गंगाजल से स्नान के बाद पीतांबर धारण कर श्री कृष्ण रूप में दिखे बच्चे
ग्वालियर । पूज्य सिंध हिंदू जनरल पंचायत ग्रेटर ग्वालियर द्वारा गठित एवं स्व. श्रीचंद वलेचा द्वारा संस्थापित पंगति सुधार कमेटी के तत्वावधान में सिंधी समाज के बच्चों के मुंडन संस्कार का कार्यक्रम गुरुवार को दशहरा पर्व पर झूलेलाल मंदिर दानाओली पर झूलेलाल परमार्थ ट्रस्ट भवन में आयोजित किया गया।
पूज्य सिंध हिन्दू जनरल पंचायत के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय वलेचा महासचिव श्रीचंद पंजाबी ने बताया कि 25 वें सामूहिक मुंडन संस्कार में 75 बच्चों का सामूहिक मुंडन संस्कार किया गया। मुंडन के बाद बच्चों को हरिद्वार से लाए गंगाजल से स्नान कराने के बाद उन्हें बृंदावन के बांके बिहारी मंदिर से पूजा के उपरांत लाए गए पीतांबर वस्त्र पहनाएं गए। बच्चों को पीतांबर वस्त्र के साथ कमरबंद, मोतियों की माला, मुरली व मुकुट प्रदान किए गए । वस्त्र पहनने के बाद बच्चे श्री कृष्ण के रूप सुसज्जित लग रहे थे । बच्चों ने समारोह में बच्चों को धर्मपुरी, प्रेम प्रकाश आश्रम, निजधाम आश्रम , मोजी बाबा आश्रम, वैकुंठ आश्रम, बाबा गरीबदास मंदिर के सेवाधारी एवं ब्राह्मणगण से आशीर्वाद लिया।
पूज्य सिंध हिंदू जनरल पंचायत द्वारा गठित पंगति सुधार कमेटी के चेयरमैन संतोष वाधवानी एवं सचिव सुशील कुकरेजा ने बताया गया कि कमेटी द्वारा मुंडन संस्कार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए थे। बच्चों के साथ आए रिश्तेदारों के लिए भोजन की उत्तम व्यवस्था की गई तथा बच्चों को अंडर वियर,बनियान, टॉवल तथा मिष्ठान के रूप में गुलाब जामुन भी दिए गए ।
कार्यक्रम संयोजक प. अनिल शर्मा व मीडिया प्रभारी अमर माखीजा ने बताया कि बच्चों को आशीर्वाद देने हेतु भा.ज.पा. के जिलाध्यक्ष माननीय श्री जयप्रकाश राजोरिया, महामंत्री विनोद शर्मा एवं म. प्र. उच्च न्यायालय में शासकीय अधिवक्ता श्रीमती अंजलि ज्ञानानी जी उपस्थित हुईं ।
जयप्रकाश राजोरिया ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज की संस्कृति को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक हैं ।
शासकीय अधिवक्ता अंजलि ज्ञानानी ने पंचायत के इस कार्यक्रम पर हर्ष जाहिर करते हुए कहा कि इतने सारे बच्चों के सामूहिक रूप से मुंडन कराना एवं हमारी प्राचीन परंपराओं को प्रोत्साहित करना पंचायत की सक्रियता का प्रमाण है अतः मैं पंचायत की पूरी टीम को साधुवाद देती हूं ।
इस अवसर पर प्रहलाद रोहिड़ा,अमृत माखीजानी,जय जयसिंघानी, राजेश वाधवानी,मुकेश वासवानी,धनराज दर्रा, मोनू कुकरेजा, सुरेश खत्री, निर्मल बहिरानी , रमेश रुपानी, सहित काफी संख्या में सिंधी समाज के लोग मौजूद थे।कार्यक्रम संचालन श्रीचंद पंजाबी एवं धनराज दर्रा ने किया ।
क्या रहा विशेष
बच्चों को नहाने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था भी की गई । तत्पश्चात परंपरा अनुसार मुल्तानी मिट्टी एवं बच्चों के सिर पर मक्खन लगाने की व्यवस्था की गई । सभी बच्चे 1 वर्ष से कम आयु के थे क्योंकि परंपरा अनुसार बच्चे का प्रथम मुंडन दशहरे पर ही होता है । अन्य कुछ आश्रमों पर भी बच्चों के मुंडन भी हुए ।
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