हें कसाई तक कह चुके हैं।वे अम्बानी कि बेटे की शादी में भी पहुँच गए थे।  दुर्भाग्य ये है कि  योगी को हटाने की मांग करते हुए वे अकेले है।  शेष तीन शंकराचार्यों के अलावा महाकुम्भ में मौजूद 14  अखाड़ों के पीठाधीश्वरों ने फ़िलहाल चुप्पी साध रखी है।  सत्ता प्रतिष्ठान का विरोध करने का साहस शायद और किसी में है भी नहीं। अखाडा प्रमुखों को तो आप पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का जलाभिषेक करते हुए देख ही चुके हैं। 

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा है कि मौजूदा सरकार को सत्ता में रहने का अब नैतिक अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा कि भगदड़ की घटना ने  सरकारी इंतजामों की पोल खोल दी है. अधिकारी महाकुंभ में 40 करोड़ और मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का दावा पहले ही कर रहे थे. इस हिसाब से उन्हें व्यापक तैयारी करके रखनी चाहिए थी।कि यह मौजूदा सरकार की बहुत बड़ी विफलता है. ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है.सरकार को खुद ही हट जाना चाहिए या फिर जिम्मेदार लोगों को इस मामले में दखल देना चाहिए. यह ऐसी दुखद घटना है जिसे सनातनियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े किए हैं 

इस मामले में संत समाज का मौन सालता है ,लेकिन नगीना से लोक सभा सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने भगदड़ के लिए बागेश्वर धाम सरकार धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को दोषी बताया है। उन्होंने बागेश्वर बाबा पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है। चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने कहा कि एक बागेश्वर बाबा हैं जिन्होंने वहीं कुंभ में खड़ा होकर कहा था कि जो यहां नहीं आएगा मौनी अमावस्या पर जब यहां अमृत वर्षा होगी वो देश्द्रोशी होगा। मैं मानता हूं कि जो लोग वहां गए और अव्यवस्था की वजह से जिनकी जान गई। उन सभी के जिम्मेदार बागेश्वर बाबा है। उनपर मुकदमा करके उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।

 प्रयागराज  कुम्भ  में अभी 3  और शाही स्नान होना बाकी  है।  मुझे नहीं लगता कि  भाजपा हाईकमान  भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री को हटाने का कोई निर्णय कर पायेगी ।  भाजपा को और आरएसएस को अभी योगी आदित्यनाथ की जरूरत है। वे संघ की मांग में उधर का सिन्दूर हैं जो पिछले अनेक विधानसभा चुनावों में भाजपा के बहुत काम आये हैं। दुर्भाग्य से दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा योगी का इस्तेमाल नहीं कर पायी,क्योंकि प्रयागराज में भगदड़ हो गयी। अब देखना ये है कि  ये देश एक शंकराचार्य के साथ खड़ा होते है या एक योगी मुख्यमंत्री के खिलाफ। आपको बता दें की शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानद पहले भी कह चुके हैं की योगी को मठ और सत्ता में से किसी एक को चुन लेना चाहिए ,क्योंकि कोई योगी यानि संत सत्ता प्रतिष्ठान के लायक नहीं होता और कोई मुख्यमंत्री संत नहीं हो सकता। संत मुख्यमंत्री के रूप में उतना उदार नहीं हो सकता जितना की संत को होना चाहिए। 

महाकुम्भ में भगदड़ का हादसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि 5  फरवरी को महाकुम्भ में आने को लेकर भी सवाल खड़े कार रहा ह।  लेकिन मुझे लगता है की प्रधानमंत्री जी अपने तय समय पर महाकुम्भ में डुबकी लगाएंगे। वे कुम्भ से दूर रहकर अपने आपको देशद्रोही थोड़े ही कहलवाना चाहेंगे।कायदे से तो उन्हें हादसे कि फौरन बाद प्रयागराज में होना चाहिए था लेकिन वे शायद साहस नहीं जुटा पाए। वे यदि हादसे कि बाद प्रयागराज आ जाते तो उनके प्रति जनता का आदर भाव बढ़ता ही।  

@ राकेश अचल

31 जनवरी 2025, शुक्रवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 07:11 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:58 बजे 

*श्रीविक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : - शिशिर ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज माघ माह शुक्ल पक्ष *द्वितीया  तिथि*   13:59 बजे तक फिर तृतीया तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज शतभिषा नक्षत्र* 28:13 बजे तक पश्चात पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र 

