ग्वालियर | कोविड-19 के संक्रमण के दौरान लॉकडाउन के तहत देश के विभिन्न प्रांतों में फँसे मजदूरों को लाने हेतु मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बेहतर व्यवस्थायें की गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रवासी श्रमिकों को जिले के बॉर्डर तक एवं प्रदेश के श्रमिकों को उनके गृह जिले तक भेजने की माकूल व्यवस्था की गई है।
ग्वालियर एवं चंबल संभाग के कुल 8 जिलों में आज लगभग 7 हजार प्रवासी मजदूर पहुँचे हैं। जिनका संबंधित जिला प्रशासन द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग कर विश्राम, भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई। परीक्षण उपरांत बसों को सेनेटाइज कर उनके गृह जिले के लिये रवाना किया गया। प्रवासी श्रमिकों के आने का क्रम लगातार जारी है।
ग्वालियर संभाग के ग्वालियर जिले में देश के विभिन्न हिस्सों से आज आए 3 हजार 250 प्रवासी श्रमिकों को रेलवे स्टेशन एवं मालवा कॉलेज से थर्मल स्क्रीनिंग कर उनकी भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था कर बसों से संबंधित जिलों के लिये रवाना किया गया और अन्य राज्यों के श्रमिकों को उन राज्यों की सीमाओं तक पहुँचाया गया है।
शिवपुरी जिले में पहुँचे 137 प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिले के लिये बसों से रवाना किया गया। लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में फँसे 70 प्रवासी श्रमिक आज अशोकनगर पहुँचे, जिनका थर्मल स्क्रीनिंग कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भेजने की व्यवस्था की गई है।
इसी प्रकार संभाग के दतिया जिले में प्रतिदिन लगभग 400 प्रवासी मजदूर आ रहे हैं। इनको लाने के लिये राज्य सरकार ने 15 बसों की व्यवस्था की है। गुना जिले में गुरूवार को 118 प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिले भेजा गया।
चंबल संभाग के मुरैना जिले में अन्य प्रदेशों एवं जिले से आए आज 2 हजार 350 प्रवासी श्रमिकों को 35 बसों से अन्य जिलों के लिये रवाना किया गया। भिंड जिले में लगभग 592 प्रवासी मजदूरों को घर पहुँचाने की व्यवस्था की गई। जबकि श्योपुर जिले में राजस्थान, हरियाणा एवं प्रदेश के अन्य जिलों के 80 प्रवासी मजदूर श्योपुर पहुँचे। जिन्हें उनके गंतव्य स्थल तक पहुँचाया गया।
शुक्रवार, 15 मई 2020
ग्वालियर एवं चंबल संभाग में आज लगभग 7 हजार प्रवासी श्रमिकों को पहुँचाया उनके घर
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