    *योग* :- आज *वरियान* है। 

 *करण*  :-आज *कौलब* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक   03 फारफरी रात 11:16 तक चल है।भद्रा, गंडमूल नहीं  है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 11:14 से 12:35 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:12 बजे से 12:55 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*- भगवान कुंथुनाथ जी ज्ञान।

*मुहूर्त* : भूमि पूजन/नींव,देवप्रतिष्ठा,नामकरण,मुंडन, अन्नप्रासन ,वाहन क्रय - विक्रय हैं अन्य नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मकर, चन्द्र-कुंभ, मंगल-मिथुन, बुध-मकर, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 07:11 - 08:32 शुभ

लाभ 08:32 - 09:53 शुभ

अमृत 09:53 - 11:14 शुभ

काल 11:14 - 12:35 अशुभ

शुभ 12:35 - 13:56 शुभ

रोग 13:56 - 15:17 अशुभ

उद्वेग 15:17 - 16:37 अशुभ

चर 16:37 - 17:58 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 17:58 - 19:37 अशुभ

काल 19:37 - 21:16 अशुभ

लाभ 21:16 - 22:55 शुभ

उद्वेग 22:55 - 24:34*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

नगर निरीक्षक कृपा शंकर अवस्थी सेवानिवृत्त हुए, एसपी आफिस में विदाई समारोह 31 जनवरी को

ग्वालियर ।  नगर निरीक्षक कृपा शंकर अवस्थी जी  एस पी ऑफिस में रीडर के रूप में पदस्थ जिन्होंने 10 अक्टूबर 1983को  पुलिस विभाग में  ज्वाइन किया था। आज नगर निरीक्षक से सम्मानित होकर बेदाग सेवानिवृत हो रहे है।

 जानकारी देते हुए अशोक शर्मा संयोजक मातृ भूमि सेवा मिशन मध्य प्रदेश ने कहा कि प्रशंसनीय विषय है कि अवस्थी जी ने पैतृक गांव में एक हवेली एवं माता पिता का मंदिर निर्माण कर हवेली साधना केंद्र सत्संग के लिए आमजन के उत्थान  करने का संकल्प लेकर समर्पित करेंगे। अतः मातृ भूमि सेवा मिशन मध्य प्रदेश,राष्ट्रीय मानव अधिकार सेवा संगठन भारत की ओर से उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए 10,30 बजे प्रातः एस पी ऑफिस में एकत्रित होकर एस पी साहब के समक्ष विदाई समारोह में एकत्रित होकर विदाई सम्मान करें ।


दुनिया के हर गम से क्यों दूर है संगम ?

 

देश में 144  साल बाद प्रयागराज में हो रहे महाकुम्भ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में मारे गए लोगों का संगम को कोई गम नहीं है।  संगम से इधर लाशें उठीं  और उधर नंग  -धडंग साधू,सन्यासी और शंकराचार्य   पवित्र शाही स्नान और अमृत स्नान के लिए संगम में कूद पड़े ,किसी के चेहरे पर कोई शोक नहीं ,कोई करुणा नहीं,कोई वेदना नही।  सब स्नान के बाद सुखानुभूति करते नजर आ रहे थे। न सरकार विचलित दिखाई दी और न आम जनता। जैसे संगम में कुछ हुआ ही नहीं। जितना बेमिसाल ये महाकुम्भ है उतनी ही बेमिसाल है हमारी हृदयहीनता।

महाकुम्भ में सरकार कहती है कि कुल 30 लोग मारे गए,लेकिन लोगों को इस आंकड़े पर यकीन नहीं  है ।  सरकार इन मौतों के लिए खुद को जिम्मेदार मानती नहीं है ,उसने जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए हादसे की न्यायिक जांच की घोषणा कर दी है। मरने वालों के परिजनों को 25 -25  लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी कर दी है ,इसलिए कहीं कोई खरखसा नहीं।  न मीडिया को ये हादसा कोई हादसा लगा और न धर्म के ठेकदारों को। न कोई निलंबित हुआ और न किसी को हटाया गया। यहां जो भी मौजूद है किसी ने इस हादसे के बाद घर वापसी नहीं की ,खासतौर पार संतों,महंतों और शंकराचार्यों ने ।  वे तो पूरे कुम्भ में नहा-धोकर ,अमृतपान कर ही अपने डेरों में लौटेंगे । जिन्हें मरना था वे मर गए उनके लिए क्या रोना-धोना ?

कुम्भ में कोई पहली बार तो भगदड़ हुई नहीं है ,पहली बार तो लोग मरे नहीं हैं ।  पहले भी भगदड़ हई ।  पहले भी लोग मरे और कोई दस-बीस नहीं 800  लोग तक मरे। तब भी न तत्कालीन मुख्यमंत्री सम्पूर्णान्द ने इस्तीफा दिया ,न वीर भद्र प्रताप सिंह ने और तो और न अखिलेश यादव ने। फिर कोई मौजूदा मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग किस मुंह से कर सकता है ? करना भी नहीं चाहिए ? क्योंकि योगी जी ने थोड़े ही किसी से कहा था कि  भगदड़ करो और कुचल मरो ! लोग अपनी मौत मरे हैं। पुण्यभूमि में मरे हैं।  उन्हें तो कृतज्ञ होना चाहिए योगी जी का कि  उन्होंने लोगों को कुम्भ में मरने का अवसर दिया ।  मरने वालों को सीधे मोक्ष मिलेगा। इसी मोक्ष के लिए तो नंग -धडंग नागाओं से लेकर सती -सावित्री ममता कुलकर्णी तक जप-तप  और कल्पपवास कर रहे हैं।

एक बात अच्छी है कि  हम लोग इतने धर्मभीरु हैं कि  मरने वालों केलिए टसुए नहीं बहाते ।  हम मृतकों के परिजनों के लये टसुए बहाने वाले परिजनों को रूमाल खरीदने के लिए 25 -25  लाख रूपये की सहायता दे देते हैं। ये हमारी सरकार की दरियादिली   नहीं तो और क्या है ? उत्तरप्रदेश की उत्तरदायी सरकार ने मृतकों के शव उनके गृह गांव तक भेजने के लिए एम्बुलेंस  की व्यवस्था कर सचमुच उपकार किया है ,अन्यथा मृतकों के परिजन क्या करते ? उन्हें अपने परिजनों  के शव गंगा के हवाले ही करना पड़ते। मरने वाले श्रृद्धालुओं के प्रति ये सद्भाव प्रणम्य है ।  उत्तर प्रदेश के ही मुलायम सिंह यादव जब केंद्र में रक्षामंत्री  थे तब उन्होंने भी सीमा पर शहीद होने वाले जवानों को ससम्मान घर तक भेजने की व्यवस्था की थी। इस महा कुम्भ में मुलायम सिंह की प्रतिमा भी विराजमान है।

महाकुम्भ में हुई भगदड़ से उत्तरप्रदेश सरकार को कोई सबक नहीं लेना है ,ये हादसे तो आगे भी होंगे। हादसे होते ही होने के लिए हैं। हादसे न हों तो फिर इस तरह के आयोजनों का अर्थ ही क्या है।  हमारे यहां भगदड़ में लोग मरते हैं। मक्का -मदीना में प्यास से भी मरते हैं। जिन्हें  जैसे मरना है ,वो पहले से निर्धारित होता है।  इसमें हम -आप या सरकार क्या कर सकती है।? बेहतर हो कि  अब जहाँ भी कुम्भ  हों वहां की सरकारें अभी से एक सुरक्षित और पुख्ता योजना पर काम शुरू कर दें ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति न हो। हादसे रोकने के लिए हमारे पास तमाम तकनीकें भी हैं ,लेकिन ये तब नाकाम हो जातीं हैं जब सरकारें ही धार्मिक उन्माद पैदा करतीं हैं। आयोजकों को इस तरह के आयोजनों को ' मेगा इवेंट ' के रूप में प्रचारित करने से भी बचना चाहिए। बचना चाहिए वीआईपी संस्कृति से। नहीं तो  उन्हें ऊपर वाला भी नहीं रोक सकता। हादसों के बाद न्यायिक जांचों की घोषणाओं से जिम्मेदार लोग नहीं मिलने वाले।  जब तक जाँच रिपोर्ट आएगी तब तक लोग इस हादसे को भूल चुके होनेग ,हादसों मो भुलाने में चार घंटे भी तो नहीं लगते  बचेंगे तो आगे भी हादसे होंगे ,

@ राकेश अचल

